राजस्थान में मूंगफली की सरकारी खरीद से हिसार में आवक हुई कम, बढ़ सकते हैं दाम

जागरण संवाददाता हिसार राजस्थान में मूंगफली की सरकारी खरीद के कारण हिसार की मंडी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Dec 2019 01:52 AM (IST) Updated:Sun, 15 Dec 2019 01:52 AM (IST)
राजस्थान में मूंगफली की सरकारी खरीद से हिसार में आवक हुई कम, बढ़ सकते हैं दाम
राजस्थान में मूंगफली की सरकारी खरीद से हिसार में आवक हुई कम, बढ़ सकते हैं दाम

जागरण संवाददाता, हिसार : राजस्थान में मूंगफली की सरकारी खरीद के कारण हिसार की मंडी में व्यापारियों के चेहरे के रंग उड़े हुए हैं। क्योंकि हर साल हिसार में मूंगफली की बड़ी आवक रहती थी, यहां से पंजाब, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी मूंगफली सप्लाई होती थी। मगर इस सीजन में राजस्थान से कम मात्रा में मूंगफली आने के कारण व्यापारी हरियाणा के विभिन्न शहरों में ही इन्हें खपाएंगे। यही कारण है कि इस बार हिसार सहित प्रदेश के दूसरे जिलों में मूंगफली बढ़े हुए दामों पर भी मिल सकती है। मौजूदा समय में मंडी में 36 रुपये किलोग्राम के हिसाब से थोक भाव चल रहा है। वहीं रेहड़ी पर 45 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से मूंगफली की अभी बिक्री की जा रही है। इस साल 50 रुपये तक का भाव मूंगफली छू सकती है।

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हिसार मंडी में हर दिन आ रहे मूंगफली के तीन हजार बोरे

हिसार मंडी मूंगफली के लिए प्रदेश में मुख्य मंडी रही है। हिसार मंडी से ही पंजाब और दिल्ली के व्यापारी राजस्थान की मूंगफली को लेकर जाते हैं। मगर इस बार ऐसी स्थिति बनी हुई है कि पहले जहां पांच से छह हजार बोरे प्रतिदिन मंडी में आते थे तो इस बार तीन हजार बोरे ही प्रतिदिन राजस्थान से आ रहे हैं। ऐसे में मूंगफली के व्यापार में अधिक मुनाफा व्यापारियों को इस बार नहीं मिलने की उम्मीद लगाई जा रही है। राजस्थान के बीकानेर, झुंझुनू, बाड़मेर आदि क्षेत्रों से हिसार में मूंगफली आती है। इसके साथ ही पंजाब, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के व्यापारी राजस्थान में किसानों से सीधे संपर्क कर के मूंगफली मंगा रहे हैं।

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जीएसटी को चेकिग में भी नहीं मिल रहीं गाड़ियां

पिछले वर्ष जहां मूंगफली में चेकिग के दौरान बिक्री कर विभाग ने मोटा जुर्माना वसूल किया था तो इस बार चेकिग में अधिकारियों को अधिक सफलता नहीं मिल पा रही है। अभी तक हिसार में लगभग दो से तीन लाख रुपये का टैक्स रोड साइड चेकिग में लगाया गया है। अधिक से अधिक राजस्व मिले, इसके लिए चेकिग को भी तेज कर दिया गया है। इधर जीएसटी में बड़े जुर्माने के चलते कई व्यापारियों ने इस बार नियमानुसार कार्य भी किया है।

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