खेती-बाड़ी की खबर, घग्गर नदी में घट रहा जलस्तर, अब पांच दिन का ही बचा पानी
घग्गर नदी का जलस्तर घट रहा है। पहाड़ों में कम बारिश के चलते पानी कम आ रहा है। मंगलवार से पानी और अधिक घटेगा और उसके बाद घटता जाएगा। नदी में बरसात पानी के साथ बड़ी मात्रा में जल कुंभी आ रही है। इसे साफ किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, सिरसा। सिरसा की चार लाख एकड़ भूमि को सिंचित करने वाली घग्गर नदी से किसानों को पांच दिन ही पानी उपलब्ध हो पाएगा। इसकी वजह घग्गर से जुड़े पहाड़ी क्षेत्र में बारिश का न होना है। सिरसा में हालांकि अभी 16 हजार क्यूसेक से अधिक पानी बह रहा है लेकिन एक दिन पहले तक नदी में 18 हजार क्यूसेक पानी था।
मंगलवार से पानी और अधिक घटेगा और उसके बाद घटता जाएगा। सिंचाई विभाग के अनुसार घग्गर से जुड़े क्षेत्र में पीछे बारिश नहीं है और पानी का बहाव धीरे-धीरे कम होने लगा है। गुहला चीका पर तीन हजार क्यूसेक पानी रह गया है जबकि पहले यहां 18 हजार क्यूसेक से अधिक पानी था। इसका प्रभाव सिरसा में तीसरे दिन पड़ता है।
डेढ़ दिन ही चल पाएगा स्टोरेज पानी
घग्गर से सिरसा जिला में दस नहरें निकाली गई हैं और ओटू में झील बनाई गई है। लेकिन इस झील की क्षमता दो दिन पानी के स्टोरेज की है। यहां एक हजार एकड़ भूमि में छह फीट तक पानी का भराव हो सकता है। इससे ज्यादा पानी होने पर इसे राजस्थान की तरफ खोलना पड़ता है। फिलहाल अधिक पानी नदी में होने के कारण राजस्थान के सभी फाटक खोले हुए हैं। जैसे पानी नदी में कम होगा तो फाटक भी बंद किए जाने लगेंगे। प्रशासन की प्राथमिकता सिरसा को पानी उपलब्ध कराने की है।
जलकुंभी ने किया परेशान
नदी में बरसात पानी के साथ बड़ी मात्रा में जल कुंभी आ रही है और यह एक जगह एकत्रित होकर पानी में रुकावट बन रही है। नहर विभाग मैन घग्घर की बजाय उसे छोटी नहरों की ओर शिफ्ट कर रहा है। हारनी पुल के पास प्रशासन ने जेसीबी लगाई हुई है जहां जलकुंभी को निकालकर बाहर फेंका जा रहा है। यहां दिन-रात मशीनें चल रही हैं। यदि जलकुंभी को न निकाला जाएगा तो यह रुकावट बनकर नदी को तोड़ सकती है।
दो दिन में जलस्तर घटेगा
नहरी विभाग के अधीक्षण अभियंता एआर भांभू ने कहा कि पीछे बारिश न होने के कारण घग्गर नदी का जलस्तर कम होना शुरू हो गया है। दो दिन में जलस्तर घटेगा। यदि पीछे बारिश नहीं हुई तो घग्गर नदी से केवल पांच दिन ही सिंचाई के लिए पानी मिल पाएगा। हालांकि इस दौरान बारिश होने के आसार हैं।
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