किसान आंदोलन में सामूहिक दुष्कर्म मामला : इंटरनेट मीडिया पर खुद को बेकसूर बता रहे आरोपित

युवती से सामूहिक दुष्कर्म मामले में फरार चल रहे कई आरोपित खुद को बेकसूर बताने को इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय हो गए। इस प्रकरण में किसकी क्या भूमिका रही यह तो पुलिस जांच से ही साफ होगा मगर फिलहाल सभी आरोपित पुलिस की पहुंच से अभी दूर हैं।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 08:16 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 08:16 AM (IST)
किसान आंदोलन में सामूहिक दुष्कर्म मामला : इंटरनेट मीडिया पर खुद को बेकसूर बता रहे आरोपित
किसान आंदोलन में युवती से दुष्‍कर्म मामले में आरोपित वीडियो जारी कर रहे हैं

बहादुरगढ़, जेएनएन। टीकरी बॉर्डर पर बंगाल की युवती से सामूहिक दुष्कर्म मामले में फरार चल रहे कई आरोपित खुद को बेकसूर बताने को इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय हो गए। इस प्रकरण में किसकी क्या भूमिका रही, यह तो पुलिस जांच से ही साफ होगा, मगर फिलहाल सभी आरोपित पुलिस की पहुंच से अभी दूर हैं। मुख्य आरोपितों में शामिल अनूप चानौत की सोमवार की सुबह एक वीडियो वायरल हुई। यह आंदोलन स्थल के किसी तंबू में बनाई गई है।

इसमें वह यह तो साफ तौर पर कह रहा है कि युवती के साथ बंगाल से दिल्ली आते समय ट्रेन में छेड़छाड़ हुई और इसका आरोपित अनिल मलिक है। दूसरी तरफ इस प्रकरण को साजिश भी बता रहा है। वह सीना ठोक कर यह कह रहा है कि वह कहीं नहीं भागा है। आंदाेलन स्थल पर ही है। वीडियो में वह यह बता रहा है कि इस मामले में पंचायत हुई थी। उसमें अनिल मलिक को दोषी पाया था। इस पर उसे संगठन से अलग कर दिया गया था।

अनूप खुद को पाक साफ बता रहा है और कह रहा है कि अगर वह दोषी है तो उसे सरेआम चौराहे पर मौत के घाट उतारा जाए। साथ ही यह भी कह रहा है कि इस प्रकरण को लेकर हुई पंचायत में शामिल लोगों ने ही उसे व अन्य लोगों काे इधर-उधर छिपने के लिए कह दिया था। हालांकि इस तरह की पंचायत को संयुक्त किसान मोर्चा ने अनाधिकृत बताया है।

अनूप दावा कर रहा है कि आंदोलन स्थल पर दुष्कर्म जैसा कुछ नहीं हुआ। वह पीड़िता को बहन कह रहा है और उस पर कुछ आरोप भी लगा रहा है। वहीं अन्य आरोपितों में शामिल योगिता सुहाग व कविता ने भी इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट डालकर खुद को बेकसूर बताया है। उधर, गायक साेनू निगम की ओर से इस प्रकरण पर ट्वीट किए जाने का स्क्रीन शॉट भी वायरल हो रहा है।

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