22 घंटे में ही गुरमीत राम रहीम की रोहतक पीजीआई से सुनारिया जेल हुई वापसी, ये है वजह
डेरामुखी गुरमीत राम रहीम के तीन दिन पीजीआई में उपचार के लिए रहने के कार्यक्रम के चलते पुलिस विभाग की ओर से ड्यूटियां तय कर दी गई थी। लेकिन अचानक से डेरामुखी को जेल शिफ्ट किए जाने का फैसला हैरत भरा लग रहा है।
रोहतक, जेएनएन। पीजीआइएमएस से डेरामुखी गुरमीत राम रहीम सिंह को दाेपहर करीब तीन बजे कड़ी सुरक्षा के बीच जेल शिफ्ट कर दिया गया। पीजीआइएमएस में उसे बुधवार की शाम छह बजे लाया गया था, जहां केवल 22 घंटे रहने के बाद ही उन्हें जेल लौटना पड़ा। डेरामुखी को पीजीआइएमएस में उपचार के लिए तीन दिन की समयावधि मंजूर हुई थी। बताया जा रहा है कि सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए जिला पुलिस की ओर से उसे वापस जेल शिफ्ट कर दिया गया।
वहीं डेरामुखी को जेल से जब पीजीआइएमएस लाया गया तो इस दौरान जेल में उनकी बैरक को सैनिटाइज करवाया गया। डेरामुखी उच्च रक्तचाप के चलते चक्कर आने की वजह से उपचार के लिए रोहतक पीजीआएमएस लाए गए थे। पुलिस के करीब 120 जवानों व एक डीएसपी को डेरामुखी की सुरक्षा में लगाया गया था। वहीं सात चिकित्सकों का बाेर्ड उनके उपचार के लिए गठित किया गया था। डॉक्टरों ने कहा कि डेरामुखी की तबीयत ठीक है, ज्यादा कोई दिक्कत नहीं है।
-शुक्रवार सुबह तक की ड्यूटियां हो गई थी तय
डेरामुखी के तीन दिन पीजीआई में उपचार के लिए रहने के कार्यक्रम के चलते पुलिस विभाग की ओर से ड्यूटियां तय कर दी गई थी। लेकिन अचानक से सुरक्षा कारणों का हवाला देकर डेरामुखी को जेल शिफ्ट किए जाने का फैसला हैरत भरा लग रहा है। वहीं डेरामुखी के जेल शिफ्ट किए जाने के बाद पीजीआइएमएस प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है। क्योंकि बुधवार शाम से ही पीजीआइएमएस के एमएस कार्यालय की ओर हर किसी की आवाजाही को बंद कर दिया गया था।
-पीजीआइएमएस पहुंचने लगे थे अनुयायी
पीजीआइएमएस में डेरामुखी के उपचार के लिए भर्ती होने की सूचना पर इक्का-दुक्का अनुयायी पहुंचने शुरू हो गए थे। डेरामुखी को इतना जल्द जेल शिफ्ट किए जाने के पीछे यह भी एक वजह हो सकती है कि सुरक्षा को लेकर पुलिस को कुछ इनपुट मिले होंगे।