बीड़ी फेंकने से निकली चिंगारी से 500 एकड़ की पराली की गांठों में लगी आग, काबू पाना हुआ मुश्किल

फतेहाबाद के गांव चांदपुरा में पंजाब के जिला संगरूर निवासी हरदीप सिंह ने किसानों से पराली खरीद करके व्यायामशाला में रखी हुई थी। इस व्यायामशाला में 500 एकड़ की पराली की गांठे पड़ी थी। बुधवार सुबह कर्मचारी काम पर लगे हुए थे।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 03:39 PM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 03:39 PM (IST)
बीड़ी फेंकने से निकली चिंगारी से 500 एकड़ की पराली की गांठों में लगी आग, काबू पाना हुआ मुश्किल
एजेंसी संचालक ने खुद दो पानी के टैंकर लगाकर आग बुझाई

फतेहाबाद, जागरण संवाददाता। फतेहाबाद के जाखल खंड के गांव चांदपुरा में संदिग्ध परिस्थितियों में व्यायामशाला में रखी गई पराली की गांठों में आग लग गई। आग देखते ही देखते फेल गई। घटना की सूचना दमकल विभाग को दी। दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची। लेकिन आग इतनी अधिक थी कि काबू नहीं आ रही थी। वहीं एजेंसी संचालकों के पास दो पानी के टैंकर भी थे। ऐसे में इन टैंकरों की मदद से आग पर काबू पाया गया। सुबह 8 बजे पराली की गांठों पर आग लगी और 2 बजे आग काे बुझाया गया। इस आगजनी में 100 एकड़ पराली जलकर राख हो गई। ऐसे में ठेकेदार को करीब 3 लाख रुपये का नुकसान होना बताया जा रहा है। व्यायामशाला के पास ही सड़क है। ऐसे में माना जा रहा है कि बीड़ी फेंकने से निकली चिंगारी से आग लगी है, हालांकि स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आग किसी कारण लगी है। आसपास बिजली की तारे भी नहीं है। 

जाखल में एक एक ही दमकल गाड़ी होने के कारण आग पर काबू पाना हुआ मुश्किल

जानकारी के अनुसार गांव चांदपुरा में पंजाब के जिला संगरूर निवासी हरदीप सिंह ने किसानों से पराली खरीद करके व्यायामशाला में रखी हुई थी। इस व्यायामशाला में 500 एकड़ की पराली की गांठे पड़ी थी। बुधवार सुबह कर्मचारी काम पर लगे हुए थे। इसी दौरान आग निकलनी शुरू हो गई। वहां पर मौजूद कर्मचारियों ने दमकल विभाग को इसकी सूचना दे दी। सूचना मिलते ही जाखल से एक दमकल गाड़ी मौके पर पहुंची। वहां पर जेसीबी मशीन व लोडर आदि थे। ऐसे में गांठों को उठाना शुरू कर दिया। लेकिन आग इतनी अधिक थी कि 100 एकड़ पराली की गांठे जलकर राख हो गई। वहीं 400 एकड़ पराली की गांठों को बचा लिया गया। 

सूचना मिलते ही जाखल से एक दमकल गाड़ी मौके पर पहुंची

तीन लाख रुपये का नुकसान

पंजाब के संगरूर जिले के गांव लहरगगा निवासी हरदीप सिंह ने बताया कि उसने अपने स्तर पर किसानों से पराली खरीदकर व्यायामशाला में इकट्ठी कर रखी थी। अब इस पराली को उठाने का कार्य चल रहा था। यहां पर 500 एकड़ की पराली की गांठे रखी हुई थी। इस आगजनी से 100 एकड़ी की पराली जलकर राख हो गई है। जिससे करीब तीन लाख रुपये का नुकसान हुआ है। गनीमत ये रही कि लोडर व जेसीबी मशीन की सहायता से साथ पड़ी अन्य गांठों को हटा लिया गया, नहीं तो यहां पर पड़ी पराली जलकर राख हो जाती। 

घंटों बाद पाया गया आग पर काबू

एक ही गाड़ी होने के कारण आग पर काबू पाना हुआ मुश्किल

बुधवार सुबह 8 बजे आग लगने की सूचना दमकल विभाग को दी। लेकिन जाखल में सिर्फ एक ही गाड़ी थी। ऐसे में आग पर काबू पाना मुश्किल था। अगर यहां पर दो से तीन गाड़ियां होती तो समय पर आग पर काबू पाया जा सकता था। वहीं कुलां में भी एक ही गाड़ी है। ऐसे में यहां से संपर्क तक नहीं किया गया। अगर समय पर आसपास इलाके से दमकल गाड़ियों को बुलाया जाता तो इतना नुकसान भी नहीं होता। 

चारों तरफ छा गया धुआं ही धुआं

गांव से एक किलोमीटर दूर व्यायामशाला में पराली की गांठे रखी गई थी। ऐसे में आग लगने के बाद पूरे क्षेत्र में धुआं ही धुआं हो गया। इस कारण व्यायामशाला के आसपास वाहनों को जाने पर रोक लगा दी। गांव में भी धुआं पहुंच गया। गनीमत ये रही कि जिस जगह आग लगी थी वहां पर आबादी नहीं थी। अगर आबादी होती तो बड़ा नुकसान हो सकता था। पराली से निकले धुएं के कारण एक्यूआइ भी खराब हो गया। यहां पर एक्यूआइ 400 दर्ज किया गया। लेकिन हवा चलने के बाद दोपहर बाद कुछ राहत भी मिली। 

पांच दिन पहले फतेहाबाद में भी लगी थी आग

ज्ञात रहे कि छह दिन पहले फतेहाबाद के दौलतपुर में पराली में आग लग गई थी। यहां पर 500 एकड़ की पराली पड़ी थी। इस आगजनी को बुझाने के लिए हिसार  सिरसा से भी दमकल गाड़ियां बुलाई गई थी, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया गया था। यहां रखी 500 एकड़ की पराली जलकर राख हो गई थी। लेकिन चांदपुरा में लगी आग को समय रहते काबू पा लिया गया। वहीं एजेंसी संचालकों के पास जेसीबी व लोडर होने के कारण पराली की गांठों को समय पर अलग भी कर लिया गया। 

पांच दिन पहले दौलतपुर रोड पर भी पड़ी पराली में लगी थी आग

सूचना मिलते ही सुबह 11 बजे मौके पर पहुंच गए थे। आग लगने का कारण अभी पता नहीं चला है। साथ में सड़क भी है। ऐसे में बीडी की चिंगारी से भी आग लग सकती है। इसके अलावा जहां पराली पड़ी है उसकी हिट अधिक होने के कारण आग लगने का कारण हो सकता है। इस आगजनी से करीब तीन लाख रुपये का नुकसान हुआ है।

हरदीप सिंह, पराली प्रबंधक संचालक। 

एजेंसी संचालक को तीन लाख रुपये का हुआ नुकसान

पराली प्रबंधन को लेकर एजेंसी को ठेका दिया गया था। किसानों से एक हजार रुपये प्रति एकड़ से पराली खरीदी गई थी। पंचायत की जमीन पर पराली की गांठे पड़ी थी। इस आगजनी से 100 एकड़ पराली की गांठे जलकर राख हो गई है। आग किसी कारण लगी अभी स्पष्ट नहीं हुआ है।

डा. मुकेश मेहला, एसडीओ कृषि विभाग जाखल।

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