Haryana Air Pollution: हिसार में 273 पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स, सांस लेने में हो रही तकलीफ

हरियाणा के कई शहरों में स्‍माग की चादर छाई हुई है। हिसार में शनिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 273 तक पहुंच गया। इस स्तर पर प्रदूषण पहुंचने से तात्पर्य है कि उस शहर की हवा बहुत ही खराब है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड फील्ड में दिखाई नहीं दे रहा है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 10:34 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 10:34 AM (IST)
Haryana Air Pollution: हिसार में 273 पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स, सांस लेने में हो रही तकलीफ
हिसार में प्रदूषण अपने खतरनाक स्तर पर पहुंच कर लोगों की सांसों को आफत में डालने का काम करता है।

जागरण संवाददाता, हिसार। त्‍योहारी सीजन में फिर से वायु प्रदूषण बढ़ने लगा है। हरियाणा के कई शहरों में स्‍माग की चादर छाई हुई है। हिसार में शनिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 273 तक पहुंच गया। इस स्तर पर प्रदूषण पहुंचने से तात्पर्य है कि उस शहर की हवा बहुत ही खराब है। इतना प्रदूषण बढ़ने पर अभी तक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड फील्ड में दिखाई नहीं दे रहा है। हर साल हिसार में प्रदूषण अपने खतरनाक स्तर पर पहुंच कर लोगों की सांसों को आफत में डालने का काम करता है। मौजूदा समय में जीटी रोड बेल्ट पर पराली जल रही है। जिसका असर हिसार, भिवानी, फतेहाबाद, सिरसा में भी दिखाई दे रहा है। हिसार में पिछले तीन दिनों में प्रदूषण काफी बढ़ा है। इसमें पीएम 2.5 कणों की मात्रा अत्यधिक है।

विभिन्न वायु प्रदूषण और उनके मानक

पीएम 2.5 -

-वातावरण में शामिल 2.5 एमजीसीएम यानि माइक्रोग्राम, घनमीटर से छोटे धूल के कण।

- शुक्रवार का औसत 332 रहा, जोकि खतरे के निशान से भी आगे है।

कारण- पराली, निर्माण कार्य व धूल के कणों का हवा से मिलना

पीएम 10-

- वातावरण में मौजूद 10 एमजीसीएम से छोटे धूल के कण

- 50 एमजीसीएम तक ही होना चाहिए

कारण- घटती हरियाली, टायरों, प्लास्टिक आदि का प्रदूषण

एनओ 2-

- यह नाइट्रोजन डाई आक्साइड है, जो धुंए का हिस्सा है

- स्वीकार्य मात्र 0 से 40 माइक्रोग्राम, घनमीटर

कारण- यह सर्दी, जुकाम, एलर्जी जैसी बीमारियों का बड़ा कारण है। वाहनों व मशीनों से यह प्रदूषण निकलता है।

स्वास्थ्य पर यह प्रभाव ----

- सांस फूलना, अस्थमा, एलर्जी

- हाइपर टेंशन, सिरदर्द, माइग्रेन

- रक्तचार प्रभावित होने से हार्टअटैक

आज बारिश आई तो कुछ मिल सकती है राहत

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने एक कम गहरे दबाब के क्षेत्र से हरियाणा 17 अक्टूबर से 19 अक्टूबर के बीच हवा व गरज चमक के हरियाणा में कहीं -कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश संभावित है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश भी होने की संभावना है । बारिश आई तो वायु प्रदूषण से राहत मिल सकती है।

chat bot
आपका साथी