सड़को पर बढ़ती दुर्घटनाओं पर हिसार रेंज आईजी सख्त, पांचो जिलों के नोडल अधिकारी और एसएचओ ट्रैफिक तलब
सार मंडल के पुलिस अधीक्षकों को इन मामलों में संवेदनशीलता के साथ कार्य करने और ओवर स्पीड पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान पाया कि इस वर्ष जनवरी से 31 अगस्त तक हिसार मंडल के पांचो जिलों में कुल मिलाकर 923 सड़क दुर्घटना हुई हैं।
जागरण संवाददाता, हिसार। हिसार मंडल के आईजी राकेश कुमार आर्य ने हिसार मंडल में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मंडल पुलिस द्वारा किए जा रहे प्रयासों और परिणामो के बारे समीक्षा की। उन्होने सडक दुर्घटनाओ के पिछले वर्ष के आकडों को जानकारी ली। हिसार मंडल के पुलिस अधीक्षकों को इन मामलों में संवेदनशीलता के साथ कार्य करने और ओवर स्पीड पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान पाया कि इस वर्ष जनवरी से 31 अगस्त तक हिसार मंडल के पांचो जिलों में कुल मिलाकर 923 सड़क दुर्घटना हुई हैं।
जिनमें 397 घातक और 526 गैर- घातक सडक दुर्घटनाए शामिल है। पिछले वर्ष की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं मे बढोतरी हुई है। पिछले वर्ष इसी अवधि में 349 घातक और 448 गैर घातक यानि कुल मिलाकर 797 सड़क दुर्घटनाए हुई थी। 31 अगस्त तक हिसार में 260 सडक दुर्घनाए हुई है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 215 सड़क दुर्घटनाए हुई थी। पुलिस जिला हांसी में 116 सड़क दुर्घटनाए हुई है। पिछले वर्ष इसी अवधि में 97 सडक दुर्घटनाए हुई थी। जीन्द में 248 सड़क दुर्घटनाए हुई।
पिछले वर्ष इसी अवधि मे 190 सड़क दुर्घटनाए हुई थी। सिरसा में 153 सड़क दुर्घटनाए हुई। पिछले वर्ष इसी अवधि में 170 दुर्घटनाए हुई । फतेहाबाद में उक्त अवधि मे 146 सड़क दुर्घटनाए हुई है। पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 125 सड़क दुर्घटनाए हुई थी।
मंडल के प्रत्येक जिले में सड़क दुर्घटनाओं मे वृद्धि हो रही है । आईजी ने कहा उक्त आंकड़े दर्शाते है सड़कों पर शिष्टाचार की अपेक्षा लापरवाह रवैये मे बढ़ोतरी हो रही है। सड़को पर शिष्टाचार कायम करने के लिए नियमों की पालन सख्ती से करवाना होगी । उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रयास फाईलो तक नही धरातल पर दिखना चाहिए, सही दिशा में प्रयास होगा तो परिणाम भी मिलेंगे। उन्होने मंडल के पांचो जिलों के उपपुलिस अधीक्षक यातायात व थाना प्रभारी यातायात को अपने कार्यालय में तलब किया है।
उक्त पुलिस अधिकारी पिछले तीन माह के दौरान किए गए प्रयासों व मिले परिणामों की रिपोर्ट पेश करेंगे। इस दिशा में प्रभावी कदम उठाने के लिए कार्य योजना तैयार की जाएगी व हर माह आईजी स्वयं करेंगे समीक्षा करेंगे। ऐसे स्थानो की सूची जहा दो या दो से अधिक बार दुर्घटनाए घटित हुई है। दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को सुगम व सुरक्षित बनाने के किए कार्यों की रिपोर्ट यातायात प्रभारी साथ लेकर आएंगे।