Haryana Weather update: मानसून ने 24 घंटे में तोड़ा 11 साल का रिकॉर्ड, आगे ऐसा रहेगा मौसम

हरियाणा में मानसून सक्रिय है। चार दिन से जमकर बारिश हो रही है। हिसार में तो 11 साल का रिकॉर्ड मात्र 24 घंटे में टूट गया। जून से लेकर अब तक हरियाणा में 294 एमएम बारिश हुई है। यह सामान्य से 48 फीसद अधिक है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 09:52 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 09:52 AM (IST)
Haryana Weather update: मानसून ने 24 घंटे में तोड़ा 11 साल का रिकॉर्ड, आगे ऐसा रहेगा मौसम
हरियाणा में अगले कुछ दिनों तक बारिश की संभावना है।

जागरण संवाददाता, हिसार। हिसार में पिछले 24 घंटे की बारिश ने पिछले 11 वर्ष का रिकार्ड तोड़ा है। वर्ष 2010 में हिसार में एक दिन में 122.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी इसके बाद हिसार में 83 एमएम बारिश दर्ज की गई है। इससे पहले एक दिन यानि 24 घंटे में इतनी बारिश नहीं हुई।

हरियाणा में भरपूर बारिश दक्षिण पश्चिम मानसून में हुई है। इसबात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार एक जून से 30 जुलाई सुबह तक 294.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है जो सामान्य बारिश (199.3 मिलीमीटर) से 48 फीसद अधिक है। राज्य के अंबाला व फरीदाबाद को छोड़कर राज्य के सभी जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।

इन मौसमी सिस्टमों के बनने से हुई अच्छी बारिश

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खिचड़ ने बताया कि बंगाल की खाड़ी पर एक गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। वहीं, मानसून टर्फ सामान्य स्थिति में आ गया है। इस वजह से हरियाणा में मानसून 27 जुलाई से पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। इससे राज्य में ज्यादातर क्षेत्रों में लगातार पिछले चार दिनों से बारिश हो रही है।

3 अगस्त तक झमाझम बारिश की संभावना

हिसार स्थित एचएयू के कृषि मौसम वेधशाला में दर्ज आंकड़ों के अनुसार 27 जुलाई से 30 जुलाई (2.27 बजे) तक 131.5 मिलीमीटर बारिश हुई है। इन मौसमी सिस्टमों से मानसून की सक्रियता हरियाणा राज्य में 3 अगस्त तक बने रहने की संभावना है। इससे राज्य के ज्यादातर स्थानों पर हवा व गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश होने की भी संभावना है।

आखिर हरियाणा में इस बार अच्छी बारिश क्यों हुई

अभी तक यह सामने आ रहा था कि इस साल ताक्ते और यास चक्रवात के कारण मानसून अधिक सक्रिय हुआ है। मगर अब यह स्थिति साफ हो गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग में वरिष्ठ विज्ञानी डॉ. शिवेंद्र सिंह बताते हैं कि मौजूदा समय में दक्षिण पश्चिम मानसून पूरी तरह सक्रिय है इसी कारण बारिश हो रही है। इसके सक्रिय होने में या प्रदेश में अधिक बारिश करने में चक्रवातों का अधिक रोल नहीं है। यह बारिश आगे कुछ कम होकर अगले कुछ दिन तक जारी रहेगी। चक्रवात या साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण कुछ दिन तक बारिश हो सकती है मगर यह मानसून को अधिक प्रभावित नहीं करते हैं। मानसून की हवाएं अपने तरीके से आगे बढ़ती है, ब्रेक लेती हैं और फिर सक्रिय होती हैं।

हिसार में पहले कब इतनी बारिश दर्ज की गई 19 जुलाई 1978 को 116.8 मिलीमीटर 22 जुलाई 1993 को 121.3 मिलीमीटर 23 जुलाई 2010 को 122.4 मिलीमीटर 21 जुलाई 2015 को 77.3 मिलीमीटर 3 जुलाई 2016 को 62 मिलीमीटर 17 जुलाई 2017 को 64 मिलीमीटर

(नोट- बारिश का रिकॉर्ड कृषि मौसम वेधशाला एचएयू हिसार में दर्ज है।)

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