मोटरेबल पास उमलिग ला पर साइकिल से पहुंचने वाले पहले नागरिक बने पीयुष सहित चार युवा
दुनिया के सबसे ऊंचे मोटरेबल पास उमलिग ला पर टीम यूथ अगेंस्ट रेप के पीयुष पहुंचे।
हिसार (वि) : दुनिया के सबसे ऊंचे मोटरेबल पास उमलिग ला पर टीम यूथ अगेंस्ट रेप के पीयुष मोंगा, योगेश रावल, अक्षय भगत, सुमित डांगी और संजय श्रीकुमार पहुंचे हैं। उन्होंने मिशन- रेप मुक्त भारत के दौरान 50000 यरू साइकिल के दौरान ये विश्व रिकार्ड बनाया । रेप एक ऐसा विषय है जिसके बारे में लोग बात करने से भी कतराते हैं, लेकिन इस समूह ने एक ऐसे नेक काम के लिए एक क्रांतिकारी आंदोलन शुरू किया है। यह सफर सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी (बीआरओ महानिदेशक), लेफ्टिनेंट कर्नल आलोक, ओसी और टीम 93 आरसीसी की सहायता के कारण संभव हो पाई । टीम यूथ अगेंस्ट रेप उनके निरंतर मार्गदर्शन और प्रेरणा के लिए उनकी आभारी है। यह यात्रा इतनी भी आसान नहीं थी क्योंकि उमलिग ला समुद्र तल से 19,300 फीट ऊपर बना है। यहां तक कि माउंट एवरेस्ट बेस कैंप और सियाचिन ग्लेशियरों से भी ऊंचा, यहां तापमान सर्दियों में -40 डिग्री सेल्सियस से भी कम हो जाता है और ऑक्सीजन 50 फीसद से कम रहती है। इसलिए ऑक्सीजन, पानी की कमी के कारण समूह को मानसिक और शारीरिक दोनों तरह की अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। फिर भी बीच में बीमार पड़ने के बाद भी, वे नहीं रुके क्योंकि उनके मन में लक्ष्य स्पष्ट था और इसलिए, उन्होंने भारतीय होने की सच्ची भावना के साथ इसे हासिल किया। मोटरसाइकिल गर्ल के नाम से प्रसिद्ध कंचन उगुरसंडी ने उनकी पूरी मदद की । इन 5 युवाओं ने उन सभी लोगों के लिए एक बड़ी मिसाल कायम की है, जो रेप और झूठे आरोपों के खिलाफ इतना बड़ा कदम उठाने के बारे में सोच भी नहीं सकते थे। उन्होंने भारत को गौरवान्वित किया है और इस देश के युवाओं के लिए 'यूथ अगेंस्ट रेप' के साथ के लिए आगे आने के लिए एक प्रेरणा साबित हुए हैं।