सैकड़ों विद्यार्थियों ने 500-500 रुपये देकर पहले नाम लिखवाए, फिर दी फाइनल ईयर की परीक्षा

जागरण संवाददाता, हिसार : जिले के कालेजों में बुधवार को विभिन्न कक्षाओं की परीक्षाएं आरं

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 10:32 AM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 10:32 AM (IST)
सैकड़ों विद्यार्थियों ने 500-500 रुपये देकर पहले नाम लिखवाए, फिर दी फाइनल ईयर की परीक्षा
सैकड़ों विद्यार्थियों ने 500-500 रुपये देकर पहले नाम लिखवाए, फिर दी फाइनल ईयर की परीक्षा

जागरण संवाददाता, हिसार : जिले के कालेजों में बुधवार को विभिन्न कक्षाओं की परीक्षाएं आरंभ हुईं। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ग्रेजुएशन के विभिन्न कोर्सों के फाइनल ईयर की परीक्षा से पहले सभी मुख्य कालेजों में बड़ी संख्या में विद्यार्थी कतारों में लगे थे। ये विद्यार्थी 500-500 रुपये देकर अपने नाम लिखवा रहे थे। इसके बाद उन्हें रोल नंबर मिला और फिर परीक्षा में बैठने की अनुमति। कक्षाएं नहीं लगाने और अन्य कारणों से विद्यार्थियों के नाम कालेजों से काटे गए थे। जिन्होंने महीनों बीतने के बाद भी अपने नाम नहीं लिखवाए। ऐसे में विद्यार्थियों की गंभीरता और पैसे लेकर हाजिरी पूरी करने और नाम लिखवाने के कालेज-विश्वविद्यालयों के नियमों से शिक्षा के स्तर को आसानी से समझा जा सकता है। वहीं परीक्षा के लिए गवर्नमेंट पीजी कालेज और गवर्नमेंट ग‌र्ल्स कालेज को नोडल सेंटर बनाया गया है। यहां से कुवि से संबद्ध कोर्सों की परीक्षाएं संचालित हो रही हैं।

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करीब 7 हजार विद्यार्थियों ने दी परीक्षा जिले में 18 कालेज हैं, जिनमें बीए, बीकॉम, बीएससी, बीबीए, बीसीए, बीएमसी सहित ग्रेजुएशन के अन्य कोर्सों के करीब 7 हजार विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं। इनमें से करीब तीन हजार विद्यार्थी गवर्नमेंट कालेज, डीएन कालेज और जाट कालेज के ही हैं। दो वर्ष पहले जिले के कालेज गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय से संबद्ध हो गए थे, जिसके बाद नया दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों की परीक्षाएं गुजवि द्वारा ही ली जाने लगी थी। लेकिन जो कक्षाएं पहले कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से संबद्ध थी, उनकी परीक्षाएं कुवि द्वारा ही ली जाती है। अब यह अंतिम वर्ष है, जब कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा यहां के सभी कालेजों की परीक्षा आयोजित करवाई जा रही है।

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नोटिस के बाद भी नहीं आए विद्यार्थी कक्षाओं में नहीं आने के कारण विद्यार्थियों के कालेज से नाम काट दिए गए थे। परीक्षा से पहले विद्यार्थियों के लिए नोटिस बोर्ड पर बाकायदा नाम चस्पा दिए गए कि कक्षाएं नहीं लगाने के कारण इन विद्यार्थियों के नाम काटे गए हैं और विद्यार्थी जल्द से जल्द जुर्माना फीस देकर अपना नाम लिखवा लें। लेकिन इसके बाद भी विद्यार्थियों ने नाम नहीं लिखवाया। यही कारण रहा कि जाट कालेज में नाम लिखवाने के लिए विद्यार्थियों की कतार लग गई। अन्य कुछ कालेजों में भी नाम लिखवाने वालों का ऐसा ही हाल रहा।

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- कोट्स :::

- हमारे कालेज में विद्यार्थियों की हाजिरी तो पूरी है, लेकिन कई विद्यार्थियों ने नाम कटने के बाद दोबारा नाम नहीं लिखवाया था। ऐसे विद्यार्थियों के विश्वविद्यालय के नियमानुसार फाइन के साथ नाम लिखे गए हैं। हमारे कालेज में अंतिम वर्ष के करीब 1 हजार विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं।

- डा. पीएस रोहिल्ला, प्राचार्य, गवर्नमेंट पीजी कालेज, हिसार।

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