सरकार ने किसान आंदोलन को तोड़ने की कोशिश की तो प्रदेश की खाप करेंगी विरोध
प्रदेश के मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील करते हुए कहा है कि किसान मानवता दिखाते हुए आंदोलन को समाप्त करके अपने घरों पर लौट आए।
संवाद सहयोगी, नारनौंद : प्रदेश के मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील करते हुए कहा है कि किसान मानवता दिखाते हुए आंदोलन को समाप्त करके अपने घरों पर लौट आए। मुख्यमंत्री के इस बयान पर प्रदेश की खाप मुखर हो गई और उन्होंने कहा है कि पहले सरकार मानवता दिखाकर किसानों की मांग को पूरी करें तभी आंदोलन समाप्त होगा। अगर सरकार ने किसानों के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की तो प्रदेश की खापें पूरे प्रदेश को सील कर देंगी।
प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार काफी चितित है और मुख्यमंत्री ने किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील भी की है, लेकिन किसानों पर मुख्यमंत्री की अपील का कोई असर नहीं दिखाई दे रहा। शनिवार को सतरोल खाप की बैठक बुलाई गई जिसमें सर्वजातीय सर्व खाप के प्रदेश प्रवक्ता मास्टर फुलकुमार पेटवाड़ ने बताया कि हम सरकार को चेता रहे हैं कि जब तक किसानों की मांग पूरी नहीं होती तब तक आंदोलन समाप्त नहीं होगा। अगर सरकार बॉर्डर पर किसानों की काम संख्या को देखकर उनके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश करेगी तो खाप पूरे प्रदेश को सील कर देगी। बॉर्डर पर ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसानों को भेजने के लिए खाप सभी गांव में रविवार से ही अभियान चलाएगी इसके लिए सभी को निर्देश दे दिए गए हैं। और अबकी बार किसान झंडा और डंडे के साथ वहां पर कुच करेंगे। वही बाहरा खाप के महासचिव मास्टर राजकुमार ने बताया कि मानवता सिर्फ किसान पर ही लागू होती है क्या सरकार भी मानवता दिखाकर तीनों कृषि कानूनों को रद्द करें, ताकि किसान अपने घरों पर वापस लौट सके।
सरकार कुछ भी हथकंडे अपना ले लेकिन जब तक किसान की मांग पूरी नहीं होती है। तब तक आंदोलन को समाप्त नहीं किया जाएगा। सरकार ने अगर आंदोलन को समाप्त करने की कोशिश भी की तो इसके परिणाम गंभीर होंगे।