इंसाननियत शर्मसार : नवजात को पीजीआइ में छोड़कर मां-बाप फरार, एक भ्रूण भी मिला

इमरजेंसी में एक नवजात बच्चे को उसके मां-बाप छोड़कर फरार हो गए। फिलहाल बच्चे का उपचार जनसेवा संस्थान की देखरेख में किया जा रहा है। पीजीआइएमएस में वीरवार को करीब चार माह का भ्रूण निदेशक कार्यालय के पास पड़ा मिला।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 05:33 PM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 05:33 PM (IST)
इंसाननियत शर्मसार : नवजात को पीजीआइ में छोड़कर मां-बाप फरार, एक भ्रूण भी मिला
रोहतक में इस तरह के कई केस पहले भी सामने आ चुके हैं

रोहतक, जेएनएन। पंडित भगवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (पीजीआइएमएस) में वीरवार को एक भ्रूण पड़ा मिलने से सनसनी फैल गई। निदेशक कार्यालय के पास भ्रूण को कुत्ते खा रहे थे। जिसके चलते भ्रूण के लिंग की पहचान नहीं हो सकी। वहीं इमरजेंसी में एक नवजात बच्चे को उसके मां-बाप छोड़कर फरार हो गए। फिलहाल बच्चे का उपचार जनसेवा संस्थान की देखरेख में किया जा रहा है।

पीजीआइएमएस में वीरवार को करीब चार माह का भ्रूण निदेशक कार्यालय के पास पड़ा मिला। सूचना पर मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने पुलिस को सूचित किया। भ्रूण को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। वहीं, पीजीआइ इमरजेंसी के वार्ड 11 में एक नवजात को उसके मां-बाप छोड़कर भाग गए। बच्चे के हाथ में लगी ड्रिप पर बेबी ऑफ प्रियंका लिखा हुआ है। जनसेवा संस्थान के कर्मचारी जयवीर बब्बर ने जांच पड़ताल करते हुए गुरुग्राम में रहने वाले बच्चे के परिजनों का नंबर जुटाकर उनसे संपर्क किया, लेकिन उन्होंने बच्चे को अपनाने से इन्कार कर दिया। जयवीर के मुताबिक बच्चा छोडऩे के मामले में पुलिस को भी सूचित किया गया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की है।

बता दें कि यह कोई पहला केस नहीं है कि किसी मां बाप ने अपने बच्‍चे को छोड़ दिया तो भ्रूण भी मिला। इसी तरह के कई केस रोहतक में पहले भी सामने आ चुके हैं। पीजीआई के बाहर या अंदर नवजात बच्‍चों को छोड़ देने के करीब सात से ज्‍यादा मामले बीते कुछ ही सालों में सामने आ चुके हैं।

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