एलर्जी होने के बाद भी हिसार एसडीएम ने लगवाई कोरोना वैक्सीन, ताकि दूसरे लोग भी हों प्रेरित
एसडीएम अश्वीर नैन को कई प्रकार की ड्रग से एलर्जी है इसके बावजूद उन्होंने टीका लगवाने के लिए अपनी रजामंदी दी। उन्होंने बताया कि कोरोना वैक्सीन लगवाने का कोई भी बड़ा दुष्प्रभाव अभी तक सामने नहीं आया है। इसलिए मैनें भी इसे लगवाया है।
हिसार, जेएनएन। हिसार में कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा फेज चल रहा है, मगर लक्ष्य के अनुरूप कर्मचारी वैक्सीन लगवाने से डर रहे हैं। कोई एलर्जी का बहाना बनाता दिख रहा है तो कोई हाई बीपी की बात कह कर पीछा छुड़ा रहा है। मगर कुछ ऐसे अधिकारी भी हैं जो वक्सीनेशन कार्यक्रम में बढ़चढ़ कर भाग ले रहे हैं। पहले डीसी डॉ प्रियंका सोनी और एसपी बलवान सिंह ने टीकाकरण करा के लोगों को प्रेरित किया था तो अब एसडीएम अश्वीर नैन ने भी कोराना का पहला टीका लगवाया है।
मगर खास बात यह है कि एसडीएम अश्वीर नैन को कई प्रकार की ड्रग से एलर्जी है इसके बावजूद उन्होंने टीका लगवाने के लिए अपनी रजामंदी दी। उन्होंने बताया कि यह ड्रग एक बार एलर्जी कर जाएं तो शरीर में सूजन जैसी स्थिति बन जाती है। कोरोना वैक्सीन लगवाने का कोई भी बड़ा दुष्प्रभाव अभी तक सामने नहीं आया है। वैक्सीनेशन के दौरान घबराहट होना या चक्कर आने के लक्षणों को डॉक्टर सामान्य मान रहे हैं। इसे लोगों के विवेक से जोड़कर देखा जा रहा है। इसलिए वैक्सीनेशन का काम पूरी तरह से करवाने से ही विभाग लक्ष्य तक पहुंच पाएगा। हिसार में कोरोना के भी 8 ही एक्टिव केस बचे हैं। इसलिए जल्द ही शहर के कोराेना मुक्त होने के आसार बने हुए हैं।
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टीका लगवाने के लिए संदेश देने का था उद्देश्य
एसडीएम ने बताया कि वह अक्सर देख रहे हैं कि लोगों के मन में डर है कि कहीं कुछ और न हो जाए। जबकि वैक्सीन पूरे सुरक्षित तरीके से लगाई जा रही है। यही कारण था कि खुद वैक्सीन को लगवाकर वह दूसरों को वैक्सीनेशन अभियान के प्रति प्रेरित करना चाहते थे। सुबह करीब 11 बजे कोविशील्ड वैक्सीन लगाई गई, आधे घंटे तक मॉनीटरिंग भी की गई सब कुछ सामान्य रहा। उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारी इस अभियान में बढ़चढ़ कर भाग लें। यह पूरी तरह सुरक्षित है।