खालिस्‍तानी मूवमेंट के सिख फॉर जस्टिस से जुड़े गुरमीत के लिए फेसबुक से हिसार एसटीएफ ने मांगी जानकारी

23 दिसंबर को हिसार एसटीएफ ने करनाल से सिख फॉर जस्टिस से जुड़े दो पंजाब के युवकों को गिरफ्तार किया था। युवकों ने बताया था गुरमीत ने उनको पैसे की मदद की थी और पंजाब में शिव सेना के सुधीर सुरी और कांग्रेस नेता की हत्या करने को कहा था

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 12:36 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 12:36 PM (IST)
खालिस्‍तानी मूवमेंट के सिख फॉर जस्टिस से जुड़े गुरमीत के लिए फेसबुक से हिसार एसटीएफ ने मांगी जानकारी
एसटीएफ हिसार से बातचीत करते हुए कांग्रेस नेता गुरसिमरन सिंह, जिनकी हत्‍या की सुपारी दी गई थी

हिसार [चेतन सिंह] खालिस्तानी मूवमेंट को चलाने वाले और सिख फॉर जस्टिस से जुड़े गुरमीत की तलाश हिसार एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) को है। गुरमीत अमेरिका में रहकर भारत के युवाओं को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से बरगला रहा और धर्म की आड़ में नफरत फैलाने का काम कर रहा है। करनाल में 23 दिसंबर को पकड़े गए पंजाब के लुधियाना के दोनों युवकों ने इसकी जानकारी एसटीएफ को रिमांड के दौरान दी थी। गुरमीत ने फेसबुक के किस एकाउंट से दोनों युवकों से संपर्क किया था।

हिसार एसटीएफ अब यह पता लगाने में जुटी है कि गुरमीत ने और कितने अकाउंट इंटरनेट मीडिया पर बनाए हुए हैं। वह इन अकांउट के जरिये किन-किन के संपर्क में हैं। हाल ही में कांग्रेस के किसान सेल के राष्ट्रीय ज्वाइंट कोर्डिनेटर गुरसिमरन सिंह ने पुलिस को जानकारी दी थी कि दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन में भी सिख फॉर जस्टिस और खालिस्तानी संगठन से जुड़े लोग शामिल हो चुके हैं। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर जिस प्रकार खालिस्तानियों ने झंडा फहराने पर ईनाम का ऐलान किया और है उससे सुरक्षा व जांच एजेंसिया चौकस हैं और पता लगाने में जुटी हैं सिख फॉर जस्टिस व खालिस्तान समर्थकों के कौन-कौन जुड़ा हुआ है और संपर्क में है।  

हिसार एसटीएफ ने करनाल से 23 दिसंबर को सिख फॉर जस्टिस से जुड़े हथियारबंद युवकों को गिरफ्तार किया था। इनके निशाने पर कांग्रेस नेता गुरसिमरत सिंह के अलावा शिवसेना से जुड़े नेता सुधीर सूरी भी थे। सिख फॉर जस्टिस ग्रुप से जुड़े दो युवकों को करनाल की सीएचडी सिटी कॉलोनी से 23 दिसंबर को दबोचा था। गिरफ्तार किए गए युवकों में लुधियाना तहसील पायल तेजप्रकाश उर्फ काका और आकाशदीप सिंह उर्फ सोनु के रूप में हुई थी। एसटीएफ ने दोनों युवकों के पास से 32 बोर की पिस्तौल और छह जिंदा कारतूस बरामद किए थे। रिमांड के दौरान दोनों आरोपितों ने बताया था वह पंजाब में शिवसेना नेता सुधीर सूरी और गुरसिमरन सिंह को मारना चाहते थे। दोनों पदाधिकारियों ने इंटरनेट मीडिया पर सिख धर्म के खिलाफ टिप्पणी की थी जिसके कारण दोनों हत्या कर बदला लेने चाहते थे।

कांग्रेस नेता ने एसटीएफ को यह दी थी जानकारी

17 जनवरी को हिसार एसटीएफ के सामने पेश हुए ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी किसान सेल के ज्वाइंट कॉर्डिनेटर गुरसिमरन सिंह ने कई चौंकाने वाले खुलासे पुलिस को दिए थे। गुरसिमरन सिंह ने बताया था कि दो साल से पाकिस्तान और कनाड़ा में बैठे खालिस्तानी आतंकी जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। उनको मिली धमकियां व पंजाब में कई बार हमलों के कारण गुरसिमरन को पंजाब सरकार की ओर से नौ सुरक्षाकर्मी और पायलेट गाड़ी मुहैया करवाई हुई है। बयान में गुरसिमरन ने बताया कि 2018 में पाकिस्तान में बैठे खालिस्तानी आतंकी गोपाल चावला से धमकी मिली थी।

उन्होंने पंजाब में राजीव गांधी पर कालिख लगी प्रतिमा को अपनी पगड़ी से साफ किया था जिसके बाद से उनको धमकियां मिलनी शुरू हो गई थी। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निर्जर ने भी धमकियां दी। हरदीप सिंह निर्जर ने पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंद्र सिंह, सांसद बिट्टू को भी जान से मारने की धमकी दी थी। एसटीएफ को दिए बयान में बताया कि पाकिस्तान के नंबरों से वाट्सएप पर कॉलिंग और वाइस मैसेज भेजकर धमकियां दी जाती है।

किसान आंदोलन में घुसे हैं खालिस्तानी

लुुधियाना के रहने वाले कांग्रेस नेता गुरसिमरन सिंह ने बताया कि पंजाब के किसान जो दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं उसमें खालिस्तान से जुड़े देशद्रोही लोग घुसपैठ कर चुके हैं। किसान अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं मगर आंदोलन करने वालों को ऐसे देशद्रोहियों की पहचान कर उनको खदेड़ना चाहिए। गुरसिमरन सिंह ने बताया कि उनको दिल्ली बार्डर पर बैठे किसान आंदोलन में जाने पर जान से मारने की धमकी भी मिल चुकी है।

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