किसान नेता चढूनी के अटपटे बोल, कहा- दिल्ली पुलिस गिरफ्तारी को हरियाणा आए तो बंधक बना लेना

खरक पुनिया गांव में आयोजित महापंचायत में गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा दिल्‍ली पुलिस को हरियाणा के गांवों में बंधक बना लेना। वे यहीं पर ही नहीं रूके। उन्होंने कहा गांव में बंधक तब तक बनाकर रखना जब तक जिला प्रशासन की टीम गांव में नहीं आ जाए

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 19 Feb 2021 08:42 AM (IST) Updated:Fri, 19 Feb 2021 09:19 AM (IST)
किसान नेता चढूनी के अटपटे बोल, कहा- दिल्ली पुलिस गिरफ्तारी को हरियाणा आए तो बंधक बना लेना
गांव खरकपूनिया में आयोजित किसान महापंचायत में भाकियू नेता गुरनाम चढूनी ने विवादित बयान दिया है

हिसार, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने हरियाणा के हिसार जिले के गांव खरकपूनियां में आयोजित राकेश टिकैत की महापंचायत में विवादित बोल बोले। गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने मंच से कहा कि दिल्ली पुलिस की टीम अगर हरियाणा के गांव में किसी की गिरफ्तारी के लिए आए तो उसे गांव में ही बंधक बना लिया जाए।

गुरनाम सिंह चढ़ूनी यही पर नहीं रूके। उन्होंने कहा कि पुलिस टीम को गांव में बंधक बनाकर तब तक रखें जब तक जिला प्रशासन की टीम गांव में नहीं आ जाए। उन्‍होंने कहा‍ कि दोबारा गांव में घुसने की बात नहीं मानने पर ही पुलिस टीम को छोड़ें। चढ़ूनी ने कहा कि दिल्ली पुलिस किसानों के गलत तरीके से तंग कर रही है। गाड़ियों के नंबर देखकर नोटिस भेज रही है और उनको जांच में शामिल होने के लिए कहा जा रहा है। पुलिस ने 30 लोगों के खिलाफ पहले से ही केस दर्ज किया हुआ है। कोई किसानों को लेकर गाना गा देता है उस पर केस दर्ज हो जाता है। कोई ट्वीट कर दे उसे पकड़ लेते हैं। हम दिल्ली पुलिस की यह गुंडागर्दी नहीं चलने देंगे।

इसके साथ ही चढ़ूनी और राकेश टिकैत ने कहा कि हरियाणा में पंचायतें करना अब बंद करेंगे। अब राजस्थान और मध्यप्रदेश का रूख करेंगे। पश्चिम बंगाल में जाकर भाजपा के खिलाफ प्रचार करेंगे। वहां के लोगों के बताएंगे कि भाजपा किस तरह की पार्टी है। पूरे देश में एक जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा।

राकेश टिकैत बोले- खड़ी फसल में आग लगा देंगे मगर सरकार को एक दाना नहीं देंगे

बरवाला/बालसमंद : भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने हिसार के खरकपूनिया गांव और बालसमंद में किसान पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक कानून वापसी नहीं तब तक किसान की घर वापसी नहीं। उन्होंने कहा कि एमएसपी पर कानून बनाने और तीन कानून जब तक वापस नहीं होते। किसान घर वापस नहीं लौटेगा। इस दौरान राकेश टिकैत ने कड़ा रुख अपनाते हुए सरकार को स्पष्ट चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि सरकार कह रही है कि दो माह में अपने आप किसान आंदोलन खत्म हो जाएगा। क्योंकि किसान तो फसल काटने के लिए अपने गांव चला जाएगा।

परंतु सरकार किसी भ्रम में ना रहे किसान को चाहे अपनी खड़ी फसलों में आग लगानी पड़े। एक फसल की कुर्बानी देनी पड़े परंतु आंदोलन समाप्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि किसान सरकार को एक भी दाना नहीं देंगे। खड़ी फसल में आग लगा देंगे केवल अपने लिए ही अनाज रखेंगे। इसलिए सरकार को किसी प्रकार की गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए कि आंदोलन खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान, पंजाब, हरियाणा में फसल कटाई के समय में अंतराल रहता है। राज्य बार हम बारी बारी अपनी फसल कटाई करेंगे।

राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए किसानों के अनाज को तिजोरी में बंद करना चाहती है। रोटी को तिजोरी में बंद करना चाहती है। उन्होंने कहा कि ना तो पंच बदला है और ना ही मंच बदला है। पंच भी वही है और मंच भी वही है। फैसला करने वाले 40 पंच भी वही हैं। किसानों के फैसले, फसलों के फैसले किसान सब खुद करेंगे।

यह भी पढ़ें: देखें Video: रोहतक में महिला ने हाेशियारी से बचाई जान, ऊपर से गुजरी ट्रेन और खरोंच तक नहीं आई

 यह भी पढ़ें: पंजाब में निकाय चुनाव में भारी जीत के बाद सिद्धू पर बढ़ी कांग्रेस की दुविधा, जानें क्‍या है गुरु की 'बड़ी' मांग

हरियाणा की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी