कैंसर ग्रस्त व्यक्तियों की हादसों में मौत दिखाने वाले गिरोह में शामिल डा. विजय स्वरूप गिरफ्तार, दो दिन के रिमांड पर

संवाद सहयोगी हांसी कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रस्त लोगों की हादसे में मौत दिखाकर लाखों के

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 06:10 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 06:10 AM (IST)
कैंसर ग्रस्त व्यक्तियों की हादसों में मौत दिखाने वाले गिरोह में शामिल डा. विजय स्वरूप गिरफ्तार, दो दिन के रिमांड पर
कैंसर ग्रस्त व्यक्तियों की हादसों में मौत दिखाने वाले गिरोह में शामिल डा. विजय स्वरूप गिरफ्तार, दो दिन के रिमांड पर

संवाद सहयोगी, हांसी: कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रस्त लोगों की हादसे में मौत दिखाकर लाखों के बीमा क्लेम हड़पने वाले गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी शुरू हो गई है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार करने वाले हांसी सिविल अस्पताल के डाक्टर को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया। जहां से डा. विजय स्वरूप मलिक को कोर्ट ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। जिला पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने मामले में जांच तेज कर दी है और मृतकों के परिजन भी रडार पर हैं।

गौरतलब है कि बीमा कंपनियों से धोखाधड़ी करते हुए लाइलाज बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों का बीमा करने के बाद उनकी हादसों में मौत दिखाने वाले प्रदेश के बड़े गिरोह के खिलाफ हांसी पुलिस ने मामला दर्ज किया था। इस मामले में हांसी सिविल अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर डा. विजय स्वरूप मलिक का नाम भी सामने आया था। आरोप है कि डा. विजय द्वारा ही सिविल अस्पताल हांसी में तीन ऐसे व्यक्तियों के पोस्टमार्टम किए और मौत का कारण हादसा दिखाया गया, जबकि वास्तव में उनकी मौत बीमारी के कारण हुई थी। ये गिरोह लंबे समय से सक्रिया था और कई नामी बीमा कंपनियों को फर्जी क्लेम लेकर करोड़ों का चूना लगा चुका है। पुलिस ने पहली गिरफ्तारी डा. विजय स्वरूप मलिक की करते हुए तेवर स्पष्ट कर दिए हैं। इस मामले में हिसार का एक एडवोकेट भी आरोपित है जिसकी गिरफ्तारी लंबित है।

परिजन भी रडार पर

जिन व्यक्तियों का बीमा किया जाता था उनके परिजनों को विश्वास में लिया जाता और परिवार के सदस्यों को भी बीमे की राशि में से हिस्सा दिया जाता था। गिरोह का सरगना हिसार का वकील बताया जा रहा है। पुलिस ने जांच तेज कर दी है व इस मामले में जल्दी अन्य गिरफ्तारियां होने की पूरी संभावना है। जिला पुलिस ऐसे करीब तीन मामलों में जांच कर रही हैं जिनमें धोखाधड़ी से बीमा क्लेम हड़पे गए हैं।

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