Haryana Weather News: हरियाणा में कल भी बना रहेगा बादल, गरच-चमक और बूंदाबांदी का मौसम

डा. मदन खिचड़ ने बताया कि 24 मार्च तक मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इसके साथ ही बीच-बीच में आंशिक बादलवाई और हवा चलने की संभावना है। 24 मार्च के बीच राज्य में अधिकांश हिस्सों में कहीं बूंदाबांदी तो कहीं हल्की बारिश होने के आसार हैं।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Tue, 23 Mar 2021 01:43 PM (IST) Updated:Tue, 23 Mar 2021 01:43 PM (IST)
Haryana Weather News: हरियाणा में कल भी बना रहेगा बादल, गरच-चमक और बूंदाबांदी का मौसम
राजस्थान सीमा पर बने साइक्लाेनिक सर्कुलेशन के कारण हरियाणा के मौमस में बदलाव हुआ है

हिसार, जेएनएन। मौसम में परिवर्तन के कारण पिछले दो तीन दिनों से जोरदार बारिश और ओलावृष्टि देखने को मिल रही है। हिसार में मंगलवार तक 5 एमएम बारिश दर्ज कर की गई। इस बारिश से सर्द मौसम हो गया है। लोगों को सर्दी का अहसास मंगलवार को होता दिखाई दिया। मौसम में यह परिवर्तन पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के चलते हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के चलते राजस्थान के पास एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना जिससे बारिश आई। मंगलवार को भी मौसम विज्ञानियों ने बारिश आने के आसार जताए हैं। बुधवार तक इसी तरह का मौसम बना रहेगा। कभी धूप निकल आती है तो कभी आसमान में बादल गरजने लगते हैं। तो कभी बारिश आने लगती है। दादरी में तो आसमानी बिजली गिरने से एक श्रमिक की मौत भी हो गई।

गौरतलब है कि पिछले तीन दिन दिन पहले दिन का तापमान 33 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया था। जो लोगों को गर्मी का अहसास करा रहा था। मौसम परिवर्तन में लोगों को तेज हवाओं का अनुभव भी हो रहा है। जब भी पश्चिमी विक्षोभ गुजरता है उस क्षेत्र में हवाओं का एक चक्रवात बन जाता है जिसे साइक्लोनिक सर्कुलेशन कहते हैं। यह सर्कुलेशन हवा व नमी का मिश्रण होता है जो आगे जाकर बारिश करने का काम करता है।

24 मार्च तक मौसम परिवर्तनशील

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि 24 मार्च तक मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इसके साथ ही बीच-बीच में आंशिक बादलवाई और हवा चलने की संभावना है। 24 मार्च के बीच राज्य में अधिकांश हिस्सों में कहीं बूंदाबांदी तो कहीं हल्की बारिश होने के आसार हैं।

ओलावृष्टि वाले क्षेत्रों में होगा नुकसान

मौसम विज्ञानियों की मानें तो जिन क्षेत्रों में ओलावृष्टि हुई है उन क्षेत्र में नुकसान होने की संभावना है। सब्जियां भी इससे प्रभावित होंगे। वहीं बारिश फसलों को फायदा ही पहुंचाएगी। इस सप्ताह मौसम में लगातार बदलाव की संभावना को देखते हुए कुछ दिन विशेषकर गेहूं की फसल में सिंचाई रोक लें। हवा चलने की संभावना को देखते हुए सरसों की फसल जो पकने की अवस्था में है उसे कटाई कर ली है तो जल्द से जल्द निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर रखें या काटी फसल के बंडल अच्छी प्रकार से बांध लें ताकि हवा चलने से उड़ न सके। इसी प्रकार हल्की बारिश व हवा चलने की संभावना को देखते हुए अगले कुछ दिन फसलों में स्प्रे रोक ले। यदि आवश्यक हो तो मौसम खुलने पर ही स्प्रे करें।

chat bot
आपका साथी