मोक्ष की राह में दुश्वारियों के कांटे

अर्थी कंधों पर लेकर मुक्तिधाम पहुंचना चुनौती मोक्षवाहन ही सहारा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 06:03 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 06:03 AM (IST)
मोक्ष की राह में दुश्वारियों के कांटे
मोक्ष की राह में दुश्वारियों के कांटे

अर्थी कंधों पर लेकर मुक्तिधाम पहुंचना चुनौती, मोक्षवाहन ही सहारा

-कीचड़ से भरा रास्ता और गंदा पानी बन गया है मुसीबत

फोटो : 11

पवन सिरोवा, हिसार

कंधों पर अर्थी, सड़क पर कीचड़ ही कीचड़, कीचड़ में सीवरेज का गंदा पानी, ऐसे रास्ते से सेक्टर-16-17 के मुक्तिधाम तक पहुंचना शहरवासियों के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। करीब आधा किलोमीटर तक का मेन सड़क से सेक्टर 16-17 की श्मशानभूमि तक का रास्ता पार करना जनता के लिए आसान नहीं है। मुक्तिधाम तक जाने के लिए मोक्षवाहन ही एक मात्र सहारा रह गया है। हैरानी की बात यह है कि यह समस्या उस शहर में है जिसमें दो अप्रैल 2018 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश के श्मशानघाटों की स्थिति सुधारने घोषणा भी की थी। समस्या के समाधान के लिए चीफ इंजीनियर तक सत्तापक्ष के पार्षद महेंद्र जुनेजा गुहार लगा चुके हैं, मगर हालात जस के तस हैं।

ये है स्थिति

वार्ड-17 में पटेल नगर की मेन सड़क से सेक्टर 16-17 के मुक्तिधाम तक की सीवरेज लाइन जुलाई माह के पहले सप्ताह से जाम है। 5 अगस्त को पार्षद महेंद्र जुनेजा ने एक बार फिर से चीफ इंजीनियर से लेकर एसई तक से समस्या समाधान के लिए आग्रह किया है।

तीन साल चार महीने बीते, नहीं बदले हालात

2 अप्रैल 2018 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल हिसार के सेक्टर-14 में पंजाबी धर्मशाला के शिलान्यास करने आए थे। उन्होंने कहा था कि मेरे एक पुराने जानकार ने मुझसे कहा था कि गांव में लोग मुझसे कहते हैं कि सीएम आपके जानकार हैं। बरसात में श्मशानघाट का रास्ता खराब हो जाता है। श्मशानघाट में शेड, पानी की सुविधा से लेकर चारदीवारी तक नहीं है। व्यवस्था करवाएं। जानकार की बात सुनकर मैंने डीसी को कहा पता करो कि ऐसे श्मशानघाट कहां कहां हैं। मैंने कहा कि चाहे कितने भी रुपये लगे श्मशानघाट में चारदीवारी, पानी प्रबंध, शेड लगवाया व रास्ता का प्रबंध होगा। सीएम ने यह काम तीन माह में करने के आदेश दिए थे, लेकिन आज तीन साल से अधिक समय हो गया, हिसार के श्मशानभूमि को जाने के रास्ते का बरसात में सुधार नहीं हुआ।

बरसात में रास्ता और खराब

एक तो मुक्तिधाम का रास्ता खराब, दूसरा दो करोड़ से अधिक की लागत से बने रेलवे अंडरब्रिज से पानी निकासी नहीं होने से वहां जलभराव। ऐसे में लोगों मोक्षवाहन का प्रयोग करना पड़ रहा है। मोक्षवाहन चालक मोनू ने बताया कि बरसात में रास्ता खराब होने के कारण मोक्षवाहन की करीब 40 से 50 फीसद तक डिमांड बढ़ रही है।

वर्जन

17 जुलाई से लेकर अब तक चीफ इंजीनियर से जेई तक से व्यवस्था दुरुस्त करवाने की मांग कर चुका हूं, आज तक समाधान नहीं हुआ है।

- महेंद्र जुनेजा, पार्षद, वार्ड-17 हिसार।

--------------

वर्जन

मैंने स्टाफ को सीवरेज जाम की समस्या को दूर करने के लिए कह दिया है। समस्या का समाधान करवाया जाएगा।

- टीआर पंवार, एसई, जनस्वास्थ्य विभाग, हिसार।

chat bot
आपका साथी