टैक्स में बार-बार बकाया का झंझट खत्म करने को हिसार मेयर ने गृह एवं निकायमंत्री को लिखा पत्र

प्रॉपर्टी मालिक ने नो ड्यूज सर्टिफिकेट प्राप्त करने के बाद भी यदि निगम उसमें कोई पुराना बकाया दिखाता है तो वह भविष्य में संबंधित कर्मचारी या अधिकारी को यह राशि अपनी जेब से भरनी पड़ सकती है। इसलिए मेयर गौतम सरदाना ने गृह एवं निकायमंत्री अनिल विज को पत्र लिखा

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 10:33 AM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 10:33 AM (IST)
टैक्स में बार-बार बकाया का झंझट खत्म करने को हिसार मेयर ने गृह एवं निकायमंत्री को लिखा पत्र
हिसार मेयर ने नो ड्यूज सर्टिफिकेट में बकाया का झंझट खत्म करने सहित कई मांग रखी है

हिसार, जेएनएन। प्रॉपर्टी मालिक ने नो ड्यूज सर्टिफिकेट प्राप्त करने के बाद भी यदि निगम उसमें कोई पुराना बकाया दिखाता है तो वह भविष्य में संबंधित कर्मचारी या अधिकारी को यह राशि अपनी जेब से भरनी पड़ सकती है। इसके लिए मेयर गौतम सरदाना ने गृह एवं निकायमंत्री अनिल विज को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में नो ड्यूज सर्टिफिकेट में बकाया का झंझट खत्म करने सहित कई मांग रखी हंै। मेयर ने अनिल विज से आग्रह किया है कि शहरवासियों को निगम के बार-बार चक्कर न लगाने पड़े व उनकी परेशानी का समाधान हो, इसके लिए कई बदलाव की जरूरत है, जो किए जाने जनहित में हैं। इसके अलावा जनता से जुड़े ये मुद्दे मेयर गौतम सरदाना एसीएस की सुझाव कमेटी को भी भेजेंगे।

ये हैं तीन मुख्य मांगें

- स्पेशल कैटेगरी हो खत्म

गृहकर शाखा के अनुसार शहर में 1500 से अधिक विशेष कैटेगरी की प्रॉपर्टी हैं। जिनका प्रॉपर्टी टैक्स सामान्य से कई गुणा है। इन प्रॉपर्टी मालिकों के लिए यह टैक्स परेशानी का सबब बना हुआ है।अपना रिकार्ड दुरुस्त करवाने के लिए लंबे समय से लोग गृहकर शाखा का चक्कर लगा रहे हंै। मेयर ने विशेष कैटेगरी को खत्म कर उसे कॉमर्शियल बनाने का आग्रह किया है।

नो ड्यूज सर्टिफिकेट के दौरान पूरी राशि की हो भरपाई  

कोई भी शहरवासी अपनी प्रॉपर्टी बेचने या अन्य परिस्थिति में नगर निगम से नो ड्यूज सर्टिफिकेट लेता है और बाद में निगम स्टाफ उसके ड्यूज बकाया की बात कहते हैं तो इस मामले में संबंधित कर्मचारी या अधिकारी की जिम्मेदारी तय होगी। कर्मचारी यदि नो ड्यूज के दौरान ही सारे ड्यूज क्लियर नहीं करता है और भविष्य में नो ड्यूज होने के बाद कुछ बकाया राशि बनती है तो संबंधित कर्मचारी या अधिकारी में जो दोषी हो उससे उसकी भरपाई करवाई जाए।

रजिस्ट्री करवाने के दौरान ही मलकीयत में नाम हो चेंज

तहसील और नगर निगम का डाटा सॉफ्टवेयर के माध्यम से साझा हो गया है। ऐसे में अब जब तहसील में रजिस्ट्री हो तभी मलकीयत में भी नाम परिवर्तन हो जाए। ताकि रजिस्ट्री के बाद लोगों को निगम में आकर रिकार्ड में दोबारा से नाम परिवर्तन करवाने की जरूरत न पड़े।

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ज्योग्राफिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम (जीआइएस) मैङ्क्षपग के लिए किए गए ताजा सर्वे के अनुसार शहर में प्रॉपर्टियां (सर्वे रिपोर्ट अभी फाइनल की जा रही है।)

शहर की वर्तमान जनसंख्या : 427745

साल 2041 में अनुमानित शहर की जनसंख्या : 1138963

शहर की सीमा : 94.28 स्क्वेयर किलोमीटर

वार्ड- 20

रिहायशी भवन         - 67329

कॉमर्शियल प्रॉपर्टी         - 21424

खाली प्लाट         - 19314

संस्थान             - 469

शिक्षण संस्थान         - 501

विशेष कैटेगरी         - 1526

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निकाय मंत्री अनिल विज के नाम पत्र लिखा है। जिसमें विशेष कैटेगरी खत्म करने, नो ड्यूज सर्टिफिकेट से लेकर मलकीयत का रजिस्ट्री करवाने के दौरान नाम चेंज सहित जनता से जुड़े कई मुद्दे रखे गए है। जिन्हें एसीएस की सुझाव कमेटी को भी भेजा जाएगा।

- गौतम सरदाना, मेयर, नगर निगम हिसार।

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