हरियाणा की बाक्सरों से दूसरे राज्यों की खिलाड़ी कर रही आग्रह, दीदी एक राउंड तो खेलने देना
नेशनल चैंपियनशिप आर्गेनाइजर स्कूल निदेशक एवं पूर्व नेशनल चैंपियन बाक्सर अनिल मान ने कहा कि हमारे समय में भी ऐसा होता था। जब कमजोर या नए खिलाड़ी हमसे कहते थे सर कुछ समय अधिक मजबूत प्रहार मत करना हमें थोड़ा खेलने देना।
जागरण संवाददाता, हिसार। दीदी एक राउंड तो खेलने देना। यह आग्रह सेंट जोसेफ इंटरनेशनल स्कूल में चल रही 5वीं एलीट नेशनल महिला बाक्सिंग चैंपियनशिप में हरियाणा की बाक्सर से दूसरे राज्यों की बाक्सर कर रही है। यह कहना है हरियाणा के उन खिलाड़ियों का जो रेलवे व अन्य टीमों में खेल रहे है। हरियाणा के बाक्सरों का नेशनल चैंपियनशिप में दबदबा साफ देखा जा सकता है कारण है कि हरियाणा के अलावा रेलवे, आल इंडिया पुलिस से लेकर दूसरी कई टीमों में हरियाणा के खिलाड़ी अपना पंच का दम दिखा रहे है और जीत हासिल कर रहे है।
उनकी कड़ी मेहनत दूसरों के लिए डर का कारण बन रही है। मैच में रेफरी स्टाप द कांटेस्ट नियम के तहत मैच को बीच में रोककर रिंग से बाहर न किए जाए इसलिए साउथ और वेस्ट राज्यों के कुछ खिलाड़ी अक्सर हरियाणा के बाक्सरों से एक राउंड तक तेज प्रहार न करने का आग्रह करते है ताकि वे एक राउंड मैदान में निकाल सकें।
खिलाड़ी एक राउंड तक क्यों खेलने देने का करते है आग्रह
रेलवे से इंटरनेशनल खिलाड़ी एवं हरियाणा की रोहतक निवासी ज्योति ने बताया कि कई खिलाड़ी रिंग से बाहर कई बार आग्रह करती रहती है कि दीदी एक राउंड तो खेलने देना। इसका कारण है कि जिस खिलाड़ी से अधिक बाक्सिंग अभ्यास नहीं किया या वह पहली बार नेशनल चैंपियनशिप में आई है तो वह सहमी हुई होती है। डर के कारण वे खिलाड़ी पहले राउंड में केवल अपना बचाव करने पर ध्यान केंद्रित रखते है। इसलिए वे पहले ही राउंड में मजबूत व सीनियर खिलाड़ी का आसार टारगेट रहते है और तीन-तीन मिनट के तीन राउंड तक टीकने की बजाए पहले तीन मिनट भी नहीं खेल पाते और बाहर हो जाते है।
दूसरा एक राउंड खेलने के बाद खिलाड़ी का शरीर खुल जाता है। उसमें हौंसला बढ़ जाता है। उसके बाद वह अपना नेचुरल गेम खेलते हुए आक्रामण रुख अपना लेना है जिससे उसके जीतने की संभावना पैदा हो जाती है। इसलिए अक्सर सीनियर खिलाड़ियों या मजबूत टीमों के खिलाड़ियों ने बाक्सर एक राउंड तक खेलने का समय मांगते रहते है। यह आग्रह अक्सर साउथ व वेस्ट के खिलाड़ी ही करते है।
हमारे समय में भी ऐसा होता था- मान
नेशनल चैंपियनशिप आर्गेनाइजर, स्कूल निदेशक एवं पूर्व नेशनल चैंपियन बाक्सर अनिल मान ने कहा कि हमारे समय में भी ऐसा होता था। जब कमजोर या नए खिलाड़ी हमसे कहते थे सर कुछ समय अधिक मजबूत प्रहार मत करना हमें थोड़ा खेलने देना। यह रिक्वेस्ट आज भी एक खिलाड़ी दूसरे मजबूत खिलाड़ी से करता है।