जीजेयू यूनिवर्सिटी ने किए ऑनलाइन परीक्षा नियमों में बदलाव, अब परीक्षा में पीठ पीछे लगाना होगा शीशा
ऑनलाइन परीक्षा की बढ़ी डिमांड को देखते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने नियमों में बड़ा बदलाव कर दिया है ताकि नकल को रोका जा सके। ऑनलाइन परीक्षा में बैठे अब परीक्षार्थियों को जहां एक ओर परीक्षा शुरू होने से 15 मिनट पहले सुपरवाईजर से ऑनलाइन मीटिंग करनी होगी
हिसार [भूपेंद्र पंवार] गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी इस बार परीक्षा व्यवस्था को लेकर सख्त हो गई है। ऑनलाइन परीक्षा की बढ़ी डिमांड को देखते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने नियमों में बड़ा बदलाव कर दिया है ताकि नकल को रोका जा सके। ऑनलाइन परीक्षा में बैठे अब परीक्षार्थियों को जहां एक ओर परीक्षा शुरू होने से 15 मिनट पहले सुपरवाईजर से ऑनलाइन मीटिंग करनी होगी वहीं दूसरी ओर अपनी सीट के पीछे की तरफ शीशा भी लगाना होगा ताकि लैपटॉप के पीछे का दृश्य भी कैमरा में स्पष्ट रूप से नजर आए। इतना ही नहीं वैब कैमरा के सामने ही प्रश्न पत्र डाउनलोड करना होगा और उत्तर पुस्तिका की सील भी कैमरा के सामने खोलनी और परीक्षा समाप्ति के बाद रि-सील भी कैमरा के सामने ही करना होगा। परीक्षाओं को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने गाइडलाइन जारी कर दी है।
कोरोना के कारण प्रभावित हुई पढ़ाई और संक्रमण के फैलाव से बचने के लिए यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन परीक्षा का कंसेप्ट तैयार किया। लेकिन पिछले वर्ष कुछ कमियां रह गई जिस कारण यूनिवर्सिटी प्रशासन को सूचना मिली कि नकल की संभावना बढ़ी। इसलिए इस बार 10 अप्रैल से शुरू होने वाली परीक्षाओं को लेकर यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन एग्जाम व्यवस्था में बड़े बदलाव कर दिए हैं ताकि नकल की संभावनाओं पर ब्रेक लगाया जा सके। सबसे बड़ा बदलाव ये होगा कि इस बार ऑनलाइन परीक्षा दे रहे परीक्षार्थी को अपनी सीट के पीछे की तरफ बड़ा शीशा लगाना होगा ताकि लैपटॉप के कैमरा के माध्यम से सुपरवाइजर को लैपटाॅप के पीछे का दृश्य भी स्पष्ट रूप से नजर आए।
स्पष्ट निर्देश हैं कि शीशा 2 गुणा 2 स्क्वेयर फीट साइज से छोटा कतई नहीं होना चाहिए। वेब कैमरा से परीक्षार्थी और उसके पीछे का दृश्य तो नजर आएगा ही, साथ ही शीशा होने के कारण अब सुपरवाइजर को लैपटॉप के पीछे का भी दृश्य दिखेगा। ऑनलाइन परीक्षा को लेकर जीजेयू की ओर से 15 प्वाइंट की गाइडलाइन जारी कर दी गई है। इस बार भी ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षा एक साथ आयोजित की जाएगी ओर प्रश्न पत्र भी एक जैसे ही होंगे।
ये है ऑनलाइन परीक्षा के लिए जीजेयू की गाइडलाइन
- परीक्षा के दौरान वेव कैमरा और माइक्रोफोन ऑन मोड में रहने चाहिए।
- परीक्षा शुरू होने से 5-10 मिनट पहले ई-मेल से परीक्षार्थियों को यूनिवर्सिटी की ओर से प्रश्न पत्र भेजे जाएंगे।
- परीक्षा से पहले विद्यार्थियों को अपने संबंधित कॉलेज से उत्तर पुस्तिका लेकर आनी होगी।
- परीक्षा शुरू होने से 15 मिनट पहले सुपरवाइजर ऑनलाइन परीक्षार्थियों की मीटिंग लेंगे। इसका लिंक परीक्षार्थी को ई-मेल पर मिलेगा।
- वैब कैमरा के सामने ही प्रश्न पत्र डाउनलोड करना होगा और उत्तर पुस्तिका की सील खोलनी होगी। इतना ही नहीं कैमरा के सामने ही सभी खाली पेज भी दिखाने होंगे।
- सुपरवाइजर की संतुष्टी और मंजूरी मिलने के बाद ही परीक्षा शुरू होगी।
- परीक्षा केंद्र के 10 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले या परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को उत्तर पुस्तिका वापस उसी दिन एक घंटे के भीतर परीक्षा केंद्र पर जमा करानी होगी।
- परीक्षा खत्म होने के बाद परीक्षार्थी को स्टीकर लगाकर उत्तर पुस्तिका सील करनी होगी।
- कोविड-19 से संक्रमित परीक्षार्थी को उत्तर पुस्तिका स्पीड पोस्ट या कोरियर से यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर को भेजनी होगी।
नकल रोकने के लिए बनाई है प्लानिंग : परीक्षा नियंत्रक
गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी परीक्षा नियंत्रक प्रो. सिंगला ने कहा कि यूनिवर्सिटी की ओर से 10 अप्रैल से परीक्षाएं शुरू होंगी। ऑनलाइन परीक्षा में नकल रोकने के लिए इस बार बड़े बदलाव किए गए हैं। यूनिवर्सिटी की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है। मुख्य बात ये है कि इस बार परीक्षार्थी को अपने पीछे की तरफ बड़ा शीशा लगाना होगा ताकि लैपटॉप के कैमरा के माध्यम से लैपटॉप के पीछे का दृश्य स्पष्ट रूप से नजर आ सके।