हरियाणा के सबसे पहले खुले में शौच मुक्त गांव की कहानी जान विदेशी पत्रकार बोले - देट्स ग्रेट

आखिर सिरसा के गावं चकजालू में ऐसा क्या हुआ जो ओडीएफ हो गया बाद में देशभर में चर्चित हो गया। यह जानने के लिए फ्रांस के पत्रकार दो दिन से चकजालू में डेरा डाले रहे।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 06:00 PM (IST) Updated:Sat, 14 Dec 2019 02:16 PM (IST)
हरियाणा के सबसे पहले खुले में शौच मुक्त गांव की कहानी जान विदेशी पत्रकार बोले - देट्स ग्रेट
हरियाणा के सबसे पहले खुले में शौच मुक्त गांव की कहानी जान विदेशी पत्रकार बोले - देट्स ग्रेट

डबवाली [डीडी गोयल] चकजालू जिला सिरसा का ही नहीं, बल्कि हरियाणा प्रदेश का ऐसा पहला गांव था, जो सबसे पहले खुले में शौच मुक्त हुआ था। इस गांव पर जिला प्रशासन ने डॉक्यूमेंट्री तैयार करके बिहार जैसे अन्य प्रदेशों में दिखाई थी। आखिर चकजालू में ऐसा क्या हुआ जो ओडीएफ हो गया, बाद में देशभर में चर्चित हो गया। यह जानने के लिए फ्रांस के पत्रकार दो दिन से चकजालू में डेरा डाले रहे।

बुधवार रात करीब साढ़े 8 बजे तक ग्रामीणों से बातचीत करते रहे। डबवाली में रात बिताने के बाद बृहस्पतिवार सुबह पुन: चकजालू गांव पहुंच गए। फिर से ग्रामीणों से बातचीत का दौर शुरु हुआ। शाम को टीम वापस दिल्ली रवाना हो गई। टीम में फोटो जर्नलिस्ट थॉमस, जैन ओटीन थीं, तो वहीं भाषा संबंधी परेशानी को दूर करने के लिए दीपिका दिल्ली साथ थीं। गोदिकां के बाद चकजालू ऐसा गांव है, जोकि अनोखे कार्य के लिए विदेशों में चर्चित हुआ है। जल्द ही दोनों गांव एक साथ अंतरराष्ट्रीय फलक पर नजर आएंगे।

फ्रांस के पत्रकारों ने पहला सवाल पूछा कि क्या इस सदी में भी लोग खुले में शौच जाते थे, तो गांव के युवा अमरजीत ने बताया कि तीन साल पहले करीब दो दर्जन लोग जाते थे। अब कोई नहीं जाता। पत्रकार ने अगला सवाल किया कि फिर ऐसे लोगों को रोका कैसे? सरकरी स्कूल में कार्यरत रामनिवास शास्त्री, पूर्व हेडमास्टर पालङ्क्षवद्र शास्त्री आगे आए, तपाक से बोले-निगरानी कमेटी बनाई थी। जिसमें कुल 11 लोग शामिल थे। ये लोग सुबह जल्दी तथा शाम को पहरा देते थे।

इन लोगों के पास टॉर्च, डंडा तथा सिटी (विसल) होती थी। जो लोग खुले में शौच के लिए निकलते थे, कमेटी सदस्य उन्हें ऐसा न करने के लिए प्रेरित करते। गांव में 19 घरों में सरकार ने शौचालय का निर्माण करवा दिया, तो वहीं पंचायत ने अपने स्तर पर सार्वजनिक जगहों पर शौचालय बना दिए। गांव पूरी तरह से खुले में शौच मुक्त हो गया। दीपिका ने ग्रामीणों की बात को ट्रांसलेट किया तो फोटो जर्नलिस्ट थॉमस बोले-देट्स ग्रेट।

ग्रामीणों ने सम्मान के तौर पर दी पगड़ी

विदेशी मेहमान चकजालू में पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें पगड़ी पहनाई तो साथ ही उपहार के तौर पर कृष्ण कन्हैया की फाइबर से बनी प्रतिमा दी। जर्नलिस्ट जैन ओटीन ने पूछा यह कौन हैं, तो अमरजीत बोले कि यह हमारे भगवान श्री कृष्ण हैं।

--फ्रांस 24 न्यूज चैनल के पत्रकार स्वागत से अभिभूत नजर आए तो वहीं उन्हें खुले में शौच मुक्त अभियान को नोटिस किया। स्वच्छ भारत मिशन के तहत सिरसा जिला के गांव गोदिकां तथा चकजालू में हुए कार्यों पर बनी डॉक्यूमेंट्री विश्व के 160 देशों में दिखाई जाएगी। जिला समन्वयक होने के नाते मेरे से सवाल पूछे थे, मैंने बताया कि जिला का मूल निवासी खुले में शौच नहीं जाता है।

-सुखविंद्र सिंह, जिला समन्वयक, स्वच्छ भारत मिशन, सिरसा

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