झज्‍जर में ईंट भट्ठे पर चार बच्चों सहित पांच और लोगों की तबीयत बिगड़ी, एक की हो चुकी है मौत

ईंट भट्ठे पर मजदूरी के लिए आए परिवार के कुल 12 बच्चों सहित 13 लोगों की तबीयत खराब हो गई। वहीं एक बच्चे की मौत भी हो चुकी है। इसका कारण फूड प्वाइजनिंग बताया जा रहा है। 8 बच्चों का रोहतक पीजीआइ में उपचार चल रहा है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 12:43 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 12:43 PM (IST)
झज्‍जर में ईंट भट्ठे पर चार बच्चों सहित पांच और लोगों की तबीयत बिगड़ी, एक की हो चुकी है मौत
तबीयत बिगड़ने पर झज्‍जर में कुल 12 बच्चों सहित 13 को अस्पताल में करवाया भर्ती

जागरण संवाददाता,झज्जर : गांव ऊंटलौधा स्थित एक ईंट भट्ठे पर मजदूरी के लिए आए परिवार के कुल 12 बच्चों सहित 13 लोगों की तबीयत खराब हो गई। वहीं एक बच्चे की मौत भी हो चुकी है। इसका कारण फूड प्वाइजनिंग बताया जा रहा है। तबीयत खराब होने के कारण 8 बच्चों का रोहतक पीजीआइ में उपचार चल रहा है। वहीं 4 बच्चों सहित पांच को शुक्रवार सुबह जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां पर चिकित्सकों ने सभी का उपचार आरंभ कर दिया है। वहीं बच्चे की मौत की सूचना मिलते ही पुलिस ने भी कार्रवाई आरंभ कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार बिहार के गांव सहिया जिला गया से करीब बच्चों सहित 50 लोग मजदूरी करने के लिए ऊंटलौधा स्थित ईंट भट्ठे पर 18 अक्टूबर को पहुंचे थे।

भट्ठे पर आए मजदूरों के बच्चों की बुधवार शाम से ही अचानक तबीयत खराब होने लगी। शुरूआत में बच्चों का स्थानीय चिकित्सक से उपचार करवाया। लेकिन बच्चों के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ। बच्चों की तबीयत अधिक खराब होता देख उन्हें अस्पताल में ही भर्ती करवाना उचित समझा। इसलिए वीरवार को 8 वर्षीय विक्रम पुत्र निरंजन, 4 वर्षीय पारो पुत्री हैदर, 4 वर्षीय कुसुम पुत्री, रणजीत, 7 वर्षीय अंकित पुत्र रणजीत, 6 वर्षीय संदीप पुत्र संजय, 5 वर्षीय विक्रम, 7 वर्षीय लवकुश पुत्र छोटू, 8 वर्षीय सरवती पुत्री हैदर, 6 वर्षीय पारो पुत्री पिंटू को उपचार के लिए रोहतक पीजीआइ में भर्ती करवाया गया।

जहां पर चिकित्सकों ने 8 वर्षीय विक्रम को मृत घोषित कर दिया और इसकी सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। वहीं शुक्रवार को भट्ठे पर 2 वर्षीय काजल पुत्री मुनरिक, 10 वर्षीय गुलाबी पुत्री रंजन, 5 वर्षीय हेमंती पुत्री संजय, 2 वर्षीय खुशबू पुत्री सुनील व मजदूरी के लिए आए 35 वर्षीय मुनरिक की तबीयत अधिक खराब हो गई। जिन्हें शुक्रवार सुबह जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने सभी का उपचार आरंभ कर दिया।

जिला अस्पताल में बच्चों के साथ पहुंचे उनके स्वजनों ने बताया कि वे 16 अक्टूबर को बिहार के गांव सरिया जिला गया से झज्जर के लिए चले थे। प्राइवेट बस में करीब दो दिन का सफर तय करके 18 अक्टूबर को वे झज्जर पहुंचे। उन्होंने झज्जर बाजार से ही खाने के लिए चावल आदि सामान खरीदा था। वहीं 19 अक्टूबर की रात को सभी ने चावल व नानवेज खाया था। लेकिन बच्चों की ही तबीयत खराब होने लगी। उल्टी व दस्त लगे हुए थे। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गाय है। बच्चों की तबीयत खराब होने के बाद सभी माता-पिता बच्चों को संभालने में जुटे हुए हैं। साथ ही ईंट भट्ठा का स्टाफ भी बच्चों का उपचार करवाने में जुटा हुआ है।

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