सिविल अस्पताल में अस्थमा मरीज को ऑक्सीजन न देने पर चार नर्स दोषी, बिगड़ गई थी हालत
सिविल अस्पताल में 30 दिसंबर को फिजिशियन के राउंड के दौरान दिखी थी लापरवाही। पीएमओ ने मामले में कमेटी बनाकर की थी जांच
हिसार, जेएनएन। सिविल अस्पताल में अस्थमा के मरीज को ऑक्सीजन देने में लापरवाही बरतने के मामले में चार नर्स दोषी पाई गई हैं। सोमवार को सीएमओ ने जांच रिपोर्ट चेक की तो पता चला कि चार नर्सों ने एक मरीज को ऑक्सीजन देने में लापरवाही की थी, जिसके बाद मरीज की हालत बिगड़ गई और उसे अग्रोहा मेडिकल रेफर किया गया। सीएमओ ने चारों स्टाफ नर्स के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को लिखा है।
सिविल अस्पताल में पिछले दिनों दिसंबर को वार्ड नंबर 11 में भर्ती अस्थमा के एक मरीज की हालत ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण बिगड़ गई थी। अगले दिन 30 दिसंबर को फिजिशियन डा. राम अवतार जब वार्ड में राउंड पर आए तो स्टाफ नर्सों की लापरवाही का पता चला। उन्होंने मरीज की हालत में सुधार के प्रयास किए, लेकिन बाद में मरीज को अग्रोहा रेफर करना पड़ा था। उन्होंने स्टाफ नर्सों को मरीज को ऑक्सीजन न देने पर फटकार भी लगाई थी। उन्होंने स्टाफ नर्सों को मरीज का ध्यान रखने और समय-समय पर मरीज को ऑक्सीजन देने के आदेश नर्सों को दिए थे।
सुबह की शिफ्ट में कार्यरत नर्स ने मरीज को ऑक्सीजन दी थी, लेकिन दोपहर, रात और इससे अगली शिफ्ट में मरीज को ऑक्सीजन नहीं दी गई। फिजिशयन ने पाया कि नर्सों ने लापरवाही करते हुए न तो रजिस्टर हैंडओवर किए और ना ही मरीज को ऑक्सीजन दी। इस कारण मरीज के शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम होती गई। इस मामले में पीएमओ ने संज्ञान लेते हुए कमेटी बनाकर जांच की थी। वहीं सीएमओ ने भी कड़ा संज्ञान लेते हुए जांच रिपोर्ट जल्द देने के आदेश दिए थे। पीएमओ की ओर से शनिवार को रिपोर्ट सीएमओ को दे दी गई थी।
सीएमओ ने करवाई दो बार जांच
इस मामले में सीएमओ ने दो बार जांच करवाई। पहली जांच पूर्व पीएमओ से करवाई, लेकिन सीएमओ जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं थे। इसके बाद मौजूदा पीएमओ को जांच के आदेश दिए। साथ ही सीएमओ ने उक्त चारों नर्सों को वार्ड 11 से शिफ्ट कर दिया गया था।
---मरीज को ऑक्सीजन देने में लापरवाही बरतने के मामले में पूर्व पीएमओ व कार्यकारी पीएमओ की ओर से दो बार जांच करने के बाद जो रिपोर्ट सामने आई है। उसमें मरीज को ऑक्सीजन न देने पर चार नर्से दोषी पाई गई हैं। इन पर कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को लिखा गया है।
डा. संजय, सीएमओ, हिसार।