Haryana Weather News: हरियाणा में 11 मई की रात बदलेगा मौसम, आंधी और बारिश की संभावना

पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान के ऊपर बनने वाले एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन से 12 मई से 14 मई के बीच राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में तेज गति से धूलभरी हवा चलने व गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 08:36 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 09:32 AM (IST)
Haryana Weather News: हरियाणा में 11 मई की रात बदलेगा मौसम, आंधी और बारिश की संभावना
हरियाणा में आगामी तीन से चार दिनों तक मौसम बदलता रहेगा और गर्मी हल्‍की कम होगी

हिसार, जेएनएन। प्रदेश में एक और पश्चिमीविक्षोभ दस्तक दे सकता है। पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के कारण राज्य में 11 मई की रात्रि से मौसम में फिर से बदलाव आने की संभावना है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान के ऊपर बनने वाले एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन से 12 मई से 14 मई के बीच राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में तेज गति से धूलभरी हवा चलने व गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

जिससे दिन के तापमान में गिरावट तथा रात्रि तापमान में हल्की बढोतरी दर्ज होने की संभावना है। हरियाणा में मौसम 15 मई तक आमतौर पर परिवर्तनशील बने रहने की संभावना है । हरियाणा में 10 मई को मौसम गर्म मगर बीच- बीच में हल्के बादल व हवा चलने की संभावना है। इस बारिश से उन किसानों को फायदा होगा जिन्‍होंने अब कपास की फसल को बोना है। वहीं जिन्‍होंने एक या दो दिन पहले ही कपास की फसल बोई है उन्‍हें नुकसान हो सकता है। क्‍योंकि पानी से मिट्टी पर की परत सख्‍त हो जाएगी और बीज अंकुरित नहीं हाेंगे।

41 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा दिन का तापमान

हिसार में दिन का तापमान रविवार को 40 से बढ़कर 41 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। वहीं न्यूनतम तपमान सामान्य से 3 डिग्री घटकर 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम में बदलाव को लेकर किसान इन बातों का रखें ध्यान

1. गेहूं के भूसे/तूड़ी को सुरक्षित स्थानों पर अब तक न रखा हो या अच्छी प्रकार से नही ढका हो तो तेज हवा चलने व बारिश की संभावना को देखते हुए जल्दी से जल्दी तूड़ी को ढके या सुरक्षित जगह रखें।

2. मंडी में गेहूं ले जाते समय तिरपाल अपने साथ अवश्य रखे ताकि संभावित बारिश से अनाज को भीगने से बचाया जा सकें।

3. बारिश की संभावना को देखते हुए नरमा की बिजाई के लिए तैयार खेत में नमी संचित करें व अगले दो तीन दिन बिजाई रोक लें।

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