सिरसा में प्रभावित फसलों का मुआवजा दिये जाने की मांग को लेकर ज्ञापन देने पहुंचे किसानों ने तोड़ा सुरक्षा घेरा
मौसमी फसलों के हुए नुकसान के मुआवजे की मांग को लेकर मंगलवार को किसानों ने भारतीय किसान एकता के प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख की अगुवाई में लघु सचिवालय के आगे धरना दिया। करीब एक घंटे तक किसान लघु सचिवालय के आगे बैठे रहे।
जागरण संवाददाता, सिरसा। बरसात और गुलाबी सुंडी के कारण प्रभावित हुई नरमें व धान की फसल व अन्य मौसमी फसलों के हुए नुकसान के मुआवजे की मांग को लेकर मंगलवार को किसानों ने भारतीय किसान एकता के प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख की अगुवाई में लघु सचिवालय के आगे धरना दिया। करीब एक घंटे तक किसान लघु सचिवालय के आगे बैठे रहे। किसान अपने साथ बरसात से प्रभावित धान की फसल भी लेकर आए थे। किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपना था।
एसडीएम ज्ञापन लेने पहुंचे, लेकिन किसान ज्ञापन उपायुक्त को देने की जिद पर अड़े रहे। बाद में किसान सुरक्षा घेरा तोड़कर आगे बढ़ने के लिए सीआरपीएफ व पुलिस जवानों के साथ धक्का मुक्की करते रहे। बाद में एसडीएम ने किसानों को अंदर आने की अनुमति दे दी। बाद में एसडीएम ने किसानों को बताया कि उपायुक्त चुनाव संबंधित बैठक में हैं जिसके बाद किसानों ने एसडीएम को ही ज्ञापन दे दिया।
---किसान नेता लखविंद्र सिंह औलख व उनकी टीम पिछले कई दिनों से खराब हुई फसल का निरीक्षण कर रहे हैं और उनकी जानकारी संबंधित विभाग तक भी पहुंचा रहे हैं । किसान की फसल के मुआवजे के अलावा उन खेत मजदूरों के लिए भी उनकी लेवर की भरपाई की भी आवाज को उठा रहे हैं, लेकिन अभी तक प्रशासन द्वारा कोई संतोषजनक आश्वासन नही मिला है।
किसानों ने जिला प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया और मांग की गई कि किसान को बरसात व गुलाबी सुंडी की वजह से खराब हुई फसलों नरमा, कपास, धान, मुंग, ग्वार, मुंगफली, तिल, अरंडी इत्यादि का 50 हजार रुपए प्रति एकड के हिसाब से मुआवजा दिया जाए। धान की खरीद पर 25 क्विंटल कैप व पोर्टल हटाया जाए, ताकि किसान अपनी मर्जी से फसल बेच पाए। डीजल पर सब्सिडी मिलनी चाहिए। खेती संसाधनों पर जीएसटी नहीं लगनी चाहिए।
पंचायती जमीन जिसके पास ठेका है, उसे मुआवजा मिलना चाहिए। किसान व मजदूर का बीमा सरकार की तरफ से हो। इस मौके पर प्रदेश महासचिव गुरप्रीत गिल, युवा प्रदेश अध्यक्ष मैक्स साहूवाला, प्रदेश सचिव गुरमीत नकोड़ा, युवा प्रदेश सचिव गुरी सेखों, राज्य कार्यकारिणी मेंबर दलजीत चहल, महासचिव बलजिंद्र सिंह, सिरसा सचिव अरविंद रायपुरिया, गुरदीप सिंह मलेवाला, गगन कुलार, गुरलाल भंगू भी मौजूद थे।