हिसार उपायुक्त ने लिया एक्शन तो शुरु हुआ सिविल अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट का ट्रायल

मंगलवार को ऑक्सीजन का उत्पादन करके ट्रायल लिया जा रहा है। ट्रायल सफल होते ही इसे शुरु कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि सिविल अस्पताल में केंद्र सरकार की ओर से करीब चार महीने पहले ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट का काम शुरु किया गया था।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 12:56 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 12:56 PM (IST)
हिसार उपायुक्त ने लिया एक्शन तो शुरु हुआ सिविल अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट का ट्रायल
हिसार सिविल अस्‍पताल में ऑक्‍सीजन प्‍लांट का ट्रायल करते हुए अधिकारी

हिसार, जेएनएन। सिविल अस्पताल जल्द ही ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बन जाएगा। सिविल अस्पताल में मंगलवार को दिल्ली से आई इंजीनियरों की टीम ने ऑक्सीजन जनरेटर को इंस्टॉल किया और प्लांट का ट्रायल शुरु किया है। मंगलवार को ऑक्सीजन का उत्पादन करके ट्रायल लिया जा रहा है। ट्रायल सफल होते ही इसे शुरु कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि सिविल अस्पताल में केंद्र सरकार की ओर से करीब चार महीने पहले ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट का काम शुरु किया गया था।

उस दौरान कोविड-19 केंद्र के सामने प्लांट का स्ट्रक्चर खड़ा किया गया था। लेकिन तब से अब तक ऑक्सीजन प्लांट शुरु नहीं हो पाया था। हाल ही में उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी और डीआईजी बलवान सिंह राणा ने सिविल अस्पताल का दौरा किया था। उपायुक्त ने मामले में स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ और पीएमओ को प्लांट को जल्द शुरु करवाने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद विभाग जागा और ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट के लिए इंजीनियरों की टीम को बुलाया और नतीजा यह है कि अब यह शुरु होने वाला है।

40 ऑक्सीजन सिलेंडर प्रतिदिन सिविल अस्पताल को दे पाएगा प्लांट -

ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट से प्रतिदिन 40 ऑक्सीजन सिलेंडर का उत्पादन शुरु किया जाएगा। हालांकि अब सिविल अस्पताल में प्रतिदिन 160 सिलेंडर की खपत हो रही है। क्योंकि यहां 80 मरीज आइसोलेशन वार्ड में दाखिल है और इनमें से अधिकतर ऑक्सीजन पर है। इसलिए अधिक ऑक्सीजन की जरुरत है। प्लांट से ऑक्सीजन का उत्पादन शुरु होने से सिविल अस्पताल को काफी लाभ होगा। इमरजेंसी में यहां ऑक्सीजन का उत्पादन कर सिविल अस्पताल को ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकेगी।

सिविल अस्पताल सहित निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन की किल्लत -

सिविल अस्पताल सहित निजी अस्पतालों में भी इन दिनों कोरोना मरीज अधिक दाखिल होने से ऑक्सीजन की किल्लत हो गई है। करीब सभी बड़े मुख्य निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन की किल्लत है। जिस कारण सेक्टर 27-28 स्थित ऑक्सीजन प्लांट से अस्पतालों को ऑक्सीजन की अापूर्ति के लिए बल्क में करने की बजाय थोड़ी संख्या में भेजकर की जा रही है।

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