फतेहाबाद में मौत का फोरलेन ले चुका 75 लोगों की जान, अब 54 करोड़ से सरकार करवाने जा रही ये काम
फतेहाबाद से डबवाली-हिसार फोरलेन रोड गुजरती है। इस रोड पर वाहनों की पासिंग के लिए अवैध कट बने हैं। इन पर हादसे होते हैं। अब सरकार चार प्रमुख गांवों में अंडरपास बनाएगी। इस पर 54 करोड़ खर्च किए जाएंगे। इसकी मांग लंबे समय से हो रही थी।
जागरण संवादददाता, फतेहाबाद। फतेहाबाद से गुजरते डबवाली-हिसार फोरलेन नंबर 9 पर 75 के करीब लोगों की मौत हो चुकी है। ये अधिकांश मौत गांवों में वाहन पासिंग के लिए बने कटों पर हुई है। इसके बाद गांवों में ब्रेकर बना दिए थे। इससे दुर्घटनाएं कम अवश्य हुई थीं बंद नहीं। ऐसे में ग्रामीणों ने अधिकारियों व सांसद से मांग कि उनके गांवों में अंडर पास बनाए जाए, ताकि आवागमन में आसानी हो। इसके बाद अब जिले के चार प्रमुख गांवों में 54 करोड़ रुपये से अंडर पास बनेंगे। इससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
दरअसल, हिसार से डबवाली तक बने नेशनल हाइवे नंबर 9 पर दुर्घटना संभावित ब्लैक स्पॉट पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा अंडरपास बनाए जाएंगे। ये अंडरपास गांव बड़ोपल, खाराखेड़ी, धांगड़ व दरियापुर में बनेंगे। सुनीता दुग्गल ने इस मामले की गंभीरता को समझा और सडक़, परिवहन व राजमार्ग केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की थी। क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को रखा। केंद्रीय मंत्री ने सांसद द्वारा रखी गई मांग को पूरा करते हुए चार अंडरपास को मंजूरी दी है, जिसमें धांगड़, बड़ोपल, खाराखेड़ी के अंडरपास पर 43 करोड़ 53 लाख रुपये व दरियापुर बस अड्डा पर बनने वाले अंडरपास पर 12 करोड़ 77 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। हालांकि जिले के दो गांव भोड़ा होसनाक व गांव चाननवाली में अंडरपास नहीं बनेंगे।
फतेहाबाद में फोर लेन पर बीचों-बीच खड़े होकर बातें करते लोग। यह लापरवाही खतरनाक है।
किसी गांव में नहीं बना अंडरपास
विदित रहे कि जिले में अब तक किसी भी गांव में अंडरपास नहीं बने थे। जबकि फतेहाबाद से डबवाली तक फोरलेन का निर्माण 2016 में पूरा हो गया था। निर्माण के दौरान ही कई संस्थाओं ने अंडर पास बनाने की मांग की थी। गांव बड़ोपल की पंचायत ने तो इसके लिए प्रस्ताव भेजा, लेकिन उस दौरान सुनवाई नहीं हुई।
आवागमन में होगी आसानी
जिले से गुजरते हाईवे पर अब उक्त चार गांवों में ग्रामिणों की सहूलियत के लिए ब्रेकर बना हुए है, ताकि उन्हें रोड पार करने परेशानी न हो। ये ब्रेकर हाइवे पर बढ़ते दुर्घटनाओं को देखते हुए बनाए गए थे। लेकिन इनके हाइवे पर चलने वाले वाहन चालक बेहद परेशान है। हर पांच किलोमीटर पर बने ब्रेकर वाहनों की गति धीमी कर देते है। इससे लंबे रूट के वाहन चालक की डीजल खपत बढ़ने के अलावा समय भी अधिक लगता है। अब अंडर पास बनने से ग्रामीणों के साथ हाईवे पर चलने वाले वाहन चालकों को आसानी होगी।
फोरलेन पर बनेगा अत्याधुनिक बस अड्डा
दरियापुर गांव में अंडर पास के साथ ही बस अड्डा बनाया जाएगा। इसके लिए 12 करोड़ 75 लाख रुपये मंजूर हुए हैं। जो फतेहाबाद में बने प्रदेश के पहले चार मंजिला बस अड्डे से 5 करोड़ रुपये अधिक हैं। प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि दरियापुर में अत्याधुनिक बस स्टैंड बनेगा। उसमें लिफ्ट का भी प्रावधान होगा। मेट्रो स्टेशन की तर्ज पर बस अड्डा बनेगा। जिसमें हर प्रकार की सुविधा होगी। एलीवेटर भी लगाया जाएगा।
ग्रामीणों की मांग, जहां कट हैं, वहीं बने अंडरपास
ग्रामीणों का कहना है कि फिलहाल गांवों में पासिंग के लिए कट बने हुए है। वहीं पर ही अंडरपास बनाए जाए। गांव से दूर या एक तरफ अंडरपास बनने से ज्यादा फायदा नहीं मिलेगा। इसलिए लिए अधिकारी गांव के बीच में बने कट के पास ही अंडरपास का निर्माण करवाए, ताकि ग्रामीणों को पूरा लाभ मिले। अब बाइपास पर माजरा गांव के लिए अंडरपास गांव की सड़क से एक किलोमीटर दूर बना दिया। इसका परिणाम यह है कि गांव वालों ने वहां पर अवैध कट बनाया हुआ है, जहां पर हादसे होते है।
लंबित मांग को मिली मंजूरी : सांसद
सिरसा लोकसभा सुनीता सांसद दुग्गल ने कहा कि मेरे सामने जिला विकास समन्वय एवं निगरानी कमेटी की बैठक में नेशनल हाइवे पर दुर्घटनाएं होने मामले आए थे। इसको मैंने गंभीरता से लिया। मैंने जिलाधिकारियों को इस विषय पर प्रस्ताव बनाने और सरकार को भेजने के निर्देश दिए। इन गांवों के ग्रामीण भी मेरे से कई बारे मिले थे। उन्होंने बताया था कि गांव में पासिंग के लिए छोड़े गए कटों पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है। ऐसे में अब अंडर पास बनने का काम शुरू होगा। इससे ग्रामीणों को आवागमन में आसानी होगी।
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