किसान आज से तेज करेंगे आंदोलन, टीकरी बॉर्डर पर दीनबंधु छोटूराम और राजा नाहर सिंह को किया नमन
किसानों ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में होने वाली परेड में शामिल होने का ऐलान कर रखा है। इस बीच में 18 जनवरी को महिला किसान दिवस और 23 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्मदिवस भी मनाया जाएगा।
हिसार/बहादुरगढ़, जेएनएन। तीन कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर सरकार से आठवें दौर की वार्ता भी बेनतीजा रहने के बाद किसान अब अपना आंदोलन तेज करेंगे। किसानों ने आर-पार की लड़ाई का मूड बना लिया है।
शनिवार को बहादुरगढ़ के टीकरी बॉर्डर पर आंदोलन पर बैठे किसानों ने दीनबंधु चौ. छोटूराम और राजा नाहर सिंह को उनकी पुण्यतिथि पर नमन किया। किसानों ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में होने वाली परेड में शामिल होने का ऐलान कर रखा है। इस बीच में 18 जनवरी को महिला किसान दिवस और 23 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्मदिवस भी मनाया जाएगा।
सभी राज्यों के राज्यपालों के घेराव का ऐलान
हरियाणा किसान संयुक्त मोर्चा ने 23 से 25 जनवरी के बीच पूरे देश के किसानों से अपने-अपने प्रदेश में राज्यपाल के निवास का घेराव करने का आह्वान कर रखा है। इस मसले पर 11 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई होनी है। मगर किसान पहले ही यह कह चुके हैं कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला चाहे जो हो, वे तो आंदोलन की राह पर ही रहेंगे और अप्रैल में आने वाली वैशाखी भी आंदोलन के बीच ही मनाएंगे। ऐसे में आंदोलन लंबा खिंचता नजर आ रहा है।
बढ़ता जा रहा है नुकसान
इस आंदोलन के कारण कारोबार और उद्योगों का जो नुकसान हो रहा है वह बढ़ता जा रहा है। आंदोलन को डेढ़ महीना बीत चुका है। अब तक तीन हजार करोड़ से ज्यादा के नुकसान का अनुमान है। दिल्ली सीमा के पास बहादुरगढ़ के आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र के ढाई हजार उद्योग तो आंदोलन के पहले दिन से ही प्रभावित हैं। टीकरी बॉर्डर पूरी तरह बंद है। ऐसे में दिल्ली में आवाजाही का दूसरा कोई प्रमुख रास्ता नहीं है। आम आदमी भी इससे परेशान हैं। बसों के लिए रास्ता नहीं है। ज्यादातर लोग दिल्ली जाने के लिए मेट्रो का ही सहारा ले रहे हैं।