कोरोना योद्धाओं की गिरफ्तारी पर स्वास्थ्य कर्मी न्यायिक जांच की मांग को लेकर डीजीपी के नाम सौपेंगे ज्ञापन

मलेरिया विभाग के कोरोना योद्धा एलटी नीरज मेहता की गिरफ्तारी का मामला।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 11:25 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 11:25 PM (IST)
कोरोना योद्धाओं की गिरफ्तारी पर स्वास्थ्य कर्मी न्यायिक जांच की मांग को लेकर डीजीपी के नाम सौपेंगे ज्ञापन
कोरोना योद्धाओं की गिरफ्तारी पर स्वास्थ्य कर्मी न्यायिक जांच की मांग को लेकर डीजीपी के नाम सौपेंगे ज्ञापन

फोटो - 59

जागरण संवाददाता, हिसार: मलेरिया विभाग के कोरोना योद्धा एलटी नीरज मेहता और दीपक की गिरफ्तारी मामले में शामिल पुलिस विभाग के आरोपित पुलिस कर्मियों की तुरंत गिरफ्तारी और न्यायिक जांच की मांग को लेकर वीरवार को दोपहर दो बजे के बाद प्रदर्शन करेंगे। डाक्टर्स और तमाम श्रेणियों के स्वास्थ्य कर्मी सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा से संबंधित स्वास्थ्य विभाग तालमेल कमेटी के नेतृत्व में शहर की मुख्य सड़कों और बाजारों में उतरकर पुलिस विभाग की एकतरफा कार्रवाई को प्रदर्शन करेंगे। मरीजों और आमजन को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए असुविधा का सामना ना करना पड़े इसलिए दो बजे के बाद सभी स्वास्थ्य कर्मी सिविल अस्पताल से जुलूस निकालते हुए हाथों में तख्तियां लेकर नागोरी गेट से होकर पारिजात चौक पर रोष प्रदर्शन का समापन करेंगे। डीजीपी हरियाणा के नाम प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपेंगे। उक्त फैसले की रणनीति को लेकर स्थानीय जिला मलेरिया अधिकारी कार्यालय में कमेटी की मीटिग आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता कमेटी के संयोजक नूर मोहमद ने की। संचालन एमपीएचई एसोसिएशन के ब्लाक प्रधान प्रदीप कुमार ने किया। मीटिग के बाद संयुक्त बयान जारी करते हुए एचसीएमएस एसोसिएशन के जिला प्रधान डा. राजीव डाबला, एसोसिएशन गवर्नमेंट फार्मासिस्ट हरियाणा की वरिष्ठ पदाधिकारी रोमी मित्तल, बायोलाजिस्ट डा. रमेश पूनिया, एनएचएम एसोसिएशन के जिला प्रधान जगत बिसला, आशा वर्कर जिला प्रधान सीमा, मिनिस्ट्रियल स्टाफ के जिला प्रधान महेश श्योराण, लैबोरेट्री टेक्निशियन एसोसिएशन के दिनेश, रेडियोग्राफर एसोसिएशन के टिकु राम, नर्सिंग आफिसर की जिला प्रधान पुष्पा रानी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की वरिष्ठ उपप्रधान सोना देवी ने आरोप लगाया कि पुलिस विभाग के एसएचओ गुरमीत और मुंशी अजीत ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया और स्वास्थ्य कर्मियों को जालसाजी और धोखाधड़ी करके फंसाया। उक्त मामले में पैसे के लेन-देन का कोई साक्ष्य नहीं मिला। मामले को लेकर पुलिस विभाग के आइजी और डीआइजी को निष्पक्ष जांच की गुहार लगा चुके हैं। मीटिग में डा. विनोद तरड़, उप अधीक्षक गुरदीप अनेजा, लिपिक दलबीर गिल, एलटी राजेश कौशिक विजय, महेंद्र, हैल्थ इंस्पेक्टर रमेश कुंडू, राम दर्शन जांगड़ा, डाटा मैनेजर रोहतास, एमपीएचडब्ल्यू राजकुमार, बजरंग सोनी, सुनील भानखड़ आदि शामिल रहे।

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