सिरसा फतेहाबाद में खतरे के निशान से ऊपर बह रही घग्घर, दिन में जलस्तर बढ़ा तो टूट सकती है नदी
घग्घर में पानी की क्षमता 26 हजार क्यूसेक है। इससे अधिक पानी आने पर अलर्ट घोषित किया जाता है लेकिन इस बार तो पानी छह हजार क्यूसेक ज्यादा चल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि घग्घर में पीछे से इतना पानी नहीं आया है।
जागरण संवाददाता, सिरसा : घग्घर नदी में पंजाब क्षेत्र में बरसात का पानी डलने के बाद खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है। पूरी रात अधिकारियों ने घग्घर नदी पर ही गुजारी और अब दिन में ही पानी का स्तर मामूली भी बढ़ा तो नदी टूट सकती है। फिलहाल घग्घर में 32 हजार क्यूसेक पानी पहुंचा है जो क्षमता से छह हजार क्यूसेक अधिक है। रात को घग्घर नदी में पानी के दबाव से दो तटबंधों पर लीकेज शुरू हो गई लेकिन मौके पर उपस्थित ग्रामीण व कर्मचारियों ने जेसीबी लगाकर दोनों ही लीकेज को बंद कर दिया। जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
घग्घर में पानी की क्षमता 26 हजार क्यूसेक है। इससे अधिक पानी आने पर अलर्ट घोषित किया जाता है लेकिन इस बार तो पानी छह हजार क्यूसेक ज्यादा चल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि घग्घर में पीछे से इतना पानी नहीं आया है। फतेहाबाद, रतिया व पंजाब क्षेत्र में हुई बरसात का पानी भी घग्घर में आ गया है। इसकी वजह से हमारे सिरसा में घग्घर का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। रात्रि 11 बजे जलस्तर 28 हजार क्यूसेक के आसपास पहुंचा था और देर रात तक 32 हजार क्यूसेक पर पहुंच गया। घग्घर में पानी की अधिकता के बाद प्रशासन ने अलर्ट घोषित कर दिया और गांव-गांव मुनियादी करवाई कि वे अलर्ट रहे, घग्घर नदी पर ठीकरी पहरा लगाएं और कहीं पर भी दरार इत्यादि या पानी तटबंध के ऊपर पहुंचता दिखे तो इसकी सूचना तत्काल प्रशासन को दें।
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निगरानी के लिए आठ सेक्टरों में बांटा क्षेत्र
घग्घर नदी सिरसा जिला के करीबन 82 किमी से होकर गुजरती है। निगरानी के लिए आठ सेक्टर बनाए गए हैं और प्रत्येक सेक्टर में तीन टीमें लगाई गई हैं। पंजाब बार्डर से डबवाली रोड तक दोनों और दो सेक्टर, डबवाली रोड से ओटू तक दो सेक्टर, ओटू से राजस्थान तक चार सेक्टर बनाए गए हैं। प्रत्येक सेक्टर में ट्रैक्टर ट्राली, जेसीबी व मिट्टी से भरे बैग रखवाए गए हैं ताकि समय रहते उनका उपयोग कर नदी को टूटने से बचाया जा सके।
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घग्घर में 32 हजार क्यूसेक पानी आ रहा है। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। सेक्टर अनुसार टीमें लगाई गई हैं। हर गांव में ठीकरी पहरा लगाया गया है। विभाग के अधिकारी रात भर घग्घर पर ही डेरा डाले हुए हैं। दोपहर बाद पानी में मामूली सी कमी आने के आसार हैं। पानी बढ़ा तो मुश्किल होगी। राजस्थान की ओर पानी निकाल रहे हैं।
एआर भांभू, अधीक्षण अभियंता नहरी विभाग