भिवानी के ढिगावामंडी में सैकड़ों किसानों ने 750 ट्रैक्टरों से निकाली किसान क्रांति रैली

कृषि कानूनों को वापस लेने ओर एमएसपी लागू कराए जाने की मांग को लेकर सैकड़ों किसानों ने गुरुवार को ढिगावा मंडी से लेकर लोहारू तक रैली निकाली। इस दौरान खरकड़ी सिंघानी गिगनाऊ टोडा ढाणी नेशनल हाईवे 709 से होते हुए लोहारू की सड़कों पर किसान रैली निकाल ज्ञापन सौंपा

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 07 Jan 2021 05:57 PM (IST) Updated:Thu, 07 Jan 2021 05:57 PM (IST)
भिवानी के ढिगावामंडी में सैकड़ों किसानों ने 750 ट्रैक्टरों से निकाली किसान क्रांति रैली
किसानों ने कहा वे 23 जनवरी को दिल्ली के लिए निकलेंगे इस दौरान संबोधित करते हुए श्रुति चौधरी।

भिवानी/ढिगावामंडी, जेएनएन। केन्द्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने ओर एमएसपी लागू कराए जाने की मांग को लेकर सैकड़ों किसानों ने गुरुवार को ढिगावा मंडी से लेकर लोहारू तक रैली निकाली। इस दौरान खरकड़ी, सिंघानी, गिगनाऊ, टोडा ढाणी नेशनल हाईवे 709 से होते हुए लोहारू की सड़कों पर किसान रैली निकाल एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। सचिवालय के बाहर ट्रैक्टर को अंदर नहीं जाने देने को लेकर पुलिस तथा किसानों के बीच नोक झोंक हुई परन्तु किसान अपने काफिले के साथ ट्रैक्टर को लेकर एसडीएम के समक्ष पहुंचे। किसानों ने साफ किया कि यदि देशभर के किसानों की मांग के अनुसार उनकी मांगों को नहीं माना गया तो लोहारू हलके से हजारों किसान 23 जनवरी को दिल्ली के लिए निकलेंगे तथा हर प्रकार के टकराव के लिए तैयार रहेंगे।

गुरुवार को खरकड़ी बावनवाली धरने से लोहारू क्षेत्र के विभिन्न गांवों के किसान करीबन 750 ट्रैक्टरों व अन्य वाहनों में सवार होकर लोहारू में देवीलाल चौक से मेन बाजार, रेलवे स्टेशन रोड, बस स्टैंड मार्ग होते हुए लोहारू सचिवालय के सामने एकत्रित हुए। इस दौरान अनेक वकील उनके समर्थन में गेट पर ही पहुंच गए। इस दौरान लोहारू एसएचओ ने ट्रैक्टरों को अंदर जाने से रोका तो तीखी नोकझोंक हुई परन्तु किसान अपने ट्रैक्टर के साथ ही सचिवालय में पहुंचे।

किसानों का नेतृत्व स्वामी सदानंद सरस्वती ने किया। विभिन्न किसान संगठनों के पदाधिकारी संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में ही एकत्रित हुए। शहर में उन्होंने प्रदेश सरकार, केन्द्र सरकार ओर प्रदेश के कृषि मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों ने कहा कि वे शांतिपूर्वक तरीके से अपने हकों के लिए आंदोलन कर रहे हैं तथा दिल्ली के बार्डरों पर हर वर्ग के लोग तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने, किसानों को एमएसपी की गारंटी देने की मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं। अब सरकार पूंजिपतियों की कठपुतली बनकर काम कर रही है तथा किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं। यदि किसानों की मांगें केन्द्र सरकार ने नहीं मानी तो 23 जनवरी को आरपार के लिए लोहारू हलके से हजारों ट्रैक्टरों व ट्रालियों में किसान दिल्ली की चढ़ाई करेंगे तथा वे हर बाधा को पार करने का काम करेंगे।

इस मौके पर एडवोकेट सुनील श्योराण, संजय बिसलवास, रासुख श्योराण, रामकरण, मुकेश श्योराण, रामसिंह सरपंच फरटिया, उमेद फरटिया, जयसिंह गिगनाऊ, अशोक आर्य, पूर्व सरपंच रतनसिंह, बलबीर ठाकण, किसान मजदूर मोर्चा के अध्यक्ष पृथ्वीसिंह गोठड़ा, मास्टर रामसिंह बिसलवास, सतीश सिंघानी, सत्यवान भूंगला, विजेन्द्र खरकड़ी, संदीप श्योराण, रघुबीर मान, संदीप सांगवान, सुनील जांगड़ा, दिनेश शर्मा, राजसिंह गागड़वास, कविता आर्य, मुकेश आर्य, रोहित, बबलू, रणबीर पंच सहित अनेक गांवों के हजारों किसान मौजूद थे।

----सचिवालय के बाहर थाना प्रभारी किसानों के आगे चल रहे स्वामी सदानंद सरस्वती के ट्रैक्टर के आगे अड़ कर खड़े हो गए। किसानों ने कहा कि वे सचिवालय में हर हाल में ट्रैक्टर लेकर जाएंगे। इस दौरान अनेक वकील मौके पर पहुंच गए तथा ट्रैक्टर को अंदर ले जाया गया। एक बार तो माहौल तनावपूर्ण हो गया परन्तु पुलिस ने हटने में ही गमीमत समझी।

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