मुसीबतों से घिरा हिसार का RCT प्रोजेक्ट, कागजों में दिखाए स्वीमिंग पूल, हकीकत में बने ही नहीं

सेक्‍टर 9-11 में मुंबई व दिल्‍ली की तर्ज पर बनने जा रहे पहले मल्टी स्टोरी टाॅवर प्रोजेक्ट आरसीटी बिल्डर्स का नया कारनामा सामने आया है। प्रोजेक्ट संचालकों ने अपने ब्राउसर और पंप्लेट पर आउटडोर स्पोर्ट्स क्लब हाउस स्वीमिंग पूल लैंड स्कैपिंग योग सेंटर और बैंबू कोर्ट को दिखा रखा है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 12:02 PM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 12:02 PM (IST)
मुसीबतों से घिरा हिसार का RCT प्रोजेक्ट, कागजों में दिखाए स्वीमिंग पूल, हकीकत में बने ही नहीं
मुंबई दिल्‍ली की तर्ज पर हिसार में बन रही भव्‍य इमारतों के प्रोजेक्‍ट में बार बार दिक्‍कत आ रही है

हिसार, जेएनएन। शहर के 9-11 सेक्‍टर में मुंबई व दिल्‍ली की तर्ज पर बनने जा रहे पहले मल्टी स्टोरी टाॅवर प्रोजेक्ट आरसीटी बिल्डर्स का नया कारनामा सामने आया है। प्रोजेक्ट संचालकों ने अपने ब्राउसर और पंप्लेट पर आउटडोर स्पोर्ट्स, क्लब हाउस, स्वीमिंग पूल, लैंड स्कैपिंग, योग सेंटर और बैंबू कोर्ट को दिखा रखा है। मगर हरियाणा रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (हरेरा) द्वारा असेसमेंट के लिए लगाई गई एजेंसी प्रोटेक कंसोर्टियम कुरुक्षेत्र के प्रतिनिधि जांच करने पहुंच तो इन सुविधाओं में से कुछ भी नहीं मिला। यह देखकर सभी हैरान रह गए। इसके साथ ही एक वर्ष से तो इस प्रोजेक्ट पर काम भी नहीं शुरू हुआ है। मौके पर टीम को महज छह मजदूर ही मिले। ऐसे में शहरवासियों के लिए आरसीटी प्रोजेक्ट में फ्लैट और विला पाना अभी और कुछ दिन दूर रहेगा।

क्यों कराया हरेरा ने असेसमेंट

पांच जनवरी को एक सुनवाई में आरसीटी प्रबंधन का तर्क था कि उनके प्रोजेक्ट पर 95 फीसद काम पूरा हो चुका है। कुछ और फंड मिले तो वह काम जल्द ही पूरा कर देंगे। जिस पर फ्लैट खरीददारों की तरफ से प्रोजेक्ट का असेसमेंट कराने की अपील की गई थी। जिस पर हरेरा ने प्रोटेक कंसोर्टियम कुरुक्षेत्र को असेसमेंट की जिम्मेदारी दी। 10 जनवरी को असेसमेंट टीम, कंपनी के प्रतिनिधि और खरीददारों के प्रतिनिधि असेसमेंट करने सेक्टर 9-11 पहुंचे। इसके बाद अब रिपोर्ट आई है।

95 फीसद का था दावा 40 फीसद ही हुआ काम  

सेक्टर 9-11 में निर्माणाधीन प्रोजेक्ट पर सत्यापन रिपोर्ट की मानें तो अभी तक प्रोजेक्ट पर 40 फीसद ही काम हुआ है। कई गलियां, फ्लेट का काम अभी भी अधूरा है। इसके साथ ही पिछले एक वर्ष से इस प्रोजेक्ट पर काम भी नहीं हुआ है। जबकि कंपनी काम होने की बात कह रही थी। इस असेसमेंट रिपोर्ट में फोटो के साथ एजेंसियों ने पूरी जानकारी दी है। एजेंसी ने रिपोर्ट ने बताया है कि आरसिटी के टॉवर बी, डी, जी में सिर्फ ढांचा खड़ा हुआ है। अंदरूनी कार्य भी पूरा नहीं है। टीम पहली मंजिल तक ही जा पाई क्योंकि वहां लिफ्ट ही नहीं थी। अभी तक फ्लोर, किचन, बाथरूम फिटिंग लंबित है। इसके साथ ही खिड़कियां व बिजली के कनेक्शन भी नहीं हैं।वहीं अग्निशमन उपकरण भी नहीं लगाए हैं। इसके साथ ही टॉवर एच पर तो काम शुरू ही नहीं हुआ है। वहीं टॉवर एफ बेसमेंट तक ही बना है।  

पानी और बिजली की भी नहीं व्यवस्था  

टीम ने रिपोर्ट में बताया कि सीवरेज व पानी के कनेक्शन भी नहीं हैं। अंडर ग्राउंड वाटर स्टोरेज टैंक भी नहीं बना हुआ। सीवरेट ट्रीटमेंट प्लांट भी नहीं बना हुआ हैं। इसके साथ ही प्रोजेक्ट के अंदरूनी सड़कें भी अधूरी पड़ी हैं। इसके साथ ही बी, डी, जी टॉवर में 75 फीसद काम हुआ है मगर कई चीजें अभी भी बाकी हैं, ऐसे में यह प्रोजेक्ट अभी अधूरा ही माना जाएगा। पूरे प्रोजेक्ट को देखा जाए तो अभी महज 40 फीसद ही काम हुआ है।

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