झज्जर में 47 घंटे बाद भी किशोरी का नहीं लगा कोई सुराग, जोहड़ को खाली करने की तैयारी
माछरौली निवासी 17 वर्षीय चंचल के पिता सुंदर सिंह ने बताया कि रविवार शाम करीब 4 बजे उसकी बेटी अचानक घर से चली गई थी। इसका पता लगने के बाद उसकी दूसरी बेटी भी चंचल को खोजने के लिए गई लेकिन कहीं पर कोई सुराग नहीं लगा।
झज्जर/माछरौली, जेएनएन। झज्जर में करीब 43 घंटे बीत जाने के बाद भी माछरौली निवासी किशोरी का कोई सुराग नहीं लगा है। ग्रामीण व प्रशासन जोहड़ के किशोरी की तलाश कर रही है, लेकिन अभी तक हाथ खाली हैं। सोमवार को दिनभर जोहड़ में लताश के बाद भी किशोरी नहीं मिली तो जोहड़ के पानी को खाली करने का निर्णय लिया। मंगलवार सुबह ही जोहड़ के पानी को खाली करने की तैयारियां आरंभ कर दी। ताकि किशोरी का पता लगाया जा सके। जोहड़ का पानी खाली करने के लिए ग्रामीणों द्वारा जोहड़ पर मोटर लगाई जा रही है। जिसकी मदद से जोहड़ के पानी को निकाला जाएगा, ताकि जोहड़ खाली किया जा सके।
बता दें कि माछरौली निवासी 17 वर्षीय चंचल के पिता सुंदर सिंह ने बताया कि रविवार शाम करीब 4 बजे उसकी बेटी अचानक घर से चली गई थी। इसका पता लगने के बाद उसकी दूसरी बेटी भी चंचल को खोजने के लिए गई, लेकिन कहीं पर कोई सुराग नहीं लगा। रातभर किशोरी की तलाश चलती रही। वहीं सुबह चंचल की चप्पल गांव के जोहड़ के किनारे पर मिली। जिससे संदेह जताया जा रहा है कि किशोरी जोहड़ में डूब गई। इसकी सूचना मिलते ही ग्रामीण व पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
सोमवार सुबह करीब 10 बजे पुलिस ने किशोरी लापता होने का मामला दर्ज करके जांच आरंभ कर दी। गोताखोरों ने जोहड़ में भी किशोरी की तलाश करनी आरंभ की। लेकिन दिनभर तलाश के बाद भी उसका कोई सुराग नहीं लगा। इसलिए निर्णय लिया कि जोहड़ के पानी को खाली किया जाए। इसलिए गांव माछरौली के ग्रामीणों ने मंगलवार सुबह से ही जोहड़ को खाली करने के लिए पानी की मोटर लगाई जा रही है।