हे राम....शव के अंतिम संस्कार के नाम पर भी 1000 से 2000 की अवैध वसूली, महंगे दामों पर दे रहे लकड़ी

बहादुरगढ़ में अंतिम संस्कार पर भी अवैध वसूली शुरू हो गई। लकड़ी के रेट बढ़ा दिए गए। शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए मजबूरन लोगों को ज्यादा पैसों का भुगतान करना पड़ रहा है। यह सब लाइनपार के श्मशान घाट में हो रहा है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 30 Apr 2021 05:59 PM (IST) Updated:Fri, 30 Apr 2021 05:59 PM (IST)
हे राम....शव के अंतिम संस्कार के नाम पर भी 1000 से 2000 की अवैध वसूली, महंगे दामों पर दे रहे लकड़ी
बहादुरगढ़ में लाइनपार के श्मशान घाट में 1200 रुपये प्रति क्विंटल में दी जा रही लकड़ी, लोग परेशान हैं

बहादुरगढ़, जेएनएन। कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़ा तो बहादुरगढ़ में अंतिम संस्कार पर भी अवैध वसूली शुरू हो गई। लकड़ी के रेट बढ़ा दिए गए। शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए मजबूरन लोगों को ज्यादा पैसों का भुगतान करना पड़ रहा है। यह सब लाइनपार के श्मशान घाट में हो रहा है। बहादुरगढ़ में तीन श्मशान घाट हैं। शहर के रामबाग व सेक्टर नौ में जगदीश टाल से लकड़ी जाती हैं। जगदीश टाल की ओर से 900 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से लकड़ी अंतिम संस्कार के लिए दी जा रही हैं लेकिन लाइनपार के रामबाग में टाल संचालक की ओर से 1200 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से लकड़ी दी जाने लगी हैं।

साथ ही एक से दो हजार रुपये चिता को संभालने के लिए भी अलग से लिए जा रहे हैं। ऐसा आरोप यहां काेरोना महामारी से मरने वाले लोगों के स्वजनों की ओर से लगाया गया है। मोक्ष सेवा समिति के सदस्य सुरेंद्र चुघ के सामने यह बात आई तो उन्होंने लकड़ी की पर्ची भी उन्हें दी है। समिति के सदस्यों की ओर से लाइनपार श्मशान घाट के टाल संचालक की इस हरकत को लेकर रोष जताया है तथा संबंधित अधिकारियों से उसके खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की है। दरअसल, बाजार में लकड़ी का रेट इस समय 300 से 600 रुपये प्रति क्विंटल है।

टाल संचालकों की ओर से श्मशान में अंतिम संस्कार के लिए अब तक 900 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से ही लकड़ी दी जा रही थी। रामबाग के साथ लगते टाल संचालक की ओर से अब भी इसी रेट पर लकड़ी दी जा रही हैं लेकिन उनकी ओर से भी 100 रुपये रेट बढ़ाने की बात की जा रही है। मगर लाइनपार के श्मशान घाट वाले टाल संचालक की ओर से तो जैसे ही कोरोना से होने वाली मौत का आंकड़ा बढ़ा तो उन्होंने एकदम 300 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से लकड़ी के रेट बढ़ा दिए और अलग से भी एक-दो हजार रुपये लिए जाने लगे।

मौत का आंकड़ा बढ़ा तो लकड़कियों की कमी भी हुई शुरू:

कोरोना से मौत का अांकड़ा बढ़ा तो श्मशान घाटों में लकड़ियों की कमी भी सामने आने लगी। रामबाग के लकड़ी टाल संचालक ने बताया कि लकड़ी की कमी अचानक हो गई है। मुझे गोहाना से लकड़ी मंगवानी पड़ी है। फिर भी शवों के संस्कार के लिए लकड़ी इधर-उधर से खरीदकर जरूर लाएंगे।

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लाइनपार श्मशान घाट के टाल वाले का मेरे पास फोन आया था। लकड़ी के रेट बढ़ाने की बात कह रहा था। मैंने उसे मना कर दिया। हम शहर में होने वाली मौत पर इस तरह दाम नहीं बढ़ा रहे हैं। पीछे से ही लकड़ी का दाम बढ़ जाएगा तो बात अलग है।

---जगदीश, टाल संचालक, रामबाग श्मशान घाट, बहादुरगढ़।

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यह बिल्कुल घटिया हरकत है। इस तरह का कारोबार किसी को नहीं करना चाहिए। समिति की ओर से हम प्रशासन को ज्ञापन देकर लकड़ियों का रेट एक समान करवाएंगे और संबंधित टाल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे।

-----सुरेंद्र चुघ, सदस्य, मोक्ष सेवा समिति, बहादुरगढ़।

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थोक के बाजार में लकड़ी का रेट 600 रुपये क्विंटल है। यह मोटी लकड़ी का है। छोटी लकड़ी 300 रुपये प्रति क्विंटल भी है।

---सतप्रकाश छिकारा, आरा संचालक, बहादुरगढ़।

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