ग्रुप-डी भर्ती: सरकार दे रही रोजगार, सोशल मीडिया पर मजाक बन गए बेरोजगार

हरियाणा में 18 हजार 218 पदों पर डी ग्रुप के लिए भर्ती जारी है। पदों पर करीब 18 लाख आवेदक हैं। मगर पेपर जिस तरह से जटिल आया उसे लेकर सोशल मीडिया पर मीम्‍स वायरल हो रहे हैं

By manoj kumarEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 05:42 PM (IST) Updated:Tue, 20 Nov 2018 11:06 AM (IST)
ग्रुप-डी भर्ती: सरकार दे रही रोजगार, सोशल मीडिया पर मजाक बन गए बेरोजगार
ग्रुप-डी भर्ती: सरकार दे रही रोजगार, सोशल मीडिया पर मजाक बन गए बेरोजगार

हिसार [मनोज कौशिक] किसी भी तरह की राजनीतिक उठापटक या अन्‍य तरह के चर्चित केसों में नया मोड़ आने पर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया आती हैं। नोटबंदी से लेकर अयोध्‍या राम मंदिर को लेकर भी कई तरह के मीम्‍स यानि जोक्‍स सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। मगर पहली बार हो रहा है कि सरकार की ओर से किए जाने वाली भर्ती प्रक्रिया का सोशल मीडिया पर मजाक बन गया हो। सुनने में थोड़ा अलग है मगर हरियाणा में हाल में ही हो रही ग्रुप-डी की भर्ती में ऐसा ही देखने को मिल रहा है। ग्रुप-डी की भर्ती परीक्षा में पूछे गए सवालों को जटिल बताया गया तो इस पर कई तरह के मीम्‍स बन गए जो सोश्‍ाल मीडिया पर हंसी और चर्चा का विषय बने हुए हैं। ऐसे में सरकार का रोजगार सोशल मीडिया पर बेरोजगारों के लिए मजाक बन गया है।

इस तरह और ऐसे चले हैं मीम्‍स

ग्रुप-डी में जिस तरह से सवाल दिए गए हैं उन्‍हें चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के अनुसार बेहद मुश्किल बताया गया है। 10 और 11 नंवबर को होने वाली परीक्षा में ही इस तरह मीम्‍स शुरू हो गए कि आइएएस की परीक्षा थी या चपरासी की। क्‍याेंकि चपरासी, मोची और स्‍वीपर जैसी पोस्‍ट के लिए शैक्षणिक योग्‍यता 10वीं निर्धारित की गई थी और सवालों को देखकर एमएससी एमटेक भी चक्‍कर खा गए थे। अभी 17 और 18 नवंबर परीक्षा के बाकी बचे हुए चरणों की परीक्षा होगी।

इस तरह के पूछे गए हैं सवाल

प्रश्‍न - गांधीजी और उनके निकायों से जुड़ाव के संबंध में कौन सा कथन असत्‍य है।

!  वह क्रिप्‍स आयोग के सदस्‍य थे।

!! वे केंद्रीय विधान परिषद के एक सदस्‍य थे।

!!! वे विधान सभा के एक सदस्‍य थे।

ऑप्‍शन - केवल एक, केवल एक और दो, केवले तीन, उपयुक्‍त सभी

प्रश्‍न - जीएसटी में क्‍या श‍ामिल नहीं है।

उच्‍च गति डीजल, एटीएफ, कच्‍चा पेट्रोल, नेचुरल गैस।

प्रश्‍न - साल्‍मोनेला जीवाणु से कौन सा रोग होता है।

प्रश्‍न - ताशकंद समझौता भारत और किस देश के बीच हुआ।

ऑप्‍शन - चीन, पाकिस्‍तान, बांग्‍लादेश, इनमें से कोई नहीं

प्रश्‍न- ब्रिटिश राजधानी को कोलकाता से दिल्‍ली स्‍थानांतरित करने बारे इन कथनों पर विचार करें।

- ऑप्‍शन - वास्‍तुकला शैली, मुगल, बोद्ध और यूनानी संस्‍कृति का एक मिश्रण है।

- निर्णय 1911 में लिया गया जब किंग जार्ज पंचम की इंग्लिड में ताजपोशी हुई, दिल्‍ली में इस अवसर पर उत्‍सव हेतु दरबार का अायोजन किया गया था।

- लार्ड हार्डिंग उस समय वॉयसराय थे।

- दो वास्‍तुकार एडवर्ड ल्‍यूथ्‍टएंस और हर्बर्ड बेकर को नई दिल्‍ली और इसकी इमारतों का नक्‍शा बनाने के लिए बुलाया गया था।

- सरंचनाओं को पूरा करने मे बीस साल लगे। इन ऑप्‍शन कौन सा सत्‍य है पूछा गया।

प्रश्‍न - हिमालय पर्वतीय पहाडि़यों में से कौन सी हिमलाय के म्‍यांमार भाग से संलग्‍न नहीं है।

ऑप्‍शन- लुशाई पहाडि़या, पटकाई बुम, नागा पहाडि़यां, जयंतियां पहाडि़यां।

प्रश्‍न - बी आर अंबेडर के संदर्भ में कौन सा कथन गलत है।

विकल्‍प - उन्‍होंने अनाइलेशन ऑफ कास्‍ट और द प्राब्‍लेम ऑफ द रूपी नामक पुस्‍तक लिखी।

- गांधी जी के अनुरोध के कारण वे भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान कांग्रेस में आए।

- उन्‍होंने 1936 में स्‍वतंत्र श्रम पार्टी स्‍थापित की।

प्रश्‍न - प्रसिद्ध द जंगल बुक, मध्‍य प्रदेश के कान्‍हा बाघ सरंक्षण क्षेत्र से जुड़ी कहानी है, बाद में जिस पर 2016 में एनीमेटेड फिल्‍म भी बनी, जिसके लिए उसे ऑस्‍कर पुरस्‍कार मिला यह किसके द्वारा लिखी गई है।

विकल्‍प : a विक्रम सेठ, b अरविंद अडिग, c रुडयार्ड किपलिंग, d झुंपा लाहिरी।

चर्चा में है ये मीम्‍स और जोक्‍स

प्रश्‍न - देश में सबसे पढ़े लिखे चपरासी किस राज्‍य में हैं।

  ऑप्‍शन: A उत्‍तर प्रदेश, B मध्‍य प्रदेश, C बिहार, D हरियाणा

सही जवाब हरियाणा।

- म्‍हारे गाम का एक छोरा आस्‍ट्रेलिया रह्या करै, आज वो भी पेपर देण आरया था, डी ग्रुप का

अर जहाज मैं भाई, level देखो थाम।

- बस थोड़े दिन होर डार्लिंग, फेर देख तेरे यार के हाथां मैं कांच के गिलास पावेंगे

 # चपरासी #  डी ग्रुप

( नौकरी बताण का स्‍वैग देख )

- आज मनै सपना अाया, मेरा ग्रुप डी का पेपर क्‍लीयर होग्‍या, अर मैं चपरासी लाग ग्‍या।

मैडम :- मजनू तीन चा ल्‍या बणाकै, एक फीकी,  दो मीठी अर एक मैं अदरक डाल लाइए।

अर नींद खुलगी। 17 न पेपर है मेरा, भाई देण ए कोणी जांदा मैं तो।

- भाई डी ग्रुप का पेपर देख कै, मनै मेरे बाबू की वा बात बहोत याद आव सै

वो कहया करदा, अर पढ़ ले नी तनै तो कोई चपरासी भी कोनी लावगा।

डी ग्रुप परीक्षार्थी का दर्द।

परीक्षार्थी बोले- पता नहीं था, एमएससी, बीएड के बाद चपरासी की नौकरी भी नसीब न होगी
ग्रुप डी का एग्‍जाम देने वाली हिसार की एमए पास स्‍नेहलता ने कहा कि पेपर इतना जटिल था कि समझ में ही नहीं आया, डी ग्रुप का एग्‍जाम है या किसी बड़ी पोस्‍ट के लिए। हिसार के एमएससी पास हरदीप ने कहा कि पेपर देख लगा शायद कोई और काम करना ही सही रहेगा। बरवाला के बीए, बीएड विकास ने कहा कि किसी भी तरीके से डी ग्रुप का एग्‍जाम नहीं लग रहा था। नारनौंद के इंग्लिश से एमए पास कपिल ने कहा कि डी ग्रुप की जॉब पाने के लिए इतनी मेहनत करनी है तो इससे बेहतर है कि आइएस की तैयारी कर ली जाए। पता नहीं था मास्‍टर डिग्री के बावजूद चपरासी की जॉब भी नही मिलेगी।

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