सस्‍ते रेट पर मि‍लगी बिजली, एचएयू में लगेगा एक मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र, प्रदेश का पहला ऐसा प्रोजेक्‍ट

एचएयू में एक मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया जाएगा। संयंत्र लगाने का सारा खर्च कंपनी द्वारा वहन किया जाएगा। संयंत्र लगने के बाद विश्वविद्यालय को सालाना करीब 65 लाख रूपये से अधिक की बचत होगी और विश्वविद्यालय को करीब 3 रूपये 33 पैसे के हिसाब से बिजली मिलेगी।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 05:34 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 05:34 PM (IST)
सस्‍ते रेट पर मि‍लगी बिजली, एचएयू में लगेगा एक मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र, प्रदेश का पहला ऐसा प्रोजेक्‍ट
एचएयू व कंपनी के बीच एमओयू साइन हुआ है

हिसार, जेएनएन। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए विश्वविद्यालय एक नई पहल करने जा रहा है। इसके तहत अब जल्द ही चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में बिजली के उपकरण सौर ऊर्जा से उत्पन्न बिजली से संचालित होंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय व सुखबीर एग्रो एनर्जी लिमिटिड (भारत सौर ऊर्जा निगम से अधिकृत) व हरियाणा अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी(हरेड़ा) से स्वीकृत के बीच एक बिजली खरीद करार (पावर पर्चेज एग्रीमेंट)हुआ है।

इसके तहत विश्वविद्यालय में एक मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया जाएगा। संयंत्र लगाने का सारा खर्च कंपनी द्वारा वहन किया जाएगा। संयंत्र लगने के बाद विश्वविद्यालय को सालाना करीब 65 लाख रूपये से अधिक की बचत होगी और विश्वविद्यालय को करीब 3 रूपये 33 पैसे के हिसाब से बिजली मिलेगी। सोलर ऊर्जा संयंत्र लगने के बाद विश्वविद्यालय सालाना 13 लाख 70 हजार यूनिट बिजली उत्पन्न करेगा।

प्रदेश का पहला होगा ऐसा संयंत्र

यह जानकारी देते हुए संपदा अधिकारी एवं मुख्य अभियंता भूपेंद्र सिंह ने बताया कि सरकारी भवनों पर लगाया जाने वाला इस तरह का यह सौर ऊर्जा संयंत्र प्रदेश का पहला संयंत्र होगा, क्योंकि इस संयंत्र से उत्पन बिजली का रेट प्रति यूनिट करीब 3 रूपये 33 पैसे के हिसाब से पड़ेगा जबकि इससे पहले जहां भी सरकारी भवनों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगे हैं उनका बिजली रेट प्रति यूनिट महंगा है।

छह महीने में हो जाएगा तैयार

इस करार के तहत अब विश्वविद्यालय के भवनों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना अगले छह माह में कर दी जाएगी। इसके लिए विश्वविद्यालय की तरफ से संपदा अधिकारी एवं मुख्य अभियंता भूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में गठित टीम जिसमें कार्यकारी अभियन्ता जितेंद्र सिंह व उप-मण्डल अधिकारी सोमवीर गहलावत शामिल होंगे, इस कार्य की निगरानी करेंगे। यह सारा कार्य भारत सौर ऊर्जा निगम व हरियाणा अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी(हरेड़ा) की देखरेख में होगा। यह सारा काम सुखबीर एग्रो एनर्जी लिमिटिड के द्वारा किया जाएगा। इस संयंत्र के लगने से हिसार शहर में भी एक लाख यूनिट प्रति माह बिजली की खपत कम होगी जिससे गर्मी के दिनों में लगने वाले कटों से निजात मिलेगी।

25 वर्षों तक कंपनी की होगी जिम्मेदारी

इन संयंत्रों की देखरेख का जिम्मा कंपनी का होगा और अगले 25 वर्षों तक कंपनी ही इन सौर ऊर्जा संयंत्रों को चलाएगी व उनकी देखभाल करेगी। इसके बाद 25 वर्ष की समयावधि पूरी होने पर यह सौर ऊर्जा संयंत्र विश्वविद्यालय की संपत्ति हो जाएगा।

प्रति महिना एक लाख यूनिट बिजली की होगी बचत : कुलपति प्रोफेसर समर सिंह

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने बताया कि सौर ऊर्जा संयंत्र लगने के बाद यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अहम कदम है। इसे विश्वविद्यालय के सभी भवनों की छत्तों पर लगाया जाएगा और इसके बाद विश्वविद्यालय को प्रति यूनिट बिजली की दर भी कम हो जाएगी, क्योंकि अभी तक दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम से प्रति यूनिट बिजली का खर्च करीब 6 रूपये 40 पैसे के हिसाब से हो रहा है।

इनकी मौजूदगी में हुआ करार

बिजली खरीद करार (पावर पर्चेज एग्रीमेंट) के साइन करते समय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह की उपस्थिति में विश्वविद्यालय की ओर से संपदा अधिकारी एवं मुख्य अभियंता भूपेंद्र सिंह, उप-मण्डल अधिकारी सोमवीर गहलावत और सुखबीर एग्रो एनर्जी लिमिटिड की ओर से मुख्य कार्यकारी अधिकारी खालिद नदीम, उप-प्रबंधक अनिल यादव शामिल थे। इनके अलावा विश्वविद्यालय के सभी महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक एवं विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।

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