विदेशों की तर्ज पर बीटेक की पढ़ाई हिंदी में कर पाएंगे जीजेयू के छात्र, मिलेगा बड़ा फायदा

शैक्षिक वर्ष 2021-22 से बीटेक की पढ़ाई हिंदी भाषा में करवाने के लिए हरियाणा के तीन तकनीकी विश्वविद्यालय को मान्यता प्रदान की है। इन विश्वविद्यालयों में हिसार के गुरु जम्भेशवर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को भी शामिल किया गया है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 04:04 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 04:04 PM (IST)
विदेशों की तर्ज पर बीटेक की पढ़ाई हिंदी में कर पाएंगे जीजेयू के छात्र, मिलेगा बड़ा फायदा
गुरु जंभेश्‍वर विश्‍वविद्यालय में बीटेक कोर्स भी अब हिंदी माध्‍यम से किय जा सकेगा

जागरण संवाददाता, हिसार: अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली ने शैक्षिक वर्ष 2021-22 से बीटेक की पढ़ाई हिंदी भाषा में करवाने के लिए हरियाणा के तीन तकनीकी विश्वविद्यालय को मान्यता प्रदान की है। इन विश्वविद्यालयों में हिसार के गुरु जम्भेशवर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को भी शामिल किया गया है। जीजेयू को संगणक विज्ञान अभियांत्रिकी (कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग), सूचना प्रौद्योगिकी (इनफार्मेशन टेक्नोलाजी), इलेक्ट्रानिक्स और संचार अभियांत्रिकी (इलेक्ट्रानिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग), यांत्रिक अभियांत्रिकी (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) सहित चार शाखाओं के लिए प्रत्येक शाखा में 30 सीटों की मान्यता दी गई है।

जीजेयू को अन्य दो विश्वविद्यालयों से अधिक सीटें मिली है। मुरथल स्थित दीनबंधू छोटू राम विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को विद्युतीय अभियांत्रिकी (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) एवं यांत्रिक अभियांत्रिकी (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) दो शाखाओं के लिए प्रत्येक शाखा में 30 सीटों की मान्यता दी गई है। फरीदाबाद के जगदीश चंद्र बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को यांत्रिक अभियांत्रिकी (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) में 30 सीटों की मान्यता दी गई है।

बता दें कि जिन विद्यार्थियों की अंग्रेजी में पकड़ कमजोर होते हैं, वह बीटेक की पढ़ाई अंग्रेजी माध्‍यम से करने में दिक्‍कत महसूस करते हैं। हिंदी माध्‍यम में यह कोर्स शुरू होने से ऐसे विद्यार्थियों को दिक्‍कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। हालांकि जिन बच्‍चों की अंग्रेजी अच्‍छी होती हैं उनके लिए हिंदी माध्‍यम से बीटेक कोर्स करना मुश्किल होगा, मगर उनके पास अंग्रेजी माध्‍यम से पढ़ाई करने का विकल्‍प भी रहेगा।

जीजेयू में 25 अक्टूबर तक करें आवेदन

इन कोर्सज में आवेदन 25 अक्टूबर 12 बजे लिए जाएंगे। इसका साफ्टवेयर भी तैयार करना शुरु कर दिया गया है। एंटरेंस टेस्ट भी अन्य विषयों की तरह ही होगा। नेशनल एजुकेशन पालिसी के तहत यह पहला कदम है। इंजीनियरिंग के विषयों में पहली बार विदेशों में की तर्ज पर अपनी मात्र भाषा में इंजीनियरिंग करवाई जा रही है।

प्रो. अवनेश, रजिस्ट्रार, जीजेयू, हिसार।

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