हांसी की ग्रांट और एमसी फंड की होगी जांच
सफाई कर्मचारियों की सैलरी का नगद भुगतान करने पर सचिव का जिला नगर आयुक्त ने किया स्पष्टीकरण जारी
-सफाई कर्मचारियों की सैलरी का नगद भुगतान करने पर सचिव का जिला नगर आयुक्त ने किया स्पष्टीकरण जारी
-जिला नगर आयुक्त ने जिला सफाई कर्मचारी यूनियन के साथ की बैठक
फोटो : 28
जागरण संवाददाता, हिसार : हांसी की ग्रांट और एमसी फंड की जांच होगी। यह आदेश नगर निगम आयुक्त अशोक कुमार गर्ग ने अनुभाग अधिकारी (एसओ) को दिए। यह फैसला नगर निगम सभागार में निगम आयुक्त और यूनियन पदाधिकारियों के बीच हुई बैठक में लिया। शुक्रवार को नगर आयुक्त अशोक कुमार गर्ग ने जिले की सफाई कर्मचारी यूनियन के साथ बैठक की। बैठक में यूनियन ने कर्मचारियों की समस्याएं जिला नगर आयुक्त के समक्ष रखी। बैठक में हांसी, बास, नारनौंद, बरवाला, उकलाना व सिसाय की नगर परिषद व पालिकाओं का अधिकारी पहुंचे। वहीं उप निगम आयुक्त डा प्रदीप हुड्डा, कार्यकारी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद, सीनियर अकाउंट आफिसर यज्ञदत शर्मा, हांसी ईओ मानिदर सिंह, एसओ बलजीत सिंह, सचिव संजय शर्मा, अधीक्षक धर्मपाल भांभू, जिलाध्यक्ष सुनील कांगडा, राजेश बांगडी मौजूद रहे।
सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी
यूनियन के पदाधिकारियों ने जिला नगर आयुक्त के समक्ष मांग रखी कि नारनौंद, बास पालिका में कर्मचारियों को सैलरी नगद दी जाती हैं और डीसी रेट से कम पैसा दिया जाता हैं। जिला नगर आयुक्त अशोक कुमार गर्ग ने पालिकाओं के अधिकारियों को आदेश दिये कि कर्मचारियों की सैलरी बैंक अकाउंट में डाली जाये। सचिव 15 दिनों में स्पष्टीकरण दे कि पूर्व की बैठक में निर्णय होने के बावजूद आज तक अकाउंट में सैलरी क्यों नहीं दी गई। 15 दिनों में स्पष्टीकरण नहीं दिया जाता है तो अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
यूनियन ने जिला नगर आयुक्त को बताया कि बास पालिका में अनुबंधित सफाई कर्मचारियों से सफाई के अतिरिक्त अन्य कार्य करवाए जाते है और कोई मेहनताना नहीं दिया जाता है। वहीं कर्मचारियों के विरोध करने पर उन्हें हटाने की धमकी दी जाती है। जिला नगर आयुक्त ने आदेश जारी किये कि सचिव इस मामले की जांच कर 10 दिनों में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें और सुनिश्चित करें कि भविष्य में इस प्रकार की कोई गतिविधि सफाई कर्मचारियों के साथ घटित न हो।
फंड व ग्रांट की होगी जारी
जिला नगर आयुक्त ने हांसी में सैलरी के लिए आई ग्रांट का एमसी फंड में डालकर ठेकेदारों को पेमेंट जारी करने पर ईओ का स्पष्टीकरण जारी किया। वहीं नगर निगम एसओ बलजीत सिंह को नगर परिषद हांसी के एमसी फंड और ग्रांट की जांच कर डिटेल रिपोर्ट बनाने को कहा। सैलरी के लिए कितना पैसा सरकार से आया है और नगर परिषद के एमसी फंड में एक साल में कितना पैसा आया है। जिला नगर आयुक्त अशोक कुमार गर्ग ने अधिकारियों को आदेश दिये कि कर्मचारियों के पीएफ, ईएसआई, पेंशन व सैलरी आदि समस्याओं को समाधान करें। कर्मचारियों के साथ तालमेल स्थापित करें ताकि विकास कार्य और शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाया जा सके।