Hisar Dengue case: डेंगू बेकाबू, ब्लड बैंकों के हाथ खड़े, सरकारी अस्पताल में एक बेड पर दो मरीज, प्राइवेट भी फुल

हिसार जिले में अब तक मरीजों का आंकड़ा 117 को पार कर चुका है बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग खाली हाथ डेंगू से लड़ रहा है। सबसे बड़ी परेशानी विभाग के पास यह है कि दूसरे जिलों से भी मरीज हिसार में आकर इलाज करवा रहे हैं

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 01:46 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 01:46 PM (IST)
Hisar Dengue case: डेंगू बेकाबू, ब्लड बैंकों के हाथ खड़े, सरकारी अस्पताल में एक बेड पर दो मरीज, प्राइवेट भी फुल
हिसार में डेंगू केस बढ़ने से ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले कंपोनेंट की आई कमी

जागरण संवादाता, हिसार: जिले में डेंगू बेकाबू हो गया है। जिले में अब तक मरीजों का आंकड़ा 117 को पार कर चुका है, बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग खाली हाथ डेंगू से लड़ रहा है। सबसे बड़ी परेशानी विभाग के पास यह है कि दूसरे जिलों से भी मरीज हिसार में आकर इलाज करवा रहे हैं जिससे जिले में अधिकतर अस्पतालों में बेड का संकट खड़ा हो गया है। सिविल अस्पताल में एक बेड पर दो मरीज उपचार करवा रहे हैं। वहीं डेंगू के मामले बढ़ने के कारण ब्लड बैंको में प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले कंपाेनेंट की कमी हो गई है। जिले में सरकारी और निजी ब्लड बैंकों में इन दिनों करीब 10 से 12 लोग सिंगल डोनर प्लेटलेट्स और रैंडम डोनर प्लेटलेट्स की डिमांड लेकर लैब में पहुंच रहे है। लेकिन उन्हें तकरीबन हर जगह से ना ही मिल रही है।

यहीं नहीं इन तत्वों को उपलब्ध करवाने वाली किट भी ब्लड बैंकों पर उपलब्ध नहीं है। जिसके कारण डेंगू मरीजों को प्लेट्लेट्स बढ़ाने वाले खून के तत्व नहीं मिल रहे है। गौरतलब है कि डेंगू में मरीज में पानी की कमी के कारण प्लेटलेट्स कम हो जाती है। करीब 100 मरीजो में से 10 मरीजों को खून के इन तत्वाें की जरुरत पड़ती है। सिंगल डोनर प्लेटलेट्स और रैंडम डोनर प्लेटलेट्स चढ़ाकर मरीज में प्लेटलेट्स की डिमांड पूरी की जाती है, जिससे मरीज जल्द स्वस्थ हो जाता है।

सिंगल डोनर प्लेटलेट्स खून की एक यूनिट 20 से 25 हजार की संख्या में प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक है। वहीं रैंडम डोनर प्लेटलेट्स खून के की एक यूनिट चार से पांच हजार तक प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक है। सिंगल डोनर प्लेटलेट्स और रैंडम डोनर प्लेटलेट्स की डिमांड पिछले 15 दिनों में बढ़ी है। अब इन तत्वों की करीब पांच फीसद डिमांड है। लेकिन अभी से ब्लड बैंकों पर इनकी कमी हो गई है।

बेड की भी कमी

डेंगू के मरीज बढ़ने से सरकारी और निजी अस्पतालों में बेड की भी कमी हो गई है। बाहर जिलों के मरीज भी शहर के निजी अस्पतालों में उपचार के लिए पहुंच रहे है। वीरवार को सरकारी अस्पताल की इमरजेंसी में तो बेड की कमी के कारण एक बेड पर दो मरीज लिटाए गए।

10 हजार से नीचे प्लेटलेट्स जाए तो होता है अधिक खतरा

ब्लड टेस्ट रिपोर्ट में प्लेटलेट्स 20 हजार से नीचे आए और ब्लीडिंग का भी डर हो तो उपरोक्त खून के तत्वों को मरीजों को दिया जाता है। हालांकि अधिक खतरा 10 हजार प्लेटलेट्स से नीचे आने पर होता है। गौरतलब है कि स्वस्थ व्यक्ति की प्लेटलेट्स डेढ़ लाख से चार लाख तक होती है। प्लेटलेट्स शरीर में मौजूद खून का एक तत्व है तो खून के रिसाव को रोकता है।

डेंगू के नए 15 मामलों से 117 पर पहुंचे डेंगू के मामले

वीरवार को भी जिले में डेंगू के 15 मामले मिले। जिससे जिले में कुल मामलों की संख्या 2020 में मिले मामलों के बराबर 117 पर पहुंच गई। अब जिले में 58 एक्टिव मरीज है और 59 मरीज स्वस्थ हो चुके है। विभाग अब तक डेंगू के 990 सैंपल ले चुका है। अब तक डेंगू से एक मौत भी हुई है। वीरवार को गांव काजला से 26 वर्षीय युवक, हांसी की काठमंडी से 45 वर्षीय महिला, शिव कालोनी से 29 वर्षीय युवक, नारनौंद से 40 वर्षीय युवक, बरवाला में पुलिस लाइन के पास से 69 वर्षीय बुजुर्ग, महाबीर कालोनी निवासी 29 वर्षीय महिला डेंगू संक्रमित मिली। इनके अलावा गांव सरहेड़ा से 20 वर्षीय युवक, 12 क्वार्टर क्षेत्र से 18 वर्षीय युवक, भारत नगर से 25 वर्षीय युवक, चंद्रलेन कालोनी से 15 वर्षीय किशोरी डेंगू संक्रमित मिली। हांसी के भगत सिंह रोड एरिया से 35 वर्षीय युवती, एचएयू हास्टल से 25 वर्षीय युवक, ग्रीन पार्क एरिया से 35 वर्षीय युवक, इंदिरा कालोनी से 43 वर्षीय अधेड़ डेंगू संक्रमित मिला है।

शहर के मुख्य ब्लड बैंकों पर प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले खून के तत्वों की कमी

नलवा ब्लड बैंक

नलवा ब्लड बैंक से डा. जेपीएस नलवा ने बताया कि करीब 10 से 12 मरीज सिंगल डोनर प्लेटलेट्स और रैंडम डोनर प्लेलेट्स लेने के लिए आ रहे है। लेकिन हमारे पास

नेशनल ब्लड बैंक

यहां भी पिछले कुछ दिनों से सिंगल डोनर प्लेटलेटस और रेंडम डोनर प्लेटलेटस की कमी है। किट भी उपलब्ध नहीं है।

सिंगल डोनर प्लेटलेटस की एक यूनिट 11 हजार रुपये में

सिंगल डोनर प्लेटलेटस की एक यूनिट 11 हजार रुपये में आती है। इसमें किट का रेट साढ़े आठ हजार रुपये है। इसमें सीबीसी, एचआइवी, हेपेटाइटिस, क्रासमैच टेस्ट किए जाते है। वहीं टेस्टों का खर्च अलग चार्ज होता है। रैंडम डोनर प्लेटलेट्स की एक यूनिट निजी ब्लड बैंक में 400 रुपये प्रति यूनिट और सरकारी अस्पताल में 300 रुपये प्रति यूनिट मिलती है। सभी ब्लड बैंकों के बाहर रेट लिस्ट भी लगी होती है।

chat bot
आपका साथी