आयुष्मान भारत योजना से जुड़ी कोई समस्या हो तो 14555 पर करें कॉल

यह जानकारी राज्यमंत्री डा. बनवारी लाल ने गुरु जंम्भेश्वर विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर ¨सह ऑडिटोरियम में दी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 08:47 AM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 01:03 PM (IST)
आयुष्मान भारत योजना से जुड़ी कोई समस्या हो तो 14555 पर करें कॉल
आयुष्मान भारत योजना से जुड़ी कोई समस्या हो तो 14555 पर करें कॉल

जेएनएन, हिसार : आयुष्मान भारत योजना से जुड़ी कोई भी समस्या हो या फिर कोई जानकारी चाहिए तो 14555 डायल कर प्राप्त की जा सकती है। साथ ही बीपीएल परिवार सुविधा की श्रेणी में आने की पुष्टि की जानकारी भी इस नंबर पर ले सकेगा। ताकि यह पता रहे कि आयुष्मान भारत योजना धरातल पर कितनी सफल साबित हो रही है। क्योंकि जितने लोगों को इस योजना की सही जानकारी होगी, उतने ही लोग इस योजना का भरपूर लाभ उठा सकेंगे। यह जानकारी राज्यमंत्री डा. बनवारी लाल ने गुरु जंम्भेश्वर विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर ¨सह ऑडिटोरियम में दी। यहां वो आयुष्मान भारत योजना का उद्घाटन करने पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान झारखंड की राजधानी रांची से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाइव टेलिकास्ट भी सभी ने देखा, जहां से प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत योजना की लां¨चग की। इसके बाद उपायुक्त अशोक कुमार मीणा, सीएमओ डा. दयानंद सहित कई अधिकारियों ने भी आयुष्मान भारत योजना की बारीकियों से अवगत किया। साथ ही सभी को इस योजना का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।

9 निजी अस्पताल आए पैनल में, 1300 बीमारियों का मिलेगा इलाज

राज्यमंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत अभी तक नौ निजी अस्पतालों को जोड़ा जा चुका है, जहां से मरीज 1300 प्रकार की बीमारियों का निशुल्क इलाज करवा सकेगा। प्रत्येक परिवार को प्रतिवर्ष पांच लाख रुपये की सुविधा कार्ड के जरिए मिलेगी। इसके अलावा 12 लाभार्थियों को गोल्डन ई-कार्ड भी प्रदान किए गए।

60 फीसद राशि स्वास्थ्य पर खर्च करता है प्रत्येक व्यक्ति : उपायुक्त उपायुक्त अशोक कुमार मीणा ने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए व्यक्ति द्वारा खर्च की जाने वाली धनराशि में से 60 प्रतिशत राशि अपनी जेब से खर्च की जाती है और देश भर में यह व्यक्तिगत खर्च 3 लाख करोड़ रुपये है। यदि यह राशि बचा ली जाए तो यह राशि अन्य सामाजिक कार्यों में लगाई जा सकती है। दूसरा बड़ा फायदा यह होगा कि अब आर्थिक तंगी से जूझ रहा मरीज निजी अस्पतालों में जाने से नहीं झिझकेगा।

65 हजार ग्रामीण और 35 हजार शहरी परिवार जुड़ चुके हैं योजना से : सीएमओ सीएमओ डा. दयानंद ने बताया कि इस योजना के तहत जिले के एक लाख परिवारों को शामिल किया गया है, जिसमें 65 हजार ग्रामीण परिवार और 35 हजार शहरी परिवार शामिल हैं। जिले के सभी 6 सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ 9 निजी अस्पतालों को अब तक इस योजना के लिए अधिकृत किया जा चुका है। सभी अधिकृत अस्पतालों में विशेष रूप से आयुष्मान हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं, ताकि जानकारी के अभाव में मरीज दर-दर न भटकें। जिला स्तर पर जिला तकनीकी प्रबंधक की भी नियुक्ति की गई है।

ये रहे मौजूद

इस अवसर पर आइएमए के जिला अध्यक्ष जेपीएस नलवा, जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन केके गिल व जसवंत ¨सह, डिप्टी सीएमओ डा. जितेंद्र, डा. रत्ना भारती, डा. जया गोयल, डा. कौशल वर्मा, डा. तरुण, डा. पीके गुप्ता, डा. रणधीर, डा. एमएल कामरा, डा. आशीष राणा व डा. नीरज गुप्ता सहित जिला की आशा वर्कर व अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।

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