असिस्टेंट लाइनमैन की परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थी बैठाने की थी तैयारी, हिसार सीआइए टीम की कार्रवाई, जानें पूरा मामला
हरियाणा के कई जिलों में रविवार को होने वाली असिस्टेंट लाइनमैन की परीक्षा को लेकर ये आरोपित बिठमड़ा में रामफल के मकान में सांठ-गांठ कर रहे थे। टीम ने सूचना के आधार पर मौके पर दबिश दी। जहां पता लगा एएलएम के पेपर का रेट दस लाख रुपये है।
हिसार, जागरण संवाददाता। सीआइए हिसार टीम ने परीक्षार्थी से मिलते-जुलते चेहरे वाले लोगों को परीक्षा में बैठाकर सरकारी नौकरी लगवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह रविवार को आयोजित की गई असिस्टेंट लाइनमैन की परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थी बैठाने की तैयारी में थे। इससे पहले सीआइए टीम ने उकलाना के गांव बिठमड़ा से चार आरोपितों को दबिश देकर गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से लैपटाप, मोबाइल फोन, तीन लाख रुपये नकदी, एडमिट कार्ड, आधार कार्ड भी बरामद किए हैं। मामले में सीआइए ने उकलाना थाना में गिरफ्तार किए गए आरोपित रामफल, जगदीश, राजेश, रामनिवास और कुलदीप के खिलाफ केस दर्ज करवाया है।
यह बताया सीआईए ने
सीआइए की ओर से उकलाना थाना में दर्ज शिकायत में बताया गया कि सीआइए टीम सुरेवाला चौक पर गश्त पर थी। उस दौरान टीम को सूचना मिली कि बिठमड़ा निवासी रामफल, राजेश, नहला निवासी कुलदीप और अन्य साथियों सहित मिलकर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से सरकारी नौकरियों के लिए ली जाने वाली परीक्षा में परीक्षार्थी के स्थान पर अन्य को बिठाकर धोखाधड़ी करते हैं। सीआइए ने बताया कि आरोपित परीक्षार्थी के साथ सांठ-गांठ कर उससे मिलते-जुलते चेहरे वाला फर्जी परीक्षार्थी तैयार करते थे। इसके बाद आरोपित फोटो एडिट कर असल परिक्षार्थी के स्थान पर फर्जी परीक्षार्थी बिठा देते थे। इसकी एवज में परीक्षार्थी से भारी भरकम रकम भी वसूली जाती थी। इससे पहले भी कई सरकारी नौकरियों में आरोपित ऐसा कर चुके हैं।
हरियाणा के कई जिलों में रविवार को होने वाली असिस्टेंट लाइनमैन की परीक्षा को लेकर ये आरोपित बिठमड़ा में रामफल के मकान में सांठ-गांठ कर रहे थे। टीम ने सूचना के आधार पर मौके पर दबिश दी। वहां रामफल के मकान में बनी बैठक की खिड़की के पास खड़े होकर आरोपित मोबाइल पर किसी से बात कर रहे थे। उस दौरान वे कह रहे थे कि एएलएम के पेपर का रेट दस लाख रुपये है। पेपर पास करवाने की हमारी जिम्मेदारी है आधे पैसे पहले लगेंगे। टीम ने तुरंत बैठक में दबिश दी। वहां से बिठमड़ा निवासी रामफल, जगदीश, राजेश और मदनपुरा निवासी रामनिवास को मौके पर ही दबोच लिया।
यह सामान किया बरामद
रामफल की तलाशी लेने पर उसके पास से दो मोबाइल फोन, जगदीश के पास से एक मोबाइल फोन और मोबाइल के कवर में पड़ा सिम, राजेश के पास से एक मोबाइल फोन और रामनिवास के पास से पालिथीन में से तीन लाख रुपये के नोट बरामद हुए। पूछताछ में रामनिवास ने बताया कि मदनपुरा निवासी उसके भतीजे राजकुमार के बेटे रमेश की एएलएम की परीक्षा पास करवाने के लिए वह ये राशि रामफल को देने आया था। इसके अलावा पुलिस को वहां मेज पर पड़ा एक लैपटाप, वहां पड़े बैग में से एडमिट कार्ड की प्रतियां, दो लोगों के आधार कार्ड बरामद हुए। इसके अलावा वहां से 22 पेज की एक हिसाब की कापी बरामद हुई। इस कापी पर परीक्षार्थियों के नाम और लेन-देन लिखा हुआ था। वहां से टीम को तीन पीले रंग के पोस्ट कार्ड लिफाफे भी मिले। जिन पर कइयों के नाम और पते लिखे हुए थे।
पूछताछ में बोले आरोपित
पूछताछ में रामफल, जगदीश और राजेश ने बताया कि वह करीब दो-तीन वर्ष से हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से आयोजित होने वाली ग्रुप-डी, एएलएम और सिपाही की परीक्षाओं में परीक्षार्थियों से सांठ-गांठ कर असली परीक्षार्थी के स्थान पर फर्जी परीक्षार्थी बिठाकर परीक्षा पास करवाते थे।
गौरतलब है कि एएलएम की परीक्षा कुरुक्षेत्र, करनाल, पंचकूला कैथल और यमुनानगर में आयोजित हुई। परीक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन पहले से ही सक्रिय हो चुका था। हिसार में पहले भी ग्राम सचिव परीक्षा सहित कई परीक्षाओं में ऐसे गैंग सक्रिय रहे हैं।
आरोपित अलग-अलग परीक्षाओं को पास करवाने के लेते थे यह रुपये -
ग्रुप-डी की परीक्षा पास करवाने की एवज - 5 लाख रुपये
एएलएम की परीक्षा पास करवाने की एवज - 7 लाख रुपये
सिपाही पद की परीक्षा पास करवाने की एवज - 10 से 15 लाख रुपये
हिसार सीआइए प्रभारी इंस्पेक्टर नवीन के अनुसार
फर्जी परीक्षार्थियों को परीक्षा में बिठाकर परीक्षा पास करवाने के मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।