रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर सवा दो लाख रुपये की धोखाधड़ी

भगाना निवासी कुलदीप ने गांव के ही नरेश पर लगाया आरोप

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 09:23 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 09:23 PM (IST)
रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर सवा दो लाख रुपये की धोखाधड़ी
रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर सवा दो लाख रुपये की धोखाधड़ी

जागरण संवाददाता, हिसार: भगाना निवासी कुलदीप ने गांव के ही नरेश पर रेलवे विभाग में ग्रुप डी के पद पर सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर सवा दो लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। गांव भगाना निवासी कुलदीप ने सदर थाना पुलिस को शिकायत दी है। कुलदीप ने बताया कि वह बेरोजगार है। फरवरी 2018 में भगाना के ही नरेश कुमार ने उसके घर पर आकर उससे कहा कि भारतीय रेलवे विभाग में ग्रुप डी के पदों के लिए सरकारी नौकरी निकली हुई है तथा भारतीय रेलवे विभाग में उसके एक बड़े अधिकारी से अच्छे संबंध है। उसने कहा कि वह इस पद कि नौकरी के लिए आवेदन कर दें, वह उसकी सरकारी नौकरी लगवा देगा। इसकी एवज में उसने कुल पांच लाख रूपए मांगे। जिसमें से 2.50 लाख रुपए एडवांस मांगे। बकाया रकम ज्वाइन करने करने के बाद देने के लिए कहा। पीड़िता ने 25 फरवरी 2018 को उपरोक्त पद की नौकरी के लिए आनलाइन आवेदन कर दिया तथा नरेश कुमार के कहे अनुसार उसके बैंक खाता में पांच मार्च 2018 को 50,000 रुपये, 12 मार्च को 75,000 रुपये, 13 मार्च को 15,000 रुपये, 16 मार्च को 25,000 रुपये, 21 मार्च को 5,000 रुपये, पांच अप्रैल को 25,000 रुपये जमा करवा दिए। 30,000 रुपये उसने नरेश कुमार को नकद दे दिए। पीड़िता ने बताया कि 12 मार्च 2019 को उपरोक्त पद की नौकरी की लिस्ट जारी हुई तो उसमें उसका रोल नंबर नहीं था। उसने नरेश कुमार से उसके 2,25,000 रुपये वापिस मांगे तो दो माह तक वह झूठा झांसा देता रहा। इसके बाद जुलाई 2019 में गांव में शक्ति सिंह और महावीर सिंह की मौजूदगी में पंचायत हुई। जिसमें पंचायत के सामने नरेश कुमार के पिता ने उससे नौकरी के नाम पर लिए 2,25,000 रुपये वापस की बात स्वीकार की। इस बारे पंचायत में एक कागज पर लिखित में भी लिया गया। लेकिन इसके बावजूद आरोपित ने उसके रुपये नहीं लौटाए।

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