रोहतक में निजी बैंक खोलकर चार साल में रकम दोगुनी करने का झांसा देकर की लाखों की ठगी
झांसे में आकर ग्रामीणों ने वहां पर खाते खुलवा लिए और फिर हर माह 400 से लेकर एक हजार रुपये तक अलग-अलग व्यक्ति जमा करने लगे। रुपये जमा होने के बाद नरेश की पत्नी बाला और उसका बेटा सन्नी घर पर आकर रसीद दे देते थे।
रोहतक, जेएनएन। रोहतक के कलानौर थाना क्षेत्र के सैंपल गांव में चार साल में दोगुनी रकम करने का झांसा देकर एक परिवार ने 30 से अधिक लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर डाली। आरोपित परिवार ने झांसा दिया था कि उन्होंने एक निजी बैंक और सोसायटी खोली है, जिसमें हर माह रुपये जमा करने पर चार साल में दोगुनी रकम दी जाएगी। पीड़ितों की तरफ से शिकायत के बाद अब कलानौर थाना पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को दी गई शिकायत में सैंपल गांव के ग्रामीणों ने बताया कि चार साल पहले गांव के रहने वाले नरेश कुमार ने उनसे संपर्क किया था।
जिसने बताया कि उसने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर रोहतक में नेक्टर कमर्शियल एस्टेट लिमिटेड और आदर्श कॉआप्रेटिव सोसायटी लिमिटेड के नाम से निजी बैंक खोले हैं। इसमें रुपये जमा कराने पर चार साल में दोगुने मिलेंगे। झांसे में आकर ग्रामीणों ने वहां पर खाते खुलवा लिए और फिर हर माह 400 से लेकर एक हजार रुपये तक अलग-अलग व्यक्ति जमा करने लगे। रुपये जमा होने के बाद नरेश की पत्नी बाला और उसका बेटा सन्नी घर पर आकर रसीद दे देते थे।
चार साल बाद जब अवधि पूरी हुई तो ग्रामीणों ने उनसे दोगुने रुपये वापस मांगे। इस पर आरोपितों ने आनाकानी शुरू कर दी। जिसके बाद पीड़ितों ने रोहतक में बैंक के पते पर पहुंचे तो वहां पर ना कोई बैंक मिला और ना ही सोसायटी का दफ्तर। तब जाकर पीड़ितों को ठगी का पता चला। पीड़ितों को धमकी दी ई कि उनकी पहुंच ऊपर तक है यदि पुलिस में शिकायत की तो जान से मार देंगे। इसके बाद पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दी और अब कलानौर थाने में मामला दर्ज किया गया है।
यह हुए ठगी के शिकार
जिन लोगों के साथ ठगी हुई है उसमें मंजू, अमन, तन्नु, मंजू देवी, कृष्णा, रामचंद्र, रविंद्र, बिजेंद्र, राजीव, रवि, कृष्ण, गीता, नंदराम, हरभगवान, सुनील, गीता रानी, रेशमा, पनमेश्वरी, गीता, राजेश, मुकेश, रविंद्र, विनोद कुमार, रमेश, सुदेश देवी, सीमा, ज्योति, मनीषा, युविका और कांता शामिल है।