किसानों को पीटने के बजाये पेयजल किल्लत को दूर करने में रूचि दिखाएं सरकारी नुमाइंदे : श्योराण

जागरण संवाददाता हिसार हिसार संघर्ष समिति ने गर्मी के मौसम में नहर बंदी के चलते पेयजल को

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 10:07 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 10:07 AM (IST)
किसानों को पीटने के बजाये पेयजल किल्लत को दूर करने में रूचि दिखाएं सरकारी नुमाइंदे : श्योराण
किसानों को पीटने के बजाये पेयजल किल्लत को दूर करने में रूचि दिखाएं सरकारी नुमाइंदे : श्योराण

जागरण संवाददाता, हिसार : हिसार संघर्ष समिति ने गर्मी के मौसम में नहर बंदी के चलते पेयजल को लेकर लोगों को हो रही परेशानी पर गहरा रोष व्यक्त किया है। समिति के अध्यक्ष जितेंद्र श्योराण व पीएलए प्रधान सतपाल ठाकुर ने कहा कि अभी तक 18 अप्रैल को नहरों में पानी आना प्रस्तावित था, लेकिन जिस कछुआ चाल से नहर मरम्मत का कार्य कर चल रहा है, उससे साफ जाहिर है कि अभी शहरवासियों को कम से कम एक सप्ताह ओर पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ेगा। श्योराण ने कहा कि एक तरफ तो लोग पेयजल किल्लत का सामना कर रहे हैं, वहीं पूरा प्रशासनिक अमला लोगों की समस्या सुलझाने की बजाए किसानों को पीटने में ज्यादा रूचि दिखा रहा है। उन्होंने गत दिवस पटेल नगर में आयोजित अंबेडकर जयंती कार्यक्रम को पूरी तरह से भाजपा प्रायोजित कार्यक्रम करार देते हुए कहा कि डा. भीम राव आंबेडकर हर जाति व वर्ग विशेष के लिए आदरणीय है, लेकिन भाजपा एक सुनियोजित तरीके से एक सप्ताह बाद भी उनके नाम पर कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को आपस में भिड़ाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि गत दिवस पटेल नगर में आयोजित कार्यक्रम में जिस तरह से प्रशासनिक व पुलिस विभाग ने दिलचस्पी दिखाई, अगर उतनी ही दिलचप्सी नहरी पानी जैसी समस्या को सुलझाने में की होती तो लोगों को इस गर्मी के मौसम में पेयजल के लिए त्राहि-त्राहि नहीं करनी पड़ती।

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