हिसार सिविल अस्‍पताल कोविड वार्ड: संक्रमित बाेला नहीं होती देखभाल, तड़प-तड़प कर मर रहे हैं मरीज

संक्रमित ने बताया कि जो दवा उन्हें सुबह देनी चाहिए वह दोपहर को मिल रही है। देरी से दवा देने का क्रम लगातार चल रहा है। इसके साथ ही रोजाना हमें मास्क बदलना चाहिए हम मांग रहे हैं तो हमें डांट पर चुप करा दिया जा रहा है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 04:00 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 04:00 PM (IST)
हिसार सिविल अस्‍पताल कोविड वार्ड: संक्रमित बाेला नहीं होती देखभाल, तड़प-तड़प कर मर रहे हैं मरीज
हिसार में कोरोना का उपचार करा रहे मरीज ने बताए भीतर के हालात, कहा- भगवान ही मुझे बचा सकता है

हिसार, जेएनएन। सिविल अस्पताल का कोविड वार्ड, जहां कोरोना संक्रमित मरीजों को उपचार के लिए भर्ती किया गया है। मगर यहां सब कुछ ठीक नहीं है। हालात दिन प्रतिदिन खराब होते जा रहे हैं। यह बात उपचार करा रहे संक्रमित व्यक्ति भी बयां कर रहे हैं। एक प्राइवेट स्वास्थ्य कर्मी भी यहां भर्ती है। वह बताते हैं कि यहां अगर मैं बच गया तो भगवान का बहुत धन्यवाद करूंगा।

क्योंकि यहां कुछ ठीक नहीं है। कल रात्रि को करीब साढ़े 11 बजे हमारे पास के ही वार्ड में भर्ती एक बुजुर्ग मरीज कोरोना से हालात बिगड़ने पर बेड से नीचे गिर गया, किसी को पता भी नहीं चला, जब तक लोगों को पता चला तब तक वह अपनी जान तड़प-तड़प कर दे चुका था। वह यह भी बताते हैं कि यह लापरवाही क्यों हो रही है इसका कुछ ठीक से पता भी नहीं चल पा रहा है। हम कुछ कहें तो उल्टे जवाब मिल रहे हैं।

समय पर नहीं मिल रही दवा

संक्रमित ने बताया कि जो दवा उन्हें सुबह देनी चाहिए वह दोपहर को मिल रही है। देरी से दवा देने का क्रम लगातार चल रहा है। इसके साथ ही रोजाना हमें मास्क बदलना चाहिए, हम मांग रहे हैं तो हमें डांट पर चुप करा दिया जा रहा है। अस्पताल का स्टॉफ कह रहा है कि आप तो पहले से ही कोविड वार्ड में हो तो मास्क की क्यों जरूरी है। संक्रमित ने बताया कि कोविड वार्ड में कोई बाहर से नहीं आ सकता है ऐसे में मास्क को अस्पताल को ही देना चाहिए। मैंने मास्क के लिए बहस की तो मुझे पागल कहने लगे। उनका बताया कि मैं स्वास्थ्य कर्मी हूं तब भी मेरी नहीं सुनी।

ऑक्सीजन मिल रही है मगर देखभाल बहुत जरूरी है

संक्रमित व्यक्ति ने बताया कि अस्पताल में अभी ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है। मगर हमें सबसे बड़ी कमी देखभाल की खल रही है। ऑक्सीजन मास्क किसी मरीज को लगा दिया फिर जब वह परेशान होता है तो कई बार मास्क निकल जाता है अब दोबार मास्क लगाने वाला कोई नजर नहीं आता। कुछ इसी प्रकार के हालात बने हुए हैं। यह काफी चिंताजनक स्थिति है।

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