Fraud In Rohtak: रोहतक में कांस्टेबल का तबादला कराने के लिए किसी ने फर्जी हस्ताक्षर कर भेजी ई-मेल, केस दर्ज
रोहतक में पूर्व सहकारिता मंत्री के फर्जी हस्ताक्षर का पत्र तैयार कर डीजीपी कार्यालय को ई-मेल भेज दी गई जिसमें कलानौर में तैनात एक कांस्टेबल का तबादला कराने के लिए लिखा गया था। जांच में पता चला कि किसी ने फर्जी आइडी बनाकर यह ई-मेल डीजीपी कार्यालय में भेजी है।
जागरण संवाददाता, रोहतक। पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर के फर्जी हस्ताक्षर का पत्र तैयार कर डीजीपी कार्यालय को ई-मेल भेज दी गई, जिसमें कलानौर में तैनात एक कांस्टेबल का तबादला कराने के लिए लिखा गया था। जांच में पता चला कि किसी ने फर्जी आइडी बनाकर यह ई-मेल डीजीपी कार्यालय में भेजी है। मामले का पर्दाफाश होने के बाद मुख्यालय की तरफ से रोहतक पुलिस को इसकी जांच सौंपी गई है।
बीजेपी नमो संघ के नाम से भेजी गई ई-मेल
दरअसल, तीन अगस्त को डीजीपी कार्यालय में बीजेपी नमो संघ के नाम से ई-मेल भेजी गई। इसमें पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर के हस्ताक्षर किया हुआ एक पत्र भी अटैच था। इस पत्र में लिखा गया था कि कलानौर में तैनात कांस्टेबल प्रीतम का तबादला नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका में कर दिया जाए। इस ई-मेल को लेकर डीजीपी कार्यालय की तरफ से कंफर्म किया गया कि पूर्व सहकारिता मंत्री ने ई-मेल किया भी है या नहीं। उनके स्टाफ से भी इस बारे में जानकारी ली गई, जिसमें पता चला कि पूर्व सहकारिता मंत्री की तरफ से ऐसी कोई ई-मेल नहीं भेजी गई और जो पत्र उसमें अटैच है ऐसा कोई पत्र भी जारी नहीं किया गया। यहां तक कि कांस्टेबल प्रीतम को जानते तक नहीं। ऐसे में पूरे फर्जीवाड़े का पता चला, जिसमें सामने आया कि कांस्टेबल का तबादला कराने के लिए किसी ने पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर के नाम पर फायदा उठाया है और यह फर्जी ई-मेल की है।
आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर
इसके बाद पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की, जिसमें किसी विनोद का नाम सामने आया है। हालांकि वह अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। फिलहाल आर्य नगर थाने में आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जल्दी ही आरोपित को पकड़ लिया जाएगा।