Haryana Weather Update: हरियाणा में आज भी बारिश के आसार, गर्मी हुई कम, फसलों काे फायदा
मॉनसूनी टर्फ रेखा पश्चिमी राजस्थान से उत्तर पूर्व बंगाल तक बनी है। नमी वाली हवायों की सक्रियता व उत्तरी हरियाणा के ऊपर बने एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण बारिश और तेज हवाएं चली। 16 और 17 जून को भी प्रदेश में कुछ जगहों पर हल्की बारिश होने की संभावना है।
हिसार, जेएनएन। हरियाणा में नमी वाली हवाओं की सक्रियता व उत्तरी हरियाणा के ऊपर बने एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण आज और कल भी बारिश के आसार बने रहेंगे। इससे गर्मी से राहत तो मिलेगी ही साथ ही फसलों के लिए यह बारिश फायदेमंद साबित होगी। इससे पहले मंगलवार को प्रदेश में झमाझम बारिश हुई। तेज हवाओं के कारण बारिश से पेड़ व बिजली के खंभे उखड़ गए। सबसे ज्यादा नुकसान फतेहाबाद जिले में हुआ। यहां 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली और 261 खंभे टूटकर गिर गए। वहीं सिरसा में 250 बिजली के पोल व 25 ट्रांसफार्मर गिरे, 400 पेड़ भी टूट गए। दोनों जिलों में 511 खंभे और 570 पेड़ उखड़ गए। वहीं हिसार में करीब दो घंटे बारिश की झड़ी लग गई। इसके कारण नीचले इलाकों में पानी भर गया।
इसी तरह नेशनल हाईवे स्थित करनाल और कुरुक्षेत्र में भी तेज हवाएं चली। करनाल में बारिश तो नहीं हुई मगर कुरुक्षेत्र में तेज हवाओं के साथ बारिश देखने को मिली। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार मॉनसूनी टर्फ रेखा पश्चिमी राजस्थान से उत्तर पूर्व बंगाल तक बनी हुई है। नमी वाली हवायों की सक्रियता व उत्तरी हरियाणा के ऊपर बने एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण बारिश और तेज हवाएं चली। 16 और 17 जून को भी प्रदेश में कुछ जगहों पर हल्की बारिश होने की संभावना है।
फतेहाबाद में मचाई तबाही, 135 गांवों में बिजली हुई गुल
फतेहाबाद : मंगलवार दोपहर को एकाएक तूफान ने जिले में तबाही मचा दी। आंधी का असर सबसे अधिक भट्टूकलां व फतेहाबाद खंड के गांवों में देखने को मिला। 65 किमी प्रति घंटे से आई आंधी 40 मिनट में तबाही के निशान छोड़ गई। इन दोनों खंडों में 261 बिजली के खंभे टूट गए। 25 ट्रांसफार्मर गिर गए। इसके अलावा जिले में 30 गाडिय़ों के शीशे टूट गए या पेड़ के नीचे दब गई। वहीं गांव ठुईयां में पेड़ गिरने से एक भैंस भी नीचे दब गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
इसके अलावा रत्ताखेड़ा के खेल स्टेडियम में लगाया गया शेड भी टूटकर करीब एक किमी दूर जाकर गिरा है। आंधी के कारण खंभे टूटने के कारण 135 गांवों में बिजली गुल रही। समाचार लिखे जाने तो फतेहाबाद शहर व गांवों में बिजली सुचारू नहीं हो सकी थी। वहीं बिजली निगम के अधिकारियों ने कहा कि बिजली के खंभे अधिक टूटे है इस कारण बिजली सप्लाई करना संभव नहीं है।
फतेहाबाद में 10 एमएम बारिश दर्ज की गई।
सिरसा में 250 बिजली के पोल व 25 ट्रांसफार्मर गिरे, 400 पेड़ भी टूटे
सिरसा: मौसम में मंगलवार दोपहर को एकाएक बदल गया। दोपहर के समय करीब 2 बजे तेज आंधी से काली घटा छा गई। इससे दिन में आसमान के अंदर अंधेरा छा गया। जिससे वाहन चालकों को दिन में लाइटें जलाकर चलना पड़ा। तेज आंधी के कारण अनेक स्थानों पर 250 बिजली के पोल व 25 ट्रांसफार्मर गिर गए। वहीं 400 के करीब पेड़ गिर गए। बिजली के पोल गिरने से बिजली सप्लाई ठप हो गई। सिरसा में 24 एमएम, रानियां में 34 एमएम, ऐलनाबाद में 17 एमएम, रोड़ी में 10 एमएम, रोड़ी 12 एमएम, गोलेवाला में 10 एमएम, नहराना में 10 एमएम, पंजुआना में 6 एमएम, ओटू में 8 एमएम व कालांवाली में 3 एमएम बारिश हुई।
करनाल में शाम को चली आंधी
करनाल में भी शाम को मौसम ने रुख बदला। शहर में बरसात नहीं हुई लेकिन आंधी चली। इससे जिला सचिवालय की पार्किंग में पेड़ गिरने के कारण एक कार को नुकसान पहुंचा तो तरावड़ी क्षेत्र में भी आंधी के साथ हल्की बारिश के बीच कई पेड़ गिर गए। गांव अंजनथली के पास ट्यूबवेल पर लगी टीन की छत टूट गई। सौंकड़ा-नड़ाना रोड पर लगे फ्लेक्स टूटकर गिर गए। अंजनथली व ललयानी रोड पर भी कई पेड़ सड़कों पर गिरे, जिससे यातायात प्रभावित रहा। कुछ क्षेत्रों में पोल और तार टूटने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।
कुरुक्षेत्र में बारिश से दी गर्मी से राहत
मंगलवार उमस भरी गर्मी झेल रहे लोगों को दोपहर बाद आई बारिश ने राहत दी है। दोपहर बाद साढ़े बजे के करीब तेज आंधी के जिला भर में औसत चार एमएम बारिश हुई। इसमें इस्माइलाबाद में ही 17 एमएम के करीब बारिश हुई है। बारिश से पहले अधिकतम तापमान 37 डिग्री दर्ज किया गया है। न्यूनतम तापमान भी 25 डिग्री सेल्सियस रहा है। बारिश होते ही ठंडी हवाएं चलने पर साढ़े पांच बजे करीब धर्मनगरी का तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहा है।