हिसार ट्रैफिक पुलिस का दावा झूठा, 20 रुपये किराया ही वसूल रहे ऑटो चालक

जनता हो रही परेशान एक चौक से दूसरे चौक पर जाने पर भी ले लेते हैं 20 रुपये। दो बार ऑटो बदलकर जाना जाना पड़े 80 रुपये घर आते-आते हो जाते हैं खर्च

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 09:26 AM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 09:26 AM (IST)
हिसार ट्रैफिक पुलिस का दावा झूठा, 20 रुपये किराया ही वसूल रहे ऑटो चालक
हिसार ट्रैफिक पुलिस का दावा झूठा, 20 रुपये किराया ही वसूल रहे ऑटो चालक

हिसार, जेएनएन। ट्रैफिक पुलिस का दावा झूठा पाया गया। ऑटो चालक अब भी मनमानी कर रहे हैं और 20 रुपये प्रति सवारी किराया वसूल रहे हैं। गर्मी में कोई सवारी एक चौक से दूसरे चौक पर जाने के लिए ऑटो कर ले तो उससे भी 20 रुपये किराया लिया जा रहा है। शनिवार को दैनिक जागरण के टीम ट्रैफिक पुलिस के दावे को सच जानने के लिए फील्ड में उतरी। कैंप चौक, रेलवे स्टेशन, परिजात चौक पर ऑटो चालकों और सवारियों से पूछा तो अब भी चालक 20 रुपये ही किराया लिया जा रहा है। इतना ही नहीं परिजात चौक से बीकानेर चौक जाना हो तब भी 20 रुपये और परिजात चौक से इंडस्ट्रीयल एरिया जाना हो जब भी 20 रुपये किराया देना होगा।

अगर ऑटो बदलकर जाना पड़े तो 80 रुपये आने-जाने का किराया बैठता है। ऐसा नहीं है कि ट्रैफिक पुलिस को सच्चाई का पता नहीं है मगर सब सेङ्क्षटग का खेल चलता है। शहर में आधे से ज्यादा ऑटो किराये पर चलते हैं। इन ऑटो में कई पुलिसवालों के भी ऑटो हैं। इसलिए ना तो कभी इनका चालान कटता है और ना ही इनकी अवैध वसूली पर लगात लगती है। यहां तक कि हर ऑटो के हिसाब से ऊपर से लेकर नीचे तक सबका कमीशन भी फिक्स है। इसी लालच में ट्रैफिक पुलिस को ऑटो का 20 रुपये का किराया 15 रुपये नजर आ रहा है।

छह हजार रुपये वेतन, ऑटो वाले रोजाना 80 रुपये ले रहे

ऑटो चालकों के बढ़े किराये में जनता की जेब किस तरह से ढीली हो रही है इनसे समझिए। हिसार कैंट निवासी अनिता बताती हैं कि वह छह हजार रुपये महीने की नौकरी करती हैं। कैंट से रोजाना ऑटो पकड़ती हैं और दो बार ऑटो बदलना पड़ता है। रोजाना 80 रुपये खर्च हो जाते हैं। ऐसे में महीने में क्या बचता होगा। पहले सिटी बस से आना जाना हो जाता था। वह अब बंद है ऊपर से ऑटो चालकों ने किराया बढ़ा दिया है। इसी तरह लक्ष्य ने बताया कि ऑटो चालक एक चौक से दूसरे चौक पर जाने के लिए भी 20 रुपये मांगते हैं पांच रुपये भी कम दो तो झगड़ा करने लगते हैं। पटेल नगर निवासी अशोक कुमार ने बताया कि ऑटो वालों ने किराया बढ़ाकर बजट बिगाड़ दिया है। 40 रुपये में आना-जाना होता है। दो बार ऑटो बदलना पड़ जाए तो 80 रुपये लगते हैं।

ऑटो चालकों से किराया बढ़ाने का कारण पूछा तो एकत्रित हो गए

जब दैनिक जागरण के फोटो जर्नलिस्ट ऑटो चालकों से किराया बढ़ाने का कारण पूछा तो एक ऑटो चालक बाइक पर आया। वह फोटो जर्नलिस्ट की इन्क्वायरी कर रहा था। उसने पूछा आप फोटो क्यों कर रहे हो और किससे पूछ कर कर रहे हो। फोटो जर्नलिस्ट ने कहा कि मैं अपना काम कर रहा हूं, आप कौन हैं। फिर वहां से चला गया और कई ऑटो चालकों को लेकर पहुंच गया। एक ऑटो चालक ने फोटो नहीं लगाने के लिए लालच देने की पेशकश की। फोटो जर्नलिस्ट के फोटो डिलिट नहीं करने पर अड़ा रहा। इतने में ऑटो यूनियन के प्रधान जसवंत रंगा पहुंचे और बोले कि ऑटो चालक गरीब हैं इनका ध्यान रखना।

प्रशासन से की जाएगी बात : गंगवा

ऑटो चालकों द्वारा किराया बढ़ाना गलत है। समझना चाहिए कि यह समय कोरोना का है। लोग भी परेशान हैं और उन्हें और परेशान नहीं करना चाहिए। मैं कल इस बारे में प्रशासन से बात करूंगा। सोमवार तक कोई हल निकाला जाएगा।

- रणबीर गंगवा, विधायक, नलवा।

----ऑटो चालकों को जनता की मजबूरी भी समझनी चाहिए। सिटी बस के संचालन के लिए वे नगर निगम कमिश्नर से बात करेंगे। साथ ही प्रशासन इसमें क्या कर सकता है इसके लिए भी बात करेंगे।

- डा. कमल गुप्ता, विधायक, हिसार।

chat bot
आपका साथी