हरियाणा से आस्ट्रेलिया गए लोगों ने बनाई सोसायटी, नए जाने वाले लोगों की मदद के लिए बढ़ा रहे हाथ

हरियाणा के विभिन्न शहरों से आस्ट्रेलिया गए लोगों ने पर्थ शहर में हरियाणा सोसायटी ऑफ वेस्टर्न आस्ट्रेलिया बनाकर अपनी संस्कृति को बचा रहे हैं। बच्चे हरियाणवी संस्कृति जान सकें इसके लिए विशेष अवसरों पर परिधान भी हरियाणा के ही पहनते हैं और बोली ही हरियाणवी होती है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 02:52 PM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 02:52 PM (IST)
हरियाणा से आस्ट्रेलिया गए लोगों ने बनाई सोसायटी, नए जाने वाले लोगों की मदद के लिए बढ़ा रहे हाथ
आस्ट्रेलिया गए लोगों ने पर्थ शहर में हरियाणा सोसायटी ऑफ वेस्टर्न आस्ट्रेलिया बनाई है

हिसार, जेएनएन। भारत और यहां के निवासियों को उनकी परंपरा संस्कृति के लिए विश्वभर में जाना पहचाना जाता है। इस संस्कृति के उत्थान व बढ़ावे के लिए हरियाणा के लोगों ने आस्ट्रेलिया में अपनी पहचान बनाई है। हरियाणा के विभिन्न शहरों से आस्ट्रेलिया गए लोगों ने पर्थ शहर में हरियाणा सोसायटी ऑफ वेस्टर्न आस्ट्रेलिया बनाकर अपनी संस्कृति को जी रहे हैं। बच्चे हरियाणवी संस्कृति जान सकें इसके लिए विशेष अवसरों पर परिधान भी हरियाणा के ही पहनते हैं और बोली ही हरियाणवी होती है। इस सोसायटी की शुरुआत हरियाणा से आस्ट्रेलिया गए आठ लोगाें की सोच से विकसित हुई।

ऐसे शुरू हुई सोसायटी

सोसायटी के फाउंडर सदस्‍य बताते हैं वह लंबे समय में आस्ट्रेलिया के पर्थ शहर में रह रहे हैं। उन्होंने देखा कि अक्सर उनके प्रदेश से आने वाले लोगों को शुरुआत में कुछ रहने बसने में कुछ दिक्कतें पेश आती हैं। इसमें खासकर वह छात्र अधिक हैं जिन्हें आस्ट्रेलिया में पढ़ाई के लिए रहना होता है। सोसायटी में सदस्यों ने इमीग्रेशन एजेंट से लेकर हर उस व्यक्ति को जोड़ा है जो आस्ट्रेलिया में आए नए लोगों को निशुल्क सलाह दे सके। इसमें आस्ट्रेलिया आने वाले लोगों की रुकने, नौकरी यहां तक कि हरियाणवी समुदाय के साथ घुलने मिलने तक में मदद करते हैं। ताकि यह अपने लोगों को पराये देश में कोई परेशानी न आए। सोसायटी के फाउंडर सदस्‍य में सोनीपत से सुधीर दहिया, हिसार से मंदीप आर्य, झज्जर तजिंदर दलाल, रोहतक से नीरज ढुल, गुरुग्राम से संदीप गोयल, पंचकूला से दिनेश शर्मा, रेवाड़ी से वरुण देशवाल, झज्जर से दीपक चाहर सहित अन्य सदस्य शामिल हैं।

इस बार धूमधाम से मनाने जा रहे होली

सोसायटी बनाने के बाद अब एक साथ त्यौहार मनाने का मौका मिल जाता है। ऐसे में सोसायटी से जुड़े हुए सभी सदस्य वर्ष में फाग, दिपावली, हरियाणा डे, मकर संक्रांति, तीज आदि त्यौहार एक साथ मनाते हैं। इन कार्यक्रमों में वह अपने परिवार के साथ शामिल होते हैं। ताकि एक दूसरे में भाईचार व प्रेम की भावना बढ़े। इस बार होली का त्योहार काफी धूमधाम से सोसायटी ने मनाने का फैसला लिया है। खास बात है कि हरियाणा सोसायटी ऑफ वेस्टर्न आस्ट्रेलिया में शामिल कई सदस्यों के बच्चे शुरू से ही आस्ट्रेलिया में रह रहे हैं। ऐसे में उन्हें हरियाणवी बोली, पहनावा, त्यौहार, संस्कृति से रुबरू कराने के लिए भी यह सदस्य अक्सर कार्यक्रम आयोजित कराते हैं। जिससे कि बच्चे विदेशों में रहने के बावजूद अपने राज्य व देश की संस्कृति को समझ सकें।

सोसायटी बनाने का यह है उद्देश्य

- सभी उम्र के लोगाें, खासकर बच्चों व युवाओं को एक मंच देना ताकि वह अपने विचारों के साथ टेलेंट साझा कर सकें।

- आस्ट्रेलिया में समाज के लोग साथ रहें और भाईचार बढ़े।

- हरियाणा के रहने वाले लोग आस्ट्रेलिया में एक साथ त्यौहार मना सकें।

- सभी सदस्यों द्वारा मिलकर एक दूसरे की मदद के साथ हरियाणा से आस्ट्रेलिया आने वाले लोगाें की मदद करना।

- देश व हरियाणा की संस्कृति के हित में कार्य करना।

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